INDORE. महानिरीक्षक पंजीयन (आईजीआर) भोपाल अमित तोमर शनिवार को इंदौर दौरे पर हैं। यहां उन्होंने इंदौर पंजीयन दफ्तर मोती तबेला एक और ढक्कन वाला कुआं पर दफ्तर टू का दौर किया। इस दौरान अधिकारियों को छोड़कर उन्होंने सर्विस प्रोवाइडर, पंजीयन वकील और दफ्तर में पंजीयन के लिए आए लोगों से फीडबैक लिया।
/sootr/media/post_attachments/5cc1061c-e72.jpg)
लोगों ने की यह मांग
फीडबैक में मोटे तौर पर यही बात आई कि संपदा 2.0 को जो लागू किया है इसमें सुविधाएं तो ठीक है लेकिन अभी इसमें कई तकनीकी खामियां है और इसमें अभी काफी सुधार की जरूरत है। इसलिए अभी संपदा 2 के साथ ही पहले वाला संपदा 1.0 को चलने दिया जाए। ऐसा नहीं होने पर समस्या खड़ी हो जाएगी। वहीं लोगों ने कहा कि रजिस्ट्री का प्रिंट मिलना चाहिए। ऑनलाइन पीडीएफ तो अपनी जगह ठीक है लेकिन प्रिंट भी मिलना चाहिए। निरीक्षण के दौरान यू.एस. वाजपेई, क्षेत्रीय उप महानिरीक्षक पंजीयन इन्दौर, वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक शर्मा व अन्य अधिकारी साथ में रहे।
ये खबर भी पढ़िए... इंदौर में संपदा 2 से पहली रजिस्ट्री, दोनों पक्ष घर पर ही रहे, ऑनलाइन लिंक गई और मोबाइल पर ही मिली रजिस्ट्री
स्लॉट बढ़ाने पर जताई राहत
अधिवक्ताओं और सर्विस प्रोवाइडर द्वारा संपदा 1.0 में स्लॉट बढ़ाए जाने और संपदा 2.0 में जियो टैगिंग की समस्या का समाधान करने के लिए महानिरीक्षक पंजीयन तोमर को धन्यवाद दिया गया। तोमर द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि समय पर कार्यालय में उपस्थित होकर तत्परतापूर्वक दस्तावेजों का पंजीयन कार्य किया जाए ताकि आम नागरिकों को कठिनाई न हो।
ये खबर भी पढ़िए... खनिज संपदा : मध्यप्रदेश सरकार खनन के क्षेत्र में कर रही बड़ा बदलाव
तोमर ने यह सब भी देखा
निरीक्षण मुख्य रूप से पंजीयन कार्यालयों में आम नागरिकों को सुविधा प्रदान करने तथा संपदा के संबंध में फीडबैक लेने पर केन्द्रित रहा। निरीक्षण के दौरान रिकॉर्ड रूम, पुराने रिकॉर्ड के डिजिटलाइजेशन की व्यवस्था और जिला पंजीयक कार्यालयों में केस निराकरण का निरीक्षण किया गया। महानिरीक्षक पंजीयन द्वारा रजिस्ट्रार कार्यालयों में मार्च महीने में आम नागरिकों को दी जा रही सुविधाओं के विषय में जानकारी ली और उनका निरीक्षण किया। बैठने की पर्याप्त व्यवस्था करने, पार्किंग सुविधा को बढ़ाने के निर्देश दिए गए। पीने के स्वच्छ पानी, टॉयलेट और गर्मी से बचाव की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए।
अधिवक्ताओं और सेवा प्रदाताओं द्वारा संपदा 1.0 में स्लॉट बढ़ाए जाने और संपदा 2.0 में जियो टैगिंग की समस्या का समाधान करने के लिए श्री तोमर को धन्यवाद दिया गया। तोमर द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि समय पर कार्यालय में उपस्थित होकर तत्परतापूर्वक दस्तावेजों का पंजीयन कार्य किया जाए ताकि आम नागरिकों को कठिनाई न हो। स्थानीय समस्याओं को गंभीरतापूर्वक लिया जाकर उनका समाधान किया जाए।
ये खबर भी पढ़िए... इंदौर में संपदा 2 से पहली रजिस्ट्री, दोनों पक्ष घर पर ही रहे, ऑनलाइन लिंक गई और मोबाइल पर ही मिली रजिस्ट्री
ये खबर भी पढ़िए... सरकारी कर्मचारी ने खुद बढ़ा लिया अपना वेतन, करोड़ों की गड़बड़ी के बाद निलंबित