BHOPAL. उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को हुए भयावह हादसे में अब तक 122 लोगों की मौत हो चुकी हैं। हादसे में कई लोग घायल हुए हैं। भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में जान गंवाने वालों में ग्वालियर की महिला भी शामिल है। 45 साल की रामश्री सिंह मंडल की अन्य महिलाओं के साथ सत्संग में शामिल होने गई थीं। मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने रामश्री सिंह की मौत पर दुख जताया है।
सीएम मोहन ने जताया दुख
सीएम मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट करके बताया है कि "उत्तर प्रदेश के हाथरस में कल सत्संग के दौरान भगदड़ में ग्वालियर की हमारी बहन रामश्री धर्मपत्नी दयाल सिंह जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। ईश्वर की कृपा से सत्संग में शामिल होने गई मप्र की 3 अन्य महिलाएं सकुशल हैं, हम स्थानीय पुलिस-प्रशासन से संपर्क में हैं, बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को मोक्ष प्रदान करें तथा शोकाकुल परिजनों को गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।।ॐ शांति।।"
उत्तर प्रदेश के हाथरस में कल सत्संग के दौरान भगदड़ में ग्वालियर की हमारी बहन रामश्री धर्मपत्नी दयाल सिंह जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। ईश्वर की कृपा से सत्संग में शामिल होने गई म.प्र. की 3 अन्य महिलाएं सकुशल हैं। हम स्थानीय पुलिस-प्रशासन से संपर्क में हैं।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 3, 2024
बाबा महाकाल से…
एमपी से गई थीं चार महिलाएं
सीएम मोहन ने पोस्ट के माध्यम से खुलासा किया है कि हाथरस में आयोजित इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश से भी चार महिलाएं शामिल होने गई थीं, लेकिन उनमें से एक ग्वालियर की महिला रामश्री धर्मपत्नी दयाल सिंह की मृत्यु इस भगदड़ में हुई है। शेष 3 महिलाएं सुरक्षित हैं। शेष 3 महिलाओं के नाम का जिक्र सीएम मोहन यादव ने अपनी पोस्ट में नहीं किया है।
सत्संग में शामिल होने गई थीं रामश्री सिंह
बता दें कि ग्वालियर के थाटीपुर जगजीवन नगर की रहने वाली रामश्री (45) पत्नी स्व. दयाल सिंह अपनी महिला मंडली के साथ भोले बाबा के सत्संग में शामिल होने के लिए हाथरस गई थीं। मंगलवार को हादसे के समय सभी महिलाएं एक साथ थी। भगड़ग के दौरान रामश्री महिला मंडली से बिछड़ गई। भगदड़ के बीच लोगों के पैरों के नीचे कुचलती चली गई। जिसमें उनकी मौत हो गई।
शव लेकर ग्वालियर पहुंची यूपी पुलिस
बुधवार को उत्तरप्रदेश पुलिस उनका शव लेकर ग्वालियर पहुंची। यहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। बताया जा रहा है कि साल 2014 में पति के निधन के बाद रामश्री ही घर को संभाल रही थीं। परिवार में तीन बेटे व दो बेटियां हैं। किसी की भी शादी नहीं हुई है। रामश्री हर साल महिला मंडली के साथ भोले बाबा के सत्संग में शामिल होने जाती थीं।
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