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इंदौर के आजाद नगर थाने से टीआई विजय सिंह सिसौदिया को हटा दिया गया है। उनकी पोस्टिंग 77 दिन पूर्व ही 29 जनवरी 2025 को आजाद नगर थाने में हुई थी। अतिसंवेदनशील माने जाने वाले थाने से इतनी जल्दी टीआई को हटाए जाने को लेकर शहर में चर्चाएं गर्म हैं। बताते हैं कि टीआई साहब ने पिछले महीने चेकिंग के दौरान शहर के एक बड़े कॉन्ट्रैक्टर के पोते की गाड़ी रोक ली थी। उसके बाद उसे पकड़कर थाने में बैठा लिया था। पोते को छुड़ाने के लिए कॉन्ट्रैक्टर दादा ने टीआई को खुद तो फोन किया। साथ ही कई पुलिस अफसरों व परिचितों से भी फोन लगवा दिए, लेकिन टीआई साहब ने किसी की भी नहीं सुनी। फिर क्या था कुछ दिन के बाद टीआई साहब का ट्रांसफर ऑर्डर आ गया। उन्हें क्राइम ब्रांच भेज दिया गया है और अब आजादनगर थाने की कमान तिलक करोले को दी गई है।
हटाने के पीछे के और भी कई हैं किस्से
आजाद नगर थाने से जुड़े सूत्रों के मुताबिक टीआई सिसौदिया जब से आए थे तब से उनकी कार्यप्रणाली से कोई खुश नहीं था। थाने का स्टाफ भी आए दिन वरिष्ठ अफसरों को उनके बारे में शिकायत करते रहता था। वे मुख्य रूप से अधिकतर शाम को ड्रिंक एंड ड्राइव के मामले में कार्रवाई करते देखे जाते थे। इसकी जानकारी भी ऊपर के अफसरों तक लगातार पहुंच रही थी। इसके अलावा थाने के सिपाही लखन जाट के ड्रग माफिया संग सांठगांठ उजागर होने की घटना भी इन्हीं के कार्यकाल की है।
एक पुलिस अफसर से हो गई थी बहस
थाने से जुड़े सूत्र बताते हैं कि पिछले दिनों एक पुलिस अफसर के ड्रायवर की गाड़ी भी चेकिंग के दौरान टीआई साहब ने पकड़ ली थी। उसके बाद जब अफसर ने इन्हें फोन करके गाड़ी छोड़ने को लेकर निवेदन किया तो टीआई सिसौदिया ने उल्टा उन्हें ही झाड़ दिया था। इसको लेकर दोनों के बीच काफी बहस हुई थी। फिर उस घटना की शिकायत भी पुलिस अफसर ने वरिष्ठ अधिकारियों को की थी। बताया गया कि वे पुलिस अफसर वर्तमान में इंदौर के बाहर किसी थाने में पदस्थ हैं, लेकिन पूर्व में इंदौर में ही पदस्थ थे।
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दिनदहाड़े चली गोली में भी कार्रवाई पर उठे सवाल
हालही में आजाद नगर थाना क्षेत्र के नूरी नगर में दिनदहाड़े गोली चल गई थी। इसमें गुंडे हेमू ठाकुर और चिंटू ठाकुर की संलिप्तता मिली थी। उस मामले में टीआई द्वारा सख्त कार्रवाई नहीं किए जाने पर इनकी भूमिका भी संदेह के घेरे में थी। साथ ही एक मजदूर की कम्प्रेसर से हवा भरने से मौत हो जाने का मामला भी इन्हीं के कार्यकाल में ही सामने आया था। इसके बाद से वरिष्ठ अफसरों की नाराजगी और बड़ गई थी।
शादी का कार्ड देने आए व्यक्ति को बाहर से लौटाया
टीआई सिसौदिया की थाने से रवानगी के बाद इनकी मनमानी के कई किस्से सामने आ रहे हैं। उनमें से एक तो और ज्यादा विचित्र है। कुछ दिनों पूर्व एक एससी-एसटी अफसर ने अपने परिवार की शादी का निमंत्रण इन्हें भेजा था। जब व्यक्ति निमंत्रण लेकर थाने पहुंचा और साहब के केबिन में आने लगा तो इन्होंने उसे वहीं से बाहर करते हुए कह दिया था कि आप कार्ड बाहर ही दे दीजिए। इस घटना को भी संबंधित व्यक्ति ने अपने अफसर को बताया तो उन्होंने भी काफी नाराजगी व्यक्त की थी।
सिंगल ट्रांसफर ऑर्डर निकलने से मची खलबली
असल में गुरुवार को जब टीआई सिसौदिया का ट्रांसफर ऑर्डर जारी हुआ तो पूरे पुलिस महकमे में खलबली बच गई। असल में पुलिस विभाग में ट्रांसफर को लेकर ऐसा माना जाता है कि जब भी किसी अफसर का सिंगल ट्रांसफर ऑर्डर निकलता है तो या तो उस अफसर की विभाग में काफी पकड़ है या फिर उसने कोई बड़ा कांड कर दिया है जिससे अफसर नाराज हैं। ऐसा ही कुछ टीआई सिसौदिया के मामले में भी विभाग के अफसर व कर्मचारी चर्चा करते नजर आ रहे हैं।
पूर्व टीआई भी विवाद के बाद हटाए गए थे
आजाद नगर थाने से हटाए गए टीआई सिसौदिया के पहले रहे नीरज मेढ़ा को भी बड़े विवाद के बाद हटाया गया था। असल में पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन के बेटे के शोरूम में हुई तोड़फोड़ के मामले में कार्रवाई करने में लापरवाही करने के आरोप लगे थे। इस पर उन्हें हटाया गया था और उनके स्थान पर विजय सिंह सिसौदिया को कार्यभार सौंपा गया था।