इंदौर में आबकारी विभाग को इस बार 1800 करोड़ का लक्ष्य पूरा करना है। इस लक्ष्य के पहले ही यहां से सहायक आयुक्त को हटाकर फेरबदल में अभिषेक तिवारी को लाया गया है। उनकी चुनौती अभी दो दिन में 200 करोड़ जुटाने की है। पुराने अधिकारी जाने से पहले 88 फीसदी लक्ष्य पूरा कर 1600 करोड़ दिलवा चुके हैं। लेकिन उन्हें हटा दिया गया।
ठेकेदार नहीं ले रहे रुचि
तिवारी ने गुरुवार को ठेकेदारों को बुलाकर उनसे टेंडर भरने का आग्रह भी किया। अभी भी 18 क्षेत्रों की दुकानें बची हुई हैं। इनसे 200 करोड़ का राजस्व मिलना है। यह टेंडर शुक्रवार शाम को ही खुलेंगे। लेकिन फिलहाल उनकी ओर से कोई रुचि नहीं दिखाई जा रही है। लक्ष्य से चूके तो शासन जवाब तलब करेगा।
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उधर चंदननगर पुलिस की कार्रवाई से हड़कंप
उधर आबकारी विभाग में शुक्रवार को चंदननगर पुलिस की कार्रवाई से हड़कंप मच गया। पुलिस ने एक आयशर को पकड़ा जिसमें चार लाख से ज्यादा कीमत की अवैध शराब थी जो गुजरात जा रही थी। इस पर पुलिस ने दबिश देकर पकड़ा। वहीं आबकारी विभाग को होश नहीं था। इसके बाद सभी अधिकारियों को बुलाकर धारा 34 (2) के केस बनाने के टारगेट दे दिए गए, लेकिन मुश्किल यह है कि बीएनएस लागू होने के बाद अब केस की वीडियोग्राफी जरूरी है। पहले इसमें कई बार जमकर फर्जीवाड़ा होता था और केस बना दिए जाते थे।
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उधर ट्रैफिक पुलिस से छुड़वाई गाड़ी
वहीं खबर यह भी है कि ट्रैफिक पुलिस ने जीपीओ चौराहे के पास एक अवैध शराब की गाड़ी पकड़ी। लेकिन इसमें इंदौर के वरिष्ठ अधिकारी ने इंस्पेक्टर को इसे छुड़वाने की जिम्मेदारी दी और पुलिस को फर्जी परमिट की जानकारी देकर इसे छुड़वा लिया गया।
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