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इंदौर के एक डायग्नोस्टिक सेंटर ( indore diagnostic center ) की सोशल मीडिया पर पोस्ट से डॉक्टर लॉबी में हड़कंप मच गया। इसमें लिखा गया है कि मंहगी जांच के लिए देश के डॉक्टरों को 40 से 60 फीसदी तक कमीशन मिलता है। अब इसे लेकर बवाल मच गया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशसन यानी आईएमए ने डायग्नोस्टिक सेंटर के डायरेक्टर अर्पित कोठारी को नोटिस जारी कर दिया है। हालांकि नोटिस के बाद उन्होंने यह पोस्ट डिलीट कर दी।
शनिवार को डाली थी पोस्ट
शनिवार को कोठारी ने यह पोस्ट अपलोड की थी। इसमें लिखा था कि हम कमीशन पर विश्वास नहीं रखते। इसलिए हमारी जांच के दाम कम रखे जाते हैं और मरीजों को फायदा दिया जाता है। सेंटर डॉक्टर द्वारा रेफर किए गए मरीजों को लेकर न दबाव में आता और न ही समझौता करता है। हम डॉक्टरों के कहने पर सर्जरी या महंगा ट्रीटमेंट बताकर मुनाफा नहीं कमाते।
इन्होंने थमाया नोटिस
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. नरेंद्र पाटीदार और डॉ. अक्षत पांडे ने डायग्नोस्टिक सेंटर के अर्पित कोठारी को नोटिस जारी कर Linkedln पर माफी मांगने के लिए कहा है। नोटिस में कहा गया है कि आपकी इस आपत्तिजनक पोस्ट से डॉक्टरों का एक बड़ा वर्ग परेशान है। इंदौर में समर्पित डॉक्टरों की मेहनत, ईमानदारी पर सवाल खड़े कर उन्हें गुनाहगार बता दिया। आपकी पोस्ट बहुत निराशाजनक और अप्रत्याशित प्रतिक्रिया है। इसे लेकर Linkedln पर माफी के साथ स्पष्टीकरण दें। आपने डॉक्टरी जैसे नोबल प्रोफेशन को दोषी बताकर हमें बदनाम किया है।
पीड़ितों ने बताया किस तरह लूटा गया
दरअसल एक मरीज ने कोठारी से पूछा था कि मैंने एक जांच कराई तो सात हजार रुपए लगे आप कम में कैसे करते हैं। इस पर कोठारी ने यह जवाब दे दिया। इस मैसेज तत्काल ही पांच लाख लोगों में चला गया।