ग्वालियर के गोला का मंदिर स्थित द लेगेसी प्लाजा (The Legacy Plaza) के एल-1 फ्लैट में हुए भयानक धमाके की जांच में पुलिस ने कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। यह धमाका रात 11 बजे से 2 बजे के बीच हुआ, जब आरोपियों ने वीडियो शूट करने के लिए लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG) का उपयोग किया। रंजना राणा और अनिल राणा ने तीन घंटे के भीतर 23 वीडियो शूट किए गए, जिनमें धुएं और बादलों को दिखाने के लिए 7 किलो LPG गैस का इस्तेमाल किया गया।
रील की सनक में हादसा
पुलिस जांच में पता चला कि रंजना राणा और अनिल राणा ने वीडियो में धुआं और हल्के बादल दिखाने के लिए गैस सिलेंडर से गैस लीक की थी। उन्होंने यह तरीका इंटरनेट से सीखा था और इसे पहले भी कुछ बार आजमाया था। लेकिन इस बार फ्लैट के बंद कमरे और गैस की बड़ी मात्रा के कारण गैस का दबाव अत्यधिक बढ़ गया और जब लाइट ऑन की गई, तो एक भयंकर ब्लास्ट हो गया।
सीसीटीवी से हुआ खुलासा
पुलिस को घटना स्थल से कुछ नए CCTV फुटेज मिले हैं। इन फुटेज में रंजना और अनिल गैस सिलेंडर लेकर सातवें माले से नीचे उतरते हुए दिखते हैं। ब्लास्ट के बाद एक और फुटेज सामने आया, जिसमें रंजना बुरी तरह झुलसी हुई हालत में बाहर निकलते हुए दिखाई देती हैं। उनका बेटा उन्हें अस्पताल तक लेकर गया।
पुलिस और फोरेंसिक जांच
ग्वालियर पुलिस को फोरेंसिक एक्सपर्ट्स ने बताया कि अगर यह घटना किसी घर में होती, तो नुकसान उतना नहीं होता। लेकिन मल्टी-स्टोर फ्लैट में हवा के दबाव के कारण हादसा बड़ा हो गया। एक्सपर्ट्स का कहना है कि 1-BHK फ्लैट में वेंटिलेशन की कमी और खिड़की-दरवाजे बंद करने के कारण गैस का भराव हुआ, जिसके कारण ब्लास्ट हुआ।
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पहले भी कर चुके ऐसे कारनामे
जांच में यह भी सामने आया कि अनिल राणा ने इससे पहले भी भिंड के मालनपुर में इस तरह का गैस लीक करने का वीडियो शूट किया था, हालांकि उस समय आग नहीं लगी थी। अनिल ने पुलिस को बताया कि उसने यह तरीका इंटरनेट पर सर्च किया था और पहले भी इसका इस्तेमाल कर चुका था, लेकिन यह पहली बार था जब वह मल्टी-स्टोरी फ्लैट में यह तरीका आजमा रहा था।
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मल्टी को हुआ नुकसान
ब्लास्ट के बाद लेगेसी प्लाजा में रहने वाले लोग डर के मारे बाहर की ओर दौड़ पड़े थे। नरेन्द्र कुमार, जो एल-6 फ्लैट में रहते हैं, ने बताया कि धमाके की आवाज सुनकर उन्होंने अपने परिवार के साथ बाहर की ओर दौड़ने का फैसला किया। धमाके से बिल्डिंग के कांच टूट गए और दीवारों में दरारें आ गईं। ब्लास्ट में लेगेसी प्लाजा के एल-2 और एल-3 फ्लैट की दीवारें गिर गईं। करीब 50 फ्लैटों के कांच टूट गए और कुछ समय के लिए ऐसा महसूस हुआ जैसे भूकंप आ गया हो।
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