कांग्रेस (CONGRESS) ने 28 अप्रैल को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में संविधान बचाओ रैली का आयोजन किया। इस आयोजन में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, राष्ट्रीय महासचिव हरीश चौधरी और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। रैली के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता वीरांगना लक्ष्मीबाई समाधि के सामने एकत्र हुए।
गर्मी के चलते विशेष व्यवस्था
करीब 7 हजार लोगों के पहुंचने की संभावना को देखते हुए आयोजन स्थल पर विशेष तैयारियां की गईं। मैदान को पूरी तरह एयरकूल्ड बनाया गया, जहां 40 से अधिक बड़े कूलर और ठंडे पानी की व्यवस्था की गई थी। बैठने के लिए 5000 कुर्सियां लगाई गईं और 2000 से अधिक लोग खड़े रह सके।
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राहुल गांधी भी होंगे शामिल
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस ने देश को आजादी दिलाई और संविधान (Constitution) का निर्माण कराया, इसलिए उसे बचाना भी पार्टी की जिम्मेदारी है। पटवारी ने कहा कि आज गरीबों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार संविधान के खतरे में होने का संकेत हैं। उन्होंने बताया कि इस अभियान की शुरुआत ग्वालियर से हो रही है और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) तथा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) को भी इस रैली के लिए आमंत्रित किया गया है। रैली में कांग्रेस नेताओं के अलावा किसान, युवा मज़दूर और दलित-आदिवासी भी शामिल होंगे।
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राष्ट्रीय स्तर पर संविधान बचाओ रैली
कांग्रेस ने 25 से 30 अप्रैल के बीच देशभर में "संविधान बचाओ रैली" (Samvidhan Bachao Rally) आयोजित करने का फैसला किया है। मध्यप्रदेश में इसकी शुरुआत ग्वालियर से हुई है, जो अब पूरे प्रदेश में जिला और विधानसभा स्तर पर फैलाई जाएगी।
आगामी कार्यक्रम
जिला स्तरीय रैलियां- 3 से 10 मई
सभी जिलों में महंगाई, बेरोजगारी और कृषि संकट के खिलाफ रैलियां।
विधानसभा स्तरीय रैलियां- 11 से 17 मई)
विधानसभा क्षेत्रों में संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग और अधिकारों के हनन के खिलाफ जनजागरण।
घर-घर संपर्क अभियान- 20 से 30 मई
कांग्रेस कार्यकर्ता लोगों से सीधा संवाद करेंगे और प्रचार सामग्री वितरित करेंगे।