शुक्ला परिवार की बाणेश्वरी लिखी बस ने अब साइकल सवार को कुचला, मौत
घटना लवकुश चौराहे के पास की है। यहां पर सायकल सवार युवक को अचानक तेजी से आती शुक्ला परिवार की बाणेश्वरी लिखी बस ने रौंद डाला। इसमें युवक की मौके पर ही मौत हो गई।
इंदौर में शुक्ला परिवार के बाणेश्वरी लिखे वाहनों से आम लोगों का कुचला जाना और मारा जाना आम बात होती जा रही है। बुधवार को बस (एमपी 09 एफए 6228) ने बाणगंगा क्षेत्र में फिर एक युवक को कुचल डाला है। घटना के बाद घायल को अरविंदो अस्पताल लेकर गए, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। अभी मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। इस बस पर बाणेशवरी और गोलू दोनों लिखा है। इस परिवार से विधानसभा तीन में गोलू शुक्ला बीजेपी विधायक हैं।
बस छोड़कर भाग गए ड्राइवर, कंडक्टर
बाणगंगा पुलिस के मुताबिक घटना लवकुश चौराहे के पास की है। यहां पर सायकल सवार युवक को अचानक तेजी से आती गोलू और बाणेश्वरी लिखी बस ने रौंद डाला। इसमें युवक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद ड्राइवर और कंडक्टर सहित चार लोग बस को छोड़कर भाग निकले। आसपास के लोगों ने घायल को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। वहीं, बाणगंगा पुलिस ने भी केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कारों पर तेज हूटर बजाते हुए बिना रुके जाना, रौब जमाते हुए तेज रफ्तार से कार चलाना शुक्ला परिवार (गोलू शुक्ला, संजय शुक्ला) का शौक है। इनका भौकाल पुलिस देख चुकी है और ‘द सूत्र’ इसका खुलासा भी कर चुका है। उसके बावजूद पुलिस का अमला इन पर कार्रवाई को लेकर बेबस और असहाय सा नजर आता है।
आरटीओ भी समय–समय पर शहरभर में चेकिंग करते नजर आते हैं। यही नहीं उनका उड़नदस्ता अंतर्राज्यीय बसों पर भी कार्रवाई करता दिखता है। हालांकि उनको शहरभर में ट्रैफिक के नियमों की धज्जियां उड़ाती ये बाणेश्वरी की गोलू लिखी बसें नहीं दिखती हैं। यही कारण है कि बेखौफ ये बसें राह चलते लोगों को टक्कर मारते व रौंदते हुए निकल जाती हैं।
विधायक गोलू शुक्ला और पूर्व विधायक संजय शुक्ला के भतीजे यश शुक्ला के करीबी रहे राधाकिशन प्रजापति के नाम पर दर्ज काली स्कॉर्पियो ने पिछले दिनों बेदर्दी से एक वृद्ध महिला को कुचल डाला था। कार का नंबर भी वीवीआईपी एमपी 09 डीक्यू 9999 था। इसने 85 वर्षीय वृद्धा कौशल्याबाई को कुचल डाला था और उसे काफी दूर तक घसीटते हुए लेकर गया था। चालक पर बीएनएस की धारा 106 (1) के तहत केस दर्ज हुआ।
The Sootr
बाणेश्वरी लिखी कारों पर लगे होते हैं हूटर
इंदौर के तेजाजी नगर थाना क्षेत्र में ही पिछले दिनों पुलिस चेकिंग के दौरान एसीपी करणदीप सिंह ने एक एसयूवी को रोका था। इस पर हूटर लगा हुआ था। कार पर बाणेश्वरी लिखा था और कार को मोनू खत्री नामक व्यक्ति चला रहा था। कार रोके जाने पर उसने रौब दिखाते हुए फोन लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे रोक दिया और हूटर हटा दिया गया।
कुछ दिन पूर्व ही तेजाजी नगर चेकिंग पॉइंट पर बैरिकेड्स लगे थे। यहां से एक एसयूवी एंडेवर कार एमपी 09 सीटी 2500 ने पुलिस के बैरिकेड्स देखकर हूटर बजाने शुरू कर दिए और कार निकालने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने उसे रोक दिया और कार पर हूटर लगे होने का कारण वह बता नहीं पाया। कार की नंबर प्लेट पर भी एक लाल रंग की कवर चढ़ी हुई थी।