युवाओं में तेजी से बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामले, MP के आंकड़े चौंकाने वाले, जानें वजह

युवाओं में दिल की बीमारी का खतरा तेजी से बढ़ रहा है, इसके कारण खराब खानपान, तनाव, नशा, और अनियंत्रित जीवनशैली हैं। हालिया आंकड़ों के अनुसार, हृदय रोग सबसे अधिक मौतों का कारण बन रहे हैं।

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Raj Singh
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HEART ATTACK
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आजकल युवाओं में दिल की बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। भागदौड़ भरी जिंदगी, असंतुलित खान-पान, नशे की आदतें और कम नींद जैसी वजहों से युवाओं का दिल कमजोर हो रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि हृदय रोग अब देश में सबसे ज्यादा मौतों का कारण बन रहे हैं। हम अगर केवल मध्य प्रदेश की बात करें तो काफी चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं। हाल ही के दिनों में कुछ ऐसी हार्ट अटैक के मामले सामने आए हैं, जो डॉक्टर्स और विशेषज्ञों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

सांस की समस्या और हार्ट अटैक की बढ़ती घटनाएं

बीते जनवरी से अब तक प्रदेश में लगभग 57 हजार 310 मरीजों को चेस्ट पेन, सांस लेने में दिक्कत और हृदय गति बिगड़ने की समस्याओं के कारण अस्पताल लाया गया है। हम अगर राजधानी भोपाल की बात करें तो केवल यहां 17 हजार के आसपास ऐसे मरीज हैं, जिन्हें हार्ट अटैक या चेस्ट पेन जैसी समस्याएं आईं। इन सभी को 108 एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया।

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खराब लाइफस्टाइल और बीमारियों का खतरा

 रिपोर्ट्स के मुताबिक, मध्य प्रदेश में लगभग 18 लाख लोग हाइपरटेंशन (high blood pressure) और 10.67 लाख लोग डायबिटीज (diabetes) से जूझ रहे हैं, जो कार्डियक बीमारियों के लिए सबसे बड़े जोखिम वाले समूह में आते हैं। खराब खानपान, शारीरिक गतिविधि की कमी, धूम्रपान और मानसिक तनाव जैसी आदतें दिल की बीमारियों को बढ़ावा दे रही हैं। मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर (high blood pressure), डायबिटीज (diabetes) और हाई कोलेस्ट्रॉल (high cholesterol) भी इसके कारण हैं।

वायरस और हृदय रोग का संबंध

हमीदिया अस्पताल के कार्डियक विभाग के एचओडी डॉ. राजीव गुप्ता ने हाल ही में इंडियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित अपनी स्टडी में बताया कि वायरस के कारण हृदय की धमनियों की झिल्ली (endothelium) कमजोर हो रही है। यह झिल्ली फट सकती है, जिससे रक्त के थक्के बनते हैं और रक्त प्रवाह रुक जाता है। इससे हृदय की मांसपेशियों तक रक्त नहीं पहुंचता और हार्ट अटैक हो सकता है।

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तनाव और खानपान के कारण बढ़ते हार्ट अटैक

वहीं एम्स के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. विक्रम वट्टी ने बताया कि युवाओं में तनाव, अनियंत्रित खानपान और प्रोसेस्ड फूड (processed food) खाने की आदतें बढ़ गई हैं। खानपान और सोने का समय बदलने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) का लेवल बढ़ता है। इससे रक्तवाहिनियों में प्लाक जम सकता है, जो अचानक टूटकर खून के थक्के (blood clots) बना सकते हैं और रक्त प्रवाह को रोक सकते हैं, जिससे हार्ट अटैक (heart attack) हो सकता है।

अब आइए आपको पिछले दिनों प्रदेश के कुछ ऐसे हार्ट अटैक जुड़े मामले बताते हैं, जो काफी चर्चा में रहे और विशेषज्ञों का कहना था कि क्या ऐसा भी हो सकता है।

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अचानक से बढ़े हार्ट अटैक के केस

दरअसल, बीते दिन ही राजधानी भोपाल के उपनगर संत हिरदाराम बैरागढ़ में एक युवक की रात में सोते समय मौत हो गई। सुबह जब युवक नहीं उठा तो परिजन उसे अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। इस पूरे मामले पर मृतक के भाई सुनील ने बताया कि अमित एक बैंक में सफाई कर्मी था। मंगलवार को हम दोनों ने रात में एक साथ खाना खाया और आज शिवरात्रि के मौके पर अमित शिवजी की मूर्ति लेने जाने वाला था। रात में हमने इसके लिए बात की और खाना खाने के बाद सोने चले गए। सुनील ने बताया कि अमित जब सुबह देर तक नहीं उठा तो, मम्मी ने उसे उठने के लिए आवाज दी। जब वह नहीं उठा तो मम्मी ने मुझे अमित को जगाने के लिए कहा। जब मैं अमित को उठाने गया और हिलाने पर भी नहीं उठा, तब मैं उसे तत्काल लेकर हमीदिया अस्पताल पहुंचा। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर का कहना था कि इस तरह के मामलों में ज्यादातर लोगों को साइलेंट हार्ट अटैक आ जाता है।

कुछ ऐसा ही मामला इंदौर में...

गौरतलब है कि कुछ ऐसा ही 26 फरवरी को इंदौर में शादी की शॉपिंग करने गई 26 साल की लड़की की साइलेंट हार्ट अटैक से मौत हो गई। युवती सुलभा गुप्ता अपनी बहन और सहेली के साथ शॉपिंग करने गई थी। उसकी फ्रेंड की शादी थी। इससे पहले 9 फरवरी को शादी समारोह में संगीत के दौरान हार्ट अटैक आने से 25 साल की लड़की की मौत हो गई थी।

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घोड़ी पर बैठे दूल्हे की मौत

वहीं एमपी के ही श्योपुर जिले में 15 फरवरी को घोड़ी पर बैठे दूल्हे प्रदीप सिंह जाट की अचानक मौत हो गई थी। दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचा था। जहां डीजे की धुन पर डांस करने के बाद जब वह दोबारा घोड़ी पर बैठा तो बेहोश होकर गिर पड़ा। परिजन प्रदीप को लेकर तुरंत अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया था। इसी तरह 19 जनवरी को सागर में शादी की खुशियां मातम में बदल गई थी। वरमाला के दौरान हार्ट अटैक आने से दूल्हे की मौत हो गई थी। यानी हम सभी केस को देखें तो कोई बैठते, कोई सोते अचानक हार्ट अटैक का शिकार हो रहा है, जिसका कही ना कही हमारें खान पान और दिनचर्या पर सवाल खड़ा करता है, जिसे सुधारने की जरूरत है।

क्या कहते हैं हार्ट अटैक के आंकड़े ?

आयु समूह प्रतिशत
15 से 20 साल 5%
21 से 40 साल 41%
40 से 60 साल 38%
60 से अधिक 16%

चेस्ट पेन और कार्डियक की परेशानी से अस्पताल पहुंचाए गए मरीज (3 माह में)

माह भोपाल मध्य प्रदेश (मप्र)
नवंबर 2024 134 4142
दिसंबर 2024 112 4434
जनवरी 2025 97 4716

बता दें कि ये आंकड़े 108 एंबुलेंस सेवा द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं।

डॉक्टर्स की सलाह

  • धूम्रपान-एल्कोहल और बाजार के भोजन से बचें।
  • मोटा अनाज, फल-सलाद और, दाल-हरी सब्जी खाएं।
  • पैदल चलें, साइकिल चलाएं, रोजाना व्यायाम करें।
  • 7-8 घंटे की नींद लें, वजन न बढ़ने दें और फिट रहें।

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