इंदौर नगर निगम में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच चल रही लड़ाई अब खुलकर सामने आ गई है। एमआईसी मेंबर मनीष मामा के व्यवहार को लेकर लगातार अधिकारियों में गुस्सा था जो अब पत्र बनकर बाहर आया है। उन पर आरोप है कि बुधवार 26 मार्च की शाम को अधिकारियों के साथ दुव्यर्वहार किया गया। इस मामले में अधिकारियों ने एकजुट होकर उन पर कार्रवाई के लिए निगमायुक्त शिवम वर्मा को पत्र लिख दिया है।
यह लिखा गया है पत्र
एडिशनल कमिशनर अनिल बनवारिया, उपायुक्त केएस सगर के साथ संतोष शर्मा, अमित, खुशबू निगम, कृष्णा बनेत, विकास बांगर, विनोद कल्याणे सहित अन्य ने यह पत्र आयुक्त शिवम वर्मा को भेजा है। इसमें बताया गया है कि 26 मार्च को उपायुक्त कार्यालय में सभी स्वास्थ्य, स्थापना व अन्य स्टाफ के साथ लोकायुक्त की 89 फाइल्स पर चर्चा कर रहे थे। यूनियन नेता लीलाधर करोसिया भी साथ थे। इसी दौरान शहरी गरीबी उपशमन प्रकोष्ठ के प्रभारी एमआईसी मेंबर मनीष शर्मा (मामा) शाम पांच बजे आए और बनवारिया और सगर से तेज आवाज में बोले कि आपको बुलाया जाता है तो आप आते नहीं है। क्या बार-बार फोन लगाना पड़ेगा। क्या आप लोगों को अपनी भाषा में समझाना होगा, मेरी समझाने की भाषा अलग है, क्या चोरी चमारी चल रही है, क्या चोरी-चकारी में लगे रहते हो। बनवारिया के साथ भी गलत व्यवहार किया और धमकी दी कि नहीं सुनोगे तो इस विभाग से हटवा दूंगा।
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हमारी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची, कार्रवाई की जाए
अधिकारियों ने आगे लिखा है कि हम सभी अधिकारी, कर्मचारियों द्वारा निष्ठा, लगन से काम किया जाता है। लेकिन प्रभारी द्वारा अधीनस्थ कर्मचारियों की उपस्थिति में अमानवीय व अभद्र व्यवहार किया गया। इससे हमारी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। ऐसे में हमारे द्वारा इस विभाग में काम किया जाना संभव नहीं है। कृपया आपसे हम सभी की ओर से निवेदन है कि इस घटना को संज्ञान में लेकर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध है।
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एमआईसी बैठक में पहले भी मामा धमका चुके
सात दिन पहले ही नगर निगम की एमआईसी की बैठक में मनीष शर्मा उर्फ मामा ने अफसरों को धौंसे देते हुए यहां तक कह दिया कि मुझे पुरानी स्टाइल में आने के लिए मजबूर मत करो। मनीष शर्मा बोले कि- दीनदयाल रसोई को तीन इमली पर शिफ्ट करना था। अफसरों ने मेरी जानकारी के बिना ही इसका टेंडर निरस्त कर दिया। अफसर फोन तक नहीं उठाते हैं। मुझे पुरानी स्टाइल में आने पर मजबूर मत करो। पुराने अफसरों से पूछना कि जब मेरा स्कूटर निगम के गेट पर आता था तो पता चल जाता था कि मामाजी आ गए हैं।
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पहले भी हो चुकी है गहमा-गहमी
एमआईसी मेंबरों का अफसरों पर बरसना कोई नई बात नहीं है। इसके पूर्व में भी कई बार बैठकों में अफसरों व एमआईसी मेंबरों का विवाद हो चुका है। पूर्व में सदस्यों ने इंजीनियर सुनील गुप्ता को विरोध कर बैठक से बाहर कर दिया था।
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5 मुख्य बिंदुओं से समझें पूरा मामला
✅ MIC मेंबर मनीष मामा ने निगम अधिकारी से अभद्र व्यवहार किया और धमकी दी।
✅ अधिकारियों ने इस मामले में निगमायुक्त को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की।
✅ मनीष मामा ने निगम अधिकारियों से कहा कि यदि वे उनकी बात नहीं मानते तो वे उन्हें विभाग से हटवा देंगे।
✅ इससे पहले भी नगर निगम की बैठकों में अफसरों और जनप्रतिनिधियों के बीच विवाद हो चुका है।
✅ यह घटना निगम के भीतर एक नया विवाद खड़ा कर रही है और राजनीतिक माहौल को भी गर्म कर दिया है।unicipal Corporation | MIC मेंबर मनीष शर्मा | इंदौर न्यूज | Indore News | मध्य प्रदेश