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INDORE. मध्य प्रदेश के इंदौर में लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस आरक्षक को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बाणगंगा थाने में तैनात आरक्षक ने एक मां से उसी के बेटे से मिलाने के लिए रिश्वत मांगी थी। पीड़ित महिला की शिकायत पर लोकायुक्त की टीम ने ट्रैप कर थाना परिसर से ही आरक्षक को गिरफ्तार किया है। मामले में आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।
क्या है पूरा मामला
लोकायुक्त के मुताबिक बाणगंगा थाना क्षेत्र में रहने वाली महिला ने कलेक्टर कार्यालय में शिकायत में बताया था कि 2021 में सड़क दुर्घटना में उसके पति की मौत हो गई थी। मौत के बाद कुछ समय तक तो वह अपने ससुराल में रही। उसके बाद ससुराल में आए दिन होने वाले विवाद के कारण वह अपनी एक बेटी को लेकर मायके चली गई थी। लेकिन ससुराल पक्ष ने उसके एक बेटे को रख लिया था और मां बेटे दोनों को अलग कर दिया था। जिसके बाद महिला ने कलेक्टर कार्यालय में शिकायत की गई थी।
पहले मांगी थी 20 हजार की घूस
इस मामले में कलेक्टर ने मल्हारगंज एसडीएम को जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद में एसडीएम ने एक आदेश दिया गया जिस पर बाणगंगा थाने को कार्रवाई करनी थी। इस आदेश की कार्रवाई को लेकर बाणगंगा थाने में तैनात आरक्षक हरि सिंह गुर्जर ने महिला से पहले तो 20 हजार की रिश्वत मांग की। लेकिन उसके बाद 10 हजार में पूरा मामला तय हुआ था। जिसके बाद मामले में महिला ने आरक्षक के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की थी।
10 हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ा
पीड़ित महिला की शिकायत लोकायुक्त ने जाल बिछाते हुए आरक्षक हरि सिंह गुर्जर को ट्रैक किया और 10 हजार की रिश्वत लेते हुए थाना परिसर से ही दबोच लिया। पूरे मामले में भ्रष्टाचार अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में कार्रवाई की गई है। साथ ही महिला को उसके बेटे से फिर से मिलवाया गया है।
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