गुना में प्रशासनिक अमले ने आदिवासी महिला का मकान बुलडोजर चलाकर तोड़ दिया। आदिवासी महिला कलाबाई प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ जोड़ती रही, लेकिन उन्होंने उसकी एक नहीं सुनी। अपने सामने अपना घर टूटते देख महिला ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। इस घटना के बाद हंगामा खड़ा हो गया है। महिला को गंभीर हालत में भोपाल रेफर किया है। वहीं पूरे घटनाक्रम पर स्थानीय बीजेपी विधायक पन्नालाल शाक्य ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
बिना जांच किए मकान तोड़ दिया
महिला के पति ने प्रशासनिक अमले पर आरोप लगाते हुए बताया कि उसके मकान को दूसरे व्यक्ति का बताकर तोड़ दिया, जबकि उक्त भूखंड का सरकारी पट्टा भी महिला के पति के नाम पर दर्ज है। बिना जांचे परखे दो मंजिला मकान को बुलडोजर से धराशाई कर दिया गया। मामला गुना विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, जहां से बीजेपी के पन्नालाल शाक्य विधायक हैं।
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विधायक ने कहा, आखिर कौन उनके क्षेत्र में हावी है
दो मंजिला मकान टूटने से आदिवासी महिला के जहर खाने के बाद विधायक पन्नालाल शाक्य ने अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया। पन्नालाल शाक्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तत्परता से आदिवासी महिला का मकान तोड़ा गया है उसी तरह विधानसभा क्षेत्र के अंदर अन्य प्रकार की अनैतिक गतिविधियों पर भी रोक लगाई जाए। विधायक ने कहा कि उनके साथ पक्षपात किया जा रहा है। जिनकी सत्ता छिन गई वे लोग तड़प रहे हैं। विधायक पन्नालाल शाक्य ने सवाल करते हुए कहा कि आखिर उनके क्षेत्र में कौन हावी है।
SDM समेत महिला पटवारी पर लगाए आरोप
इस पूरे मामले में SDM समेत महिला पटवारी पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि प्रशासनिक अमले ने बिना जानकारी लिए आदिवासी महिला के घर पर बुलडोजर चला दिया। जबकि ग्राम पंचायत ने उक्त भूखंड का पंचनामा बनाकर पंचू आदिवासी और महिला को ही मालिक बताया था। आदिवासी महिला के हालचाल जानने के लिए जिला अस्पताल के ICU वार्ड में पहुंची SDM शिवानी पांडे से जब इस मामले में जानकारी मांगी गई तो वे कैमरे से दूरी बनाकर भागने लगी। SDM ने किसी भी तरह का बयान देने से मना कर दिया। इस मामले में स्थानीय पटवारी पर एक लाख रुपए की रिश्वत मांगने के भी आरोप लगे हैं। अब प्रशासन पूरे मामले की जांच कराने की भी बात कर रहा है।