पढ़ाई छोड़ चुकीं महिलाओं के लिए मोहन सरकार ने खोले शिक्षा और रोजगार के अवसर, जानें कैसे

मध्य प्रदेश सरकार ने हुनर योजना के तहत 8वीं और 10वीं पास महिलाओं को एक बेहतरीन अवसर दिया है! अब ये महिलाएं आईटीआई में रोजगार-उन्मुख कोर्स करके न केवल अपनी शिक्षा पूरी कर सकती हैं, बल्कि रोजगार भी पा सकती हैं। इस पहल से शिक्षा और रोजगार का लाभ मिलेगा।

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Reena Sharma Vijayvargiya
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MP News : मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेशभर के आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) में एक नई पहल, हुनर योजना की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य पढ़ाई छोड़ चुकी महिलाओं को शिक्षा और रोजगार के अवसरों से जोड़ना है। यह योजना विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए है, जिन्होंने परिस्थितिवश अपनी शिक्षा पूरी नहीं की और 8वीं या 10वीं तक ही पढ़ाई कर पाईं। अब वे इस योजना के तहत न केवल शिक्षा प्राप्त कर सकती हैं, बल्कि रोजगार से भी जुड़ सकती हैं।

हुनर योजना का महत्व

इस योजना के तहत, महिलाओं को विभिन्न रोजगार-उन्मुख कोर्सों में प्रवेश प्राप्त होगा। यह कोर्स उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से डिज़ाइन किए गए हैं। इन पाठ्यक्रमों में कई रोजगार के क्षेत्रों के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी, जैसे कि आईटी, कंप्यूटर सेक्टर, सोलर टेक्नोलॉजी, मेडिकल क्षेत्र, फैशन डिजाइनिंग, ऑटोमोबाइल, और अन्य तकनीकी और व्यावसायिक क्षेत्र।

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कोर्स और प्रशिक्षण के अवसर

हुनर योजना के अंतर्गत आईटीआई में 8वीं और 10वीं पास महिलाएं विभिन्न कोर्स का चयन कर सकती हैं। प्रदेश के 10 प्रमुख संस्थानों में से एक शासकीय संभागीय ITI उज्जैन में 25 से अधिक ट्रेडों का संचालन हो रहा है। इन ट्रेडों में 35 प्रतिशत सीटें महिला आवेदकों के लिए आरक्षित हैं। इन ट्रेडों में कई महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम जैसे कि कॅरियर मार्गदर्शन, योगा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, थ्री-डी मैन्युफैक्चरिंग, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, सीएनसी मशीनिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन डिजाइनिंग, ड्रेस डिजाइनिंग, स्टेनो हिंदी शामिल हैं।

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आत्मनिर्भरता के लिए पथ

इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को उनके जीवन में आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करना है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से, महिलाएं अपने कौशल में सुधार कर सकती हैं और विभिन्न उद्योगों में रोजगार पा सकती हैं। इसके अतिरिक्त, प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को 12वीं कक्षा की मार्कशीट भी प्राप्त हो सकती है, जो उन्हें डिप्लोमा या इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए योग्य बनाती है।

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पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग में प्रवेश के अवसर

आईटीआई में प्रशिक्षण लेने के बाद, महिलाएं पॉलिटेक्निक डिप्लोमा में प्रवेश के लिए योग्य हो सकती हैं। इसके बाद, वे इंजीनियरिंग कॉलेज में भी प्रवेश पा सकती हैं, जहां उन्हें द्वितीय वर्ष में लेटरल एंट्री के आधार पर दाखिला मिल सकता है।

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हुनर योजना के माध्यम से बदलाव

राज्य सरकार का उद्देश्य महिलाओं के लिए न केवल शिक्षा के दरवाजे खोलना है, बल्कि उनके लिए रोजगार के अवसर भी सुनिश्चित करना है। इस योजना से महिलाओं को न केवल आत्मनिर्भर बनाने का मौका मिलेगा, बल्कि वे समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम भी होंगी।

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