MP News : इंदौर के कृषि महाविद्यालय में छात्रों और डीन के बीच चल रहा विवाद अब तक जारी है। इस मामले में हर दिन एक नया पन्ना खुल रहा है। स्टूडेंट्स का कहना है डीन डॉ. भरत सिंह से डीन का पद छीना जाए तो वही डीन अपनी सफाई देने में अड़े हुए है और इसी बीच छात्रों का प्रदर्शन भी जारी है तो वहीं शहर का तिलक नगर थाना भी इस विवादों में घिरा हुआ है।
छात्रों का कहना है पुलिस प्रशासन मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है और न ही डीन के खिलाफ कोई कार्रवाई या एफआईआर दर्ज की जा रही है। इसी उलझन को सुलझाने के लिए गुरुवार को कलेक्टर आशीष सिंह के आदेेश पर जांच कमेटी बनाई गई जिसमें जिम्मेदारों को सात दिन में पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है।
कमेटी में दो एसडीएम, एक तहसीलदार और एक एसीपी
कृषि कॉलेज मामले में बनाई गई कमेटी में चार लोगों को शामिल किया गया है। इस पूरे मामले में चार सदस्यों की कमेटी बनाई गई है, जिसमें एक एसडीएम, एक तहसीलदार और एक एसीपी है। कमेटी ने गुरुवार से ही मामले में संज्ञान लेना शुरू कर दिया है और बंद कमरे में कॉलेज के स्टॉफ और महिला प्रोफेसर्स के बयान भी लिए जा रहे है। इस पूरे मामले में कॉन्फीडेंशियल रिपोर्ट बनाकर तैयार की जाएगी।
ये खबर भी पढ़ें : Indore Agriculture College में छात्रों के प्रदर्शन को मिला NEYU का समर्थन, क्या बनेगी बात ?
डीन पर लगे आरोप
डीन और छात्रों के बीच चल रहे विवाद के बीच महिला प्रोफेसर्स और छात्राओं को भी डीन द्वारा प्रताडि़त करने का मामला सामने आया है। इसका खुलासा स्वयं कॉलेज प्रोफेसर्स ने द सूत्र से चर्चा की त कई पहलू सामने आए और इसी दौरान महिला प्रोफेसर्स व छात्राओं द्वारा महिनों पहले डीन के खिलाफ की गई कार्रवाई के लिखित प्रमाण भी दिए गए है।
ये खबर भी पढ़ें : Agriculture College : इंदौर कृषि महाविद्यालय के डीन ने की छात्राओं से बदतमीजी, बोले- मसल दूंगा सबको
वीसी ने गंभीरता से नहीं लिया मामला
महिला प्रोफेसर्स ने बताया, डॉ. भरत सिंह के विषय में हमने कई बार वीसी से भी शिकायत की लेकिन उन्होंने भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया बल्कि उलटा हमसे ही गलत तरीके से बात की और मानसिक रुप से प्रताडि़त भी किया। डीन के खिलाफ जब कुलपति से शिकायत की तो वहां भी सुनवाई नहीं हुई। कुछ महिला प्रोफेसरों ने ये भी आरोप लगाए कि डीन डॉ. भरत सिंह ने बहुत बदतमीजी की और कुछ छात्राओं ने इसी वजह से परेशान होकर कॉलेज ही छोड़ दिया। इसी तरह कई शिकायत पत्र महिनों से फाइलों में कैद होकर पड़े हैं।
ये खबर भी पढ़ें : M P में समावेशी शिक्षा से संवरता कल | सभी universities में Agriculture Science की पढ़ाई कराई जाएगी
साल 2022 से प्रताड़ना का आरोप
जानकारी के मुताबिक साल 2022 में एक छात्रा ने भी डीन डॉ. भरत सिंह के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत की थी उस वक्त भरत सिंह कॉलेज के प्रोफेसर थे और कुलपति एसके राव थे इसके बाद इसके बाद राव का ट्रांसफर हो गया और अरविंद शुक्ला वॉइस चांसलर बन गए और डीन डॉ. भरत सिंह को डीन की पोस्ट मिल गई जबकि कॉलेज में करीब 42 सीनियर साइंटिस्ट और प्रोफेसर थे और नियमानुसार इनमें से किसी को डीन का पद मिलना चाहिए था लेकिन डॉ. भरत ने सांठ-गांठ से डीन का पद ले लिया।
ये खबर भी पढ़ें : agriculturecollege : इंदौर कलेक्टर को दिया छात्रों ने ज्ञापन, बोले- डॉ. भरत से छीना जाए डीन का पद