इंदौर में अग्रवाल समाज के चुनाव में नामांकन राशि नहीं लौटाने के लगे आरोप, अध्यक्ष बोले 3 बार नोटिस दिए लेकर ही नहीं गए पैसे

अग्रवाल समाज केंद्रीय समिति पर अब सदस्यों द्वारा नए–नए आरोप लगाए जा रहे हैं। जिसके चलते यह भी बात सामने आ रही है कि जानबूझकर चुनाव के समय नामांकन की फीस ज्यादा रखी जाती है।

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Vishwanath Singh
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इंदौर के अग्रवाल समाज केंद्रीय समिति की कार्यकारिणी के अवैध होने के आरोप लगने के बाद एक और विवाद खड़ा हो गया है। इसमें सदस्यों ने कार्यकारिणी पर आरोप लगाए हैं कि पिछले साल नामांकन जमा करने के साथ जो राशि जमा की थी। वह समिति ने लौटाई ही नहीं है। वहीं, अध्यक्ष का कहना है कि हमने 3 बार नोटिस दिए, लेकिन कोई लेकर ही नहीं गया। इस पर हमने चार दिन पहले रजिस्ट्री एडी कर लौटा दी है।

नामांकन फीस इतनी ज्यादा रखी, ताकि कोई भर ही नहीं पाए

अग्रवाल समाज केंद्रीय समिति पर अब सदस्यों द्वारा नए–नए आरोप लगाए जा रहे हैं। जिसके चलते यह भी बात सामने आ रही है कि जानबूझकर चुनाव के समय नामांकन की फीस ज्यादा रखी जाती है। ताकि आधे से ज्यादा लोग इसके दायरे से बाहर हो जाएं। बताया गया कि पिछले साल चुनाव के समय अध्यक्ष के लिए 41 हजार तो सेक्रेटरी के लिए 31 हजार रुपए फीस रखी गई थी। वहीं, चुनाव तो हुए नहीं, लेकिन समिति ने कुछ ही लोगों के पैसे लौटाए। बाकी लोगों के पैसे ही नहीं लौटाए। इसके लेकर पिछले दिनों सोशल मीडिया पर सदस्यों और अध्यक्ष के बीच तीखी बहस भी हो गई थी।

सलाहकार मंडल को मंच पर बैठाने के एवज में राशि लेने के लगे आरोप

अग्रवाल समाज केंद्रीय समिति पर सदस्यों ने यह भी आरोप लगाए कि अग्रसेन जयंती के अवसर पर सलाहकार मंडल से 1 लाख रुपए तक लेकर मंच पर बैठाया जाता है। यह भी बताया जा रहा है कि एक अन्य मामले में कार्यकारिणी की एक महिला सदस्य से लगभग 10 हजार रुपए लिए जाने को लेकर काफी विवाद भी हुआ था। पूर्व में विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में भी कार्यक्रम किए जाने का खर्च अग्रवाल समाज केंद्रीय समिति द्वारा करने के आरोप लगे थे। हालांकि इसको लेकर पूर्व अध्यक्ष गोविंद सिंघल का कहना था कि वह 3 लाख रुपए का मामला था। खर्च जरूर केंद्रीय समिति के खाते से हुआ था, लेकिन कार्यक्रम के बाद वह राशि वापस लौटा भी दी गई थी। 

15 साल में एक भी अध्यक्ष ने हिसाब सार्वजनिक नहीं किया

केंद्रीय समिति के सलाहकार मंडल में शामिल मदन अग्रवाल ने समिति की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि 15 साल में एक भी अध्यक्ष ने संस्था का हिसाब–किताब सार्वजनिक नहीं किया है। पूर्व में ऐसा भी पता चला था कि कुछ अध्यक्षों ने तो अपने स्वयं के कार्य के लिए संस्था की एफडी का उपयोग किया। संस्था के खर्च का कोई हिसाब–किताब नहीं है। अग्रसेन जयंती के कार्यक्रम के लिए आमतौर पर तय किया जाता है कि सभी से 1 लाख रुपए लिए जाएं। इसके बाद में पता चलता है कि किसी से 1 लाख तो किसी से 50 हजार व 25 हजार रुपए लिए गए। ऐसा भेदभाव क्यों किया जाता है? वहीं, वर्तमान अध्यक्ष तो पिछले दिनों बोल भी चुके हैं कि पुराने अध्यक्षों से भी तो हिसाब मांगा जाए।

3 बार नोटिस देकर कहा नामांकन के पैसे लेकर जाओ

श्री अग्रवाल समाज केंद्रीय समिति के अध्यक्ष राजेश बंसल ने द सूत्र को बताया कि यह आरोप सरासर गलत है कि समिति द्वारा नामांकन के पैसे वापस नहीं लौटाए। हमने 3 बार नोटिस दिए कि अपनी जमा की हुई राशि वापस लेकर जाएं। फिर भी सदस्य राशि वापस लेकर नहीं गए। उसके बावजूद वे झूठे आरोप लगा रहे हैं। आरोप लगाने वाले लोगों का कहना था कि नामांकन राशि हमारे घर या दफ्तर पहुंचा दो। इस पर हमने उनसे कहा कि आपने यह राशि केंद्रीय समिति के कार्यालय पर जाकर जमा की थी या फिर घर या दफ्तर से ही दी थी। जब ये लोग पैसे लेकर नहीं जा रहे थे तो हमने चार दिन पहले ही रजिस्ट्री एडी से सबके पैसे वापस भेज दिए। अग्रसेन जयंती के कार्यक्रम में मंच पर बैठाने के एवज में सलाहकार मंडल से लगभग 1 लाख रुपए लिए जाने को लेकर बंसल ने कहा कि अग्रसेन जयंती के अवसर पर यात्रा निकालने सहित सभी कार्यक्रम किए जाने में लगभग 40 से 50 लाख रुपए का खर्च आता है। इसके लिए नियमानुसार ही सलाहकार मंडल से राशि ली जाती है और उसी पैसे से अग्रसेन जयंती का सारा खर्चा वहन किया जाता है।

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यह प्रमुख लोग हैं इस संस्था में

श्री अग्रवाल समाज केंद्रीय समिति में शहर व मध्यप्रदेश के जो बड़े लोग शामिल हैं उनमें प्रमुख संरक्षक विनोद अग्रवाल (अग्रवाल ग्रुप), संरक्षक गिरीश अग्रवाल, प्रमुख परामर्शदाता प्रेमचंद गोयल, प्रमुख सलाहकार संतोष गोयल, चेरयमेन सदस्यता व उत्सव समिति अरविन्द बागड़ी, प्रमुख समन्वयक संजय बांकड़ा, प्रमुख समन्वयक सेवा प्रकल्प किशोर गोयल, निवृतमान अध्यक्ष गोविन्द सिंघल, पूर्व अध्यक्ष राम ऐरन, गणेश गोयल, पीडी अग्रवाल (महू), कुलभुषण मित्तल (कुक्की) शामिल हैं।

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अग्रवाल समाज की इस कार्यकारिणी पर उठे सवाल

श्री अग्रवाल समाज केंद्रीय समिति में अध्यक्ष राजेश बंसल (पंप), उपाध्यक्ष नारायण अग्रवाल (420 पापड़), महामंत्री पवन सिंघल (क्रेन), महिला उपाध्यक्ष पुष्पा किशन गुप्ता, संयोजक नवीन बागडी, सहमंत्री अरविन्द अग्रवाल (वेल्यूअर), कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल (इंजि.), सह संयोजक प्रयोग गर्ग हैं। वहीं, कार्यकारिणी में दिनेश बंसल (जूनी इन्दौर), रितेश मित्तल (बारदान), महेश अगवाल (वेल्युअर), मनोज अग्रवाल (अन्नपूर्णा) संदीप गोयल (ऑटो), नितिन अग्रवाल (एयरपोर्ट), राजेश मित्तल (मालवा मिल), संजय बद्रुका (प्रापटी), केके गोयल (कान्ट्रेक्टर), शरद गोयल (जनपद) और महिला कार्यकारणी पिंकी रवि अग्रवाल, राधा राजेन्द्र अग्रवाल व प्रज्ञा निलेश अग्रवाल शामिल हैं।

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अग्रवाल समाज केंद्रीय समिति का यह है सलाहकार मंडल

संस्था के सलाहकार मंडल में अविनाश अग्रवाल (ओएस्टर), संजय अग्रवाल (नखराली ढाणी), नितिन अग्रवाल (महू), प्रवेश अग्रवाल (सोम्या ग्रुप), विनोद सिंघानिया, जगदीश अग्रवाल (बाबाश्री), प्रकाश अग्रवाल (मोमबत्ती), मदन अग्रवाल (गरोठ), नीतिन अग्रवाल (अपेक्स) के अलावा संरक्षक एवं मार्गदर्शक टीकमचंद गर्ग (केटी), दिनेश मित्तल (मित्तल कॉर्प.), पवन सिंघानिया (मोयरा), सुभाष अग्रवाल (बजरंग आईल), विष्णु बिंदल निलेश अग्रवाल (सजन प्रभा), ओमप्रकाश बंसल (पंप), सीताराम मित्तल (नीमच वाला), बालकिशन छाबछरिया (बल्लु भैया) भी जुड़े हैं।

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