हैजा फैलने से पांच की मौत, दर्जनों बीमार, स्वास्थ्य विभाग मानने को तैयार नहीं

रायसेन जिले की सिलवानी तहसील के ग्राम तिनघरा ( पटपरी ) में हैजा फैलने 5 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 80 से ज्यादा लोग बीमार हैं। जिन पांच लोगों की मौत हुई है उनमें तीन एक ही परिवार के हैं...

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Jitendra Shrivastava
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पवन सिलावट, RAISEN. रायसेन जिले की सिलवानी तहसील के तिनघरा ( पटपरी ) गांव में हैजा फैलने 5 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 80 से ज्यादा लोग बीमार हैं। जिन पांच लोगों की मौत हुई है उनमें तीन एक ही परिवार के हैं। वहीं, इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है कि लोगों की मौत सर्दी, जुकाम, वायरल बुखार आदि बीमारियों से हुई है। 

57 मरीजों की जांच कर 6 को किया रैफर

हैजा प्रभावित गांव तिनघरा में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और 57 मरीजों की जांच कर 6 लोगों को रैफर भी किया है। मौसम में चल रहे उतार चढ़ाव के कारण खान-पान में लापरवाही अैर बारिश के बाद जल स्रोतों का पानी दूषित हो गया है। इसके चलते  लोग उल्टी-दस्त के चपेट में आ रहे हैं। सिलवानी मुख्यालय से 25 किमी की दूर ग्राम तिनघरा पटपरी में दर्जनों लोग उल्टी दस्त की चपेट में आ गए हैं। इनमें ज्यादातर लोगों की हालत गंभीर बताई गई है, जिन्हें सिलवानी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

आदिवासी परिवार में तीन मौतें 

ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दस दिनों में पांच से अधिक मौतें हो चुकी है। सब्बूलाल आदिवासी के परिवार में तीन मौतें हो चुकी है, बुधवार की रात को उल्टी से पीड़ित सब्बूलाल आदिवासी की मौत हुई है, इससे पहले उनके पुत्र शिवराज सिंह की पत्नी शिवकांती की पिछले बुधवार को मौत हुई, इसके दो दिन बाद शिवराज के 8 माह के बेटे शिवकांत ने दम तोड़ दिया। घर में अभी शिवराज सिंह के पिता गोपाल सिंह उल्टी दस्त से पीड़ित है। इसके पूर्व श्रीबाई पति वीरवल उम्र 60 वर्ष, राकेश पिता प्रताप आदिवासी उम्र 25 साल की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों के अनुसार ग्राम तिनघरा पटपरी में हैजा फैलने की सूचना मिलने पर गुरुवार को बीएमओ डॉ. एचएन माण्डरे ने स्वास्थ्य विभाग टीम भेजी। टीम ने पीड़ित परिवारों से उनके खान-पान के संबंध में चर्चा की। इसके साथ ही लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।

यहां नहीं मिलता पीने का साफ पानी

बताया जाता है कि गांव में पेयजल स्रोत बोर के पास बारिश का पानी जमा है इसी बोर का पानी पीने से ग्रामीण बीमार हुए हैं। ग्रामीण अंचल में इन दिनों में सर्दी-जुकाम और वायरल फीवर तो आम बात है, लेकिन उल्टी दस्त वाला मामला क्षेत्र मे पनपता है तो कई लोग इसकी चपेट में आने से बीमार हो जाते हैं। साथ ही स्थिति न संभलने से कई बार मौत भी हो जाती है। इस समय तिनघरा पटपरी से लेकर यह क्षेत्र पथरीला इलाका है साथ ही यहां पीने का साफ पानी न मिलने के कारण यह समस्या सामने आती है।

स्वास्थ्य टीम भेजी है, लोगों का इलाज किया है

इस मामले में जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश खत्री का कहना है कि आपके माध्यम से ही मामला संज्ञान में आया है। हमने तिनघरा में टीम भेज दी थी, कुछ लोगों ने उल्टी दस्त की शिकायत की थी उनका इलाज किया गया है और जिनको अस्पताल भेजने की जरूरत थी उनको अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है।

तिनघरा जा रही डॉक्टरों की एम्बुलेंस ट्रक से टकराई

मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम को ग्राम तिनघरा ले जा रही एम्बुलेंस ट्रक से टकरा गई। एम्बुलेंस में सवार सभी पेरामेडिकल स्टाफ सुरक्षित हैं कुछ डॉक्टरों को मामूली चोट आई है। तिनघरा जा रही एम्बूलेंस का एक्सीडेंट सिलवानी के जमुनिया घाट पर हुआ। एम्बुलेंस में सवार दो डॉक्टर वैभव सिंघई और साकेत वर्मा को कंधे और हाथ में मामूली चोट आई है। दोनों डॉक्टरों सहित पूरे स्टाफ को उसी एम्बुलेंस से इलाज के लिए रायसेन जिला अस्पताल भेजा गया। ड्राइवर रतन मालवीय को गंभीर चोटें आई हैं।

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एमपी न्यूज हैजा फैलने से पांच की मौत सिलवानी तहसील तिनघरा में 80 बीमार