हे भगवान! 7500 करोड़ के इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट में ये चूक, यह बनाना ही भूल गए इंजीनियर

इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट में इंजीनियरों की बड़ी चूक सामने आई है। मेट्रो स्टेशन के पास पार्किंग की कोई योजना नहीं है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस खामी को गंभीर बताया है।

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Sanjay Gupta
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INDORE. मध्य प्रदेश के इंजीनियरों के भोपाल के 90 डिग्री एंगल वाले ब्रिज ने पहले ही भद्द पिटवा दी थी। फिर इंदौर में डबल 90 डिग्री वाला Z आकार का ब्रिज सामने आया था। खैर, यह प्रोजेक्ट तो कुछ करोड़ों के थे। इसके बादवजूद जब हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट में अजीब चूक होती है, तो क्या कहेंगे? यह हुआ है इंदौर के 7500 करोड़ के मेट्रो प्रोजेक्ट में। वैसे अब इसकी लागत 10 हजार करोड़ से अधिक अनुमानित है।

यह चूक कर दी मेट्रो इंजीनियरों ने

यह चूक इंदौर के मेट्रो इंजीनियरों और आर्किटेक्ट ने मेट्रो स्टेशन बनाने में की है। यहां से हर दिन लाखों यात्रियों को आना-जाना करना है। मेट्रो के पहले चरण के लिए ट्रायल रन जारी है। यह गांधीनगर स्टेशन से रेडिसन स्टेशन तक 17 किलोमीटर का है।

इस चरण में मेट्रो के इंजीनियर स्टेशन के बाहर पार्किंग की प्लानिंग करना ही भूल गए। जी हां, यहां पर आने-जाने वाले यात्री या उन्हें छोड़ने आने वाले कहां पर वाहन लगाएंगे, इसकी जगह ही नहीं है।

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मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के दौरे में खुली पोल

इस खामी की शिकायत मिलने पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मेट्रो रूट का दौरा किया है। उनके साथ महापौर पुष्यमित्र भार्गव, निगमायुक्त दिलीप यादव और अधिकारी भी थे। इन अधिकारीयों में एमआईसी सदस्य, मेट्रो और आईडीए शामिल थे। मंत्री विजयवर्गीय ने बुधवार, 19 नवंबर को मेट्रो स्टेशन का दौरा किया और वहां समस्या पाई है।

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इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट में चूक की खबर पर एक नजर...

Indore Metro Project Inaugurated by PM Modi: A Historic Milestone for  Madhya Pradesh, ETRealty

  • इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट में चूक: मेट्रो स्टेशन के बाहर पार्किंग की योजना नहीं बनाई गई, जिससे यात्रियों को समस्या हो सकती है।

  • मंत्री विजयवर्गीय ने की आलोचना: कैलाश विजयवर्गीय ने मेट्रो स्टेशन का निरीक्षण किया और पार्किंग की कमी को बड़ी गलती बताया।

  • पार्किंग की व्यवस्था नहीं: मेट्रो के आर्किटेक्ट्स और इंजीनियरों ने स्टेशन के पास पार्किंग का कोई प्लान नहीं बनाया।

  • अन्य समस्याएं भी सामने आईं: मेट्रो के रूट पर डिवाइडर और पोल की समस्याएं हैं, और समतलीकरण भी सही से नहीं हुआ।

  • आईडीए को निर्देश: मंत्री ने आईडीए से कहा कि अगर जमीन उपलब्ध हो, तो पार्किंग की व्यवस्था की जाए।

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यह भारी भूल है - मंत्री विजयवर्गीय

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने खुलकर कहा कि, इंदौर मेट्रो, निगम और आईडीए के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया है। इसमें मेट्रो स्टेशन के पास पार्किंग की ही नहीं है। इन्होंने पार्किंग का प्लान ही नहीं किया है।

मेट्रो के जो आर्किटेक्ट हैं, जो डिजाइन करने वाले लोग हैं, उनकी यह बहुत बड़ी गलती है। उनके पास वहां जमीन नहीं है। हमने अब आईडीए से कहा है कि अगर उनके पास जमीन हो, तो वहां पार्किंग की व्यवस्था की जाए।

मंत्री ने कहा कि और भी कई समस्याएं हैं, कई जगह डिवाइडर, पोल लगे हैं। इसके बावजूद, रिस्टोरेशन यानी समतलीकरण सही से नहीं हुआ है। यह भी देखना है कि इसे कौन करेगा। इन सभी पर बात की गई है।

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