इंदौर में सन्मति अस्पताल की डॉक्टर ने 6 माह की गर्भवती को दी एक्सपायरी दवाई, गर्भ में मर गया बच्चा
एरोड्रम थाना क्षेत्र के रूप राम नगर निवासी राहुल राजपूत ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी रिंकी राजपूत का इलाज संगम नगर निवासी डॉ. वंदना तिवारी से चल रहा था। उन्होंने संगम नगर में ही एक घर में अस्पताल खोल रखा है।
इंदौर में सन्मति अस्पताल की महिला डॉक्टर वंदना तिवारी ने 6 माह की गर्भवती के साथ कांड कर दिया। गर्भवती के पति ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने पेट दर्द होने पर एक्सपायरी डेट की दवाई दे दी। दवा देने के बाद भी पेट दर्द बंद नहीं हुआ। इतना ही नहीं, पेट में पल रहे शिशु की मौत हो गई।
डॉ. वंदना तिवारी से चल रहा था इलाज
एरोड्रम थाना क्षेत्र के रूप राम नगर निवासी राहुल राजपूत ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी रिंकी राजपूत का इलाज संगम नगर निवासी डॉ. वंदना तिवारी से चल रहा था। उन्होंने संगम नगर में ही एक घर में अस्पताल खोल रखा है। 23 मई को पत्नी को पेट दर्द हुआ तो वह डॉ. तिवारी को दिखाने पहुंचा। यहां पर उसे मेफटल फाेर्टी दवाई दे दी। इसमें से एक गोली खाने के 2 घंटे बाद ही उसे तेज दर्द उठा।
डॉक्टर को फोन किया तो बोलीं सरकारी में ले जाओ
राहुल ने बताया कि जब पत्नी को तेज दर्द होने लगा तो उन्होंने डॉ. तिवारी को फोन किया। इस पर लापरवाह डॉक्टर ने कह दिया कि सरकारी अस्पताल में लेकर चले जाओ। 24 मई की सुबह 6 बजे उसने पत्नी को एमटीएच अस्पताल में भर्ती कराया।
यह इलाज की पर्ची
डॉक्टरों ने दवाई देखी तो चौंक गए
राहुल ने बताया कि एमटीएच के डॉक्टरों ने जब दवाई और दस्तावेज देखे तो वे चौंक गए। इस पर उन्होंने कहा कि दवाई तो 11 महीने पहले ही जून 2024 में एक्सपायर हो चुकी है। डॉक्टरों ने ही उसे बताया कि इस दवाई को खाने से पेट में गर्मी बड़ गई और 6 माह का गर्भ गिर गया।
सन्मति अस्पताल की डॉ. तिवारी ने जो एक्सपायरी दवाई गर्भवती को दी थी उस पर फिजिशियन सैंपल नॉट फॉर सेल लिखा था। यह वही दवाई थी, जो कि मेडिकल रीप्रेजेंटेटिव आमतौर पर डॉक्टरों को दे जाते हैं। ऐसे में संभावता जताई जा रही है कि यह वही सैंपल वाली दवाई थी। जो कि एक्सपायर हो चुकी थी और डॉ. वंदना तिवारी ने बिना देखे ही मरीज को दे दी।
यह एक्सपायरी दवाई दी
सीएमएचओ बोले, जांच कराएंगे
इस संबंध में सीएमएचओ का कहना है कि घर में सन्मति अस्पताल चलाए जाने की उन्हें जानकारी नहीं है। वहीं, गर्भवती को एक्सपायरी दवाई देने के मामले में वे जांच कराएंगे और दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।
राहुल राजपूत जब इस मामले में डॉक्टर वंदना तिवारी पर कार्रवाई करने के लिए आवेदन लेकर 24 मई को एरोड्रम थाने पहुंचा तो उसे डांटकर भगा दिया गया। पुलिस ने उसे यह कहा कि इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग में होगी। इसके बाद वह दोबारा 26 मई को आवेदन लेकर थाने गया, लेकिन उसका आवेदन पुलिस ने नहीं लिया।
झाबुआ में एक महिला दांत दर्द की दवा लेने मेडिकल स्टोर गई, जहां उसे गलत दवा दी गई। दवा खाने के बाद महिला की तबीयत बिगड़ी और अस्पताल में उसकी मौत हो गई। परिजनों ने मेडिकल संचालक पर गलत दवा देने का आरोप लगाया, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।