इंदौर में एक होमगार्ड से ही रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। आरोपी कार्यालय डिविनजल कमांडेंट होमगार्ड मोती तबेला इंदौर में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक (अनुसचिवीय) चित्रांग पुराणिक है। आरोपी 15 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त टीम द्वारा रंगे हाथों पकड़ाया है।
इस तरह हुई कार्रवाई
पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त जयदीप प्रसाद के निर्देश पर भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही कार्रवाई के तहत इंदौर लोकायुक्त ने यह कार्रवाई को अंजाम दिया। आवेदक अर्जुन सिंह कटारा पिता गोमत कटारा, उम्र 45 वर्ष, निवासी ग्राम किशनपुरा तहसील मेघनगर जिला झाबुआ जो होमगार्ड है, उनके द्वारा शिकायत की गई थी।
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यह है मामला
फरियादी अर्जुन कटारा होमगार्ड विभाग झाबुआ में सैनिक की पद पर पदस्थ था, वर्ष 2021 में आवेदक के खिलाफ थाना दाहोद (ग्रामीण) गुजरात में धारा 392, 170, भादवि. की FIR दर्ज होने से इसे सैनिक पद सेवामुक्त कर दिया था। बाद में कोर्ट से बरी होने पर उनके द्वारा सैनिक पद पर फिर से लेने का आवेदन किया था। यह आवेदन आगे भोपाल भेजने के एवज में आरोपी चित्रांग पुराणिक ने आवेदक के रिश्वत मांगी थी।
एसपी को हुई शिकायत
इस पर आवेदक ने राजेश सहाय, पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्त इंदौर को शिकायत की गई। शिकायत के सत्यापन उपरांत शिकायत सही पाए जाने से ट्रैप दल का गठन किया गया और डिविजनल कमांडेंट होमगार्ड ऑफिस इंदौर कार्यालयीन कक्ष में आरोपी 15 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ ट्रैप किया गया। आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7, के अंतर्गत कार्रवाई जारी है। ट्रेप दल में डीएसपी अनिरूद्ध वाधिया, डीएसपी आरडी मिश्रा, इंस्पैक्टर विक्रम चौहान, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, आरक्षक शिवप्रकाश पाराशर, राकेश मिश्रा, कमलेश परिहार, आदित्य सिंह भदोरिया, शेरसिंह शामिल थे।
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