इंदौर के कालिंदी में हीट वेव से बेसुध होकर पेड़ से गिरे मोर, मौत

इंदौर में गर्म हवाओं से एक साथ चार मोर की मौत हो गई। एक मोर को बचा लिया गया है। बुधवार रात को इनका पोस्टमार्टम किया गया। प्रारंभिक पीएम रिपोर्ट के अनुसार इनकी मौत लू लगने और डिहाइड्रेशन से होना बताया जा रहा है।

author-image
Vishwanath singh
New Update
The Sootr

The Sootr

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

 इंदौर में एक बार फिर हीट वेव के कारण राष्ट्रीय पक्षी मोर ने दम तोड़ दिया। यह घटना कालिंदी कुंज की है, जहां पर कॉलोनी में लगे पेड़ पर से ये पांच मोर बेसुध होकर अचानक से गिर पड़े। इनमें से चार मोर ने तो दम तोड़ दिया, लेकिन कॉलोनी के लोगों की मदद से एक मोर को बचा लिया गया। 

पीएम रिपोर्ट में लू लगने से मौत बताया

इंदौर में गर्म हवाओं से एक साथ चार मोर की मौत हो गई। एक मोर को बचा लिया गया है। बुधवार रात को इनका पोस्टमार्टम किया गया। प्रारंभिक पीएम रिपोर्ट के अनुसार इनकी मौत लू लगने और डिहाइड्रेशन से होना बताया जा रहा है। मौत की वास्तविक वजह जानने के लिए इनके सैम्पल लैब भेजे जाएंगे। घटना इंदौर के कालिंदी कुंज की है। यहां के रहवासी और रहवासी संघ के अध्यक्ष अजय जैन ने बताया कि हमारी कॉलोनी में 5 मोर हैं, जिनकी हालत खराब होते ही हम बुधवार को उन्हें पशु चिकित्सालय ले गए थे। इनमें से 4 की मौत हो गई। पशु चिकित्सालय में ही मोरों का पोस्टमॉर्टम किया गया। इसमें उनकी मौत डिहाइड्रेशन और लू से होने की बात सामने आई है।

यह खबर भी पढ़ें...इंदौर में एलन, कल्पवृक्ष, अनएकेडमी, कैटेलाइजर कोचिंग और स्कूल माफियाओं की सांठगांठ

पेड़ पर बैठे मोर अचानक गिरने लगे

जैन ने आगे बताया कि हमारी कॉलोनी में पेड़ पर बैठे मोर दोपहर बाद गिरने लगे। रहवासियों ने उन्हें पानी पिलाया। हम तत्काल उपचार के लिए इन्हें पशु चिकित्सालय ले गए। इनमें से एक मोर को उपचार करके बचा लिया। लेकिन चार ने दम तोड़ दिया। इसी तरह हमें खबर मिली है कि रेडियो कॉलोनी, रालामंडल में भी मोरों के मरने की सूचना है।

यह खबर भी पढ़ें...इंदौर में अजाक्स को कार्यालय के लिए मिला सरकारी बंगला, खुल गई कचौड़ी-समोसे की दुकान

सभी जगह दिखवा रहे स्थिति

डीएफओ प्रदीप मिश्रा का कहना है कि हमें इस मामले में सूचना नहीं है। रालामंडल सहित अन्य जगहों पर भी चेक कराया जा रहा है। मोरों के मरने की सूचना आने के बाद मैंने पूरे वन अमले को एक बार फिर से वस्तु स्थिति जांचने के लिए कहा है। वन विभाग मार्च के आखिरी सप्ताह में जंगलों में पेयजल की व्यवस्था करता है। जहां जरूरत पड़ती है नए वाटर रिसोर्सेस बनाते हैं। यदि पानी की कमी के कारण मोरों की मौत होने की जानकारी सामने आएगी उसे तत्काल दूर करेंगे। 

यह खबर भी पढ़ें...इंदौर के MY में कायाकल्प 2 में 13 करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप, EOW का आधा दर्जन डॉक्टरों को नोटिस

हीट वेव के कारण हुई मौत

इंदौर जू के प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने बताया कहा कि बुधवार रात 9 बजे बाद कुछ लोग दो मोरों को लेकर संग्रहालय आए थे। उस दौरान वहां गार्ड था। दोनों की मौत हो चुकी थी। मैंने पोस्टमॉर्टम किया। जिसमें हीट वेव के कारण मौत होने की बात सामने आई है। दो मोर की बाद में मौत हुई। एक मोर को रेस्क्यू किया गया है।

यह खबर भी पढ़ें...इंदौर मेडिकल कॉलेज के एमवाय, मेंटल, सुपर स्पेशलिटी, केंसर, एमटीएच अस्पताल में चादर धुलाई घोटाला

पूरे जिले में 10 हजार से ज्यादा मोर

इंदौर जिले में 10 हजार से अधिक मोर हैं। सबसे ज्यादा रालामंडल, हुकुमचंद मिल, पीटीसी सेंटर, कृषि कॉलेज, रेसिडेंसी एरिया, मेघदूत और पहाड़ गंगा के पास मिलते हैं। पिछले साल मोर के दाना पानी की व्यवस्था करने के लिए करीब 80 हजार का बजट मुख्यालय से आया था। विभाग ने मोर संरक्षण के लिए 20 क्लस्टर चिह्नित किए थे। रहवासियों का दावा है कि कॉलोनी के घरों के आंगन में ये मोर आते रहते हैं। उनके दाना पानी का इंतजाम भी रहवासी ही करते हैं। कई घरों के बाहर मोरों के लिए खाने के इंतजाम किए हैं।

 

MP News Indore News Peacock birds death heatwave