इंदौर के राऊ स्थित एक टाऊनशिप से गुजरात की पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट का आरोपी ठेकेदार को पुलिस ने पकड़ा है। वह घटना के बाद इंदौर भाग आया था और यहां पर अपने घर में छिपकर बैठा था। गुजरात पुलिस की टीम ने दबिश देकर आरोपी को पकड़ा है। घटना में दो अन्य आरोपियों को तो पुलिस पहले ही पकड़ चुकी है।
गुजरात के बनासकांठा में चल रही थी अवैध फैक्ट्री
गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा में अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के मामले में इंदौर से मुख्य ठेकेदार हरीश रामचंद्र मेघवानी को गिरफ्तार किया गया है। 1 अप्रैल को हुए इस विस्फोट में 22 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वाले सभी मजदूर मप्र के ही थे। मामले में फैक्ट्री मालिक दीपक मोहनाणी और उसके पिता खूबचंद मोहनाणी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
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राऊ का ही रहने वाला है आरोपी
गुजरात पुलिस की टीम ने ठेकेदार हरीश मेघवानी को राजेंद्र नगर स्थित ट्रेजर टाउनशिप से रविवार को गिरफ्तार किया। वह यहीं रहता था। टीम ने इंदौर पुलिस से फरार आरोपी को लेकर जानकारी मांगी थी। इस पर राजेंद्र नगर टीआई नीरज बिरथरे की टीम ने गुजरात से आई एलसीबी टीम के पीएसआई आरबी जडेजा को ट्रेजर टाउनशिप में बल उपलब्ध करवाया।
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हरदा से लेकर जाता था मजदूरों को
जांच में पता चला कि आरोपी हरीश और गोदाम मालिक पिता-पुत्र एक ही समुदाय से हैं। ये तीनों एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे। आरोपी हरीश ने दो अन्य ठेकेदार लक्ष्मी और पंकज के साथ सबसे पहले घटनास्थल का निरीक्षण किया था। उन्होंने इस गोदाम को सुतली बम बनाने के लिए उपयुक्त बताया था। इसके बाद वह नियमित रूप से हरदा जिले से डीसा स्थित दीपक ट्रेडर्स में मजदूरों को भेजकर आर्थिक लाभ कमाता था।
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