आईएएस संतोष वर्मा पर सरकार करेगी कार्यवाही, पुराने मामले भी खुलेंगे

आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी। वर्मा ने ब्राह्मण समाज को लेकर विवादित बयान दिया था। वहीं अब पेंडिंग शिकायतें भी फिर से खोले जाने की संभावना है। जानिए पूरा मामला..

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Amresh Kushwaha
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आईएएस संतोष वर्मा की मुश्किलें बढ़ने वाली है। संतोष वर्मा पर सरकार एक्शन की तैयारी में है। वर्मा ने ब्राह्मण समाज को लेकर विवादित बयान दिया था। वहीं अब पेंडिंग शिकायतें भी फिर से खोले जाने की संभावना है। चारों और दबाव और विरोध प्रदर्शन के बाद प्रदेश सरकार ने इस कार्रवाई का निर्णय लिया है।

साथ ही पुराने मामले और पेंडिंग शिकायतों को भी सरकार खोलने की तैयारी में है। संतोष वर्मा की मुश्किलें बढ़ेंगी। अब उनको अनुशासन हीनता का दिया नोटिस जाएगा। बता दें कि आईएएस संतोष वर्मा पिछले दिनों दिए अपने बयान से चर्चा में हैं।

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आईएएस संतोष वर्मा का बयान क्या था?

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अजाक्स संगठन के प्रांतीय अधिवेशन के दौरान संतोष वर्मा को संगठन का नया प्रांताध्यक्ष चुना गया। अपने भाषण में संतोष वर्मा ने कहा कि, जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या उससे संबंध नहीं बनता, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में आरक्षण (Reservation ) तब तक रहेगा, जब तक रोटी-बेटी का व्यवहार समान नहीं होता।

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धर्म और संस्कृति के खिलाफ टिप्पणी

ग्वालियर में स्थित एसपी कार्यालय पर बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज और सवर्ण समाज के लोग जमा हुए। एडवोकेट अनिल मिश्रा के नेतृत्व में उन्होंने धरना शुरू किया। इस दौरान पुलिस बल की भी तैनाती की गई। सवर्ण समाज के लोग इस बात से गुस्से में हैं कि उनके धर्म और संस्कृति के खिलाफ टिप्पणी की गई है।

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केंद्रीय मंत्री की तीखी प्रतिक्रिया

केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने इस विवादित बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट किया। मंत्री दुबे ने लिखा, यह जातिगत और स्त्री विरोधी बयान आपत्तिजनक है। यह समाज को बांटने वाली मानसिकता को दर्शाता है। हमारी परंपरा हमेशा सम्मान की शिक्षा देती है, अपमान की नहीं। उन्होंने इस बयान को देश की सांस्कृतिक मर्यादा का अपमान भी बताया।

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पूर्व आईएएस हीरालाल त्रिवेदी का आक्रोश

इस बयान पर पूर्व आईएएस अधिकारी और सपाक्स पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. हीरालाल त्रिवेदी ने गुस्से में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस बयान को सबसे घटिया, निकृष्ट और निंदनीय बताया। त्रिवेदी ने कहा, इससे अधिक घटिया बयान नहीं हो सकता, जो एक आदमी अपनी बेटी और दूसरी के बीच अंतर करता हो। ऐसे बयान समाज को विघटित करने के अलावा और कुछ नहीं करते।

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