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ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और युद्ध पर तकनीक का प्रभाव विषय पर केंद्रीय रक्षा मंत्रालय का दो दिनी सेमिनार महू के आर्मी वॉर ऑफ कॉलेज में आज से होगा। इसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस जनरल अनिल चौहान सहित तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होंगे।
ऑपरेशन सिंदूर से सबक
महू के आर्मी वॉर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में खासतौर पर हाल ही में सफल हुए ऑपरेशन सिंदूर की रणनीतियों, उससे मिले सबक और भविष्य के लिए सीखों पर चर्चा होगी। सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि इस ऑपरेशन ने आधुनिक युद्ध पद्धति और तकनीक की भूमिका को और स्पष्ट किया है।
इन दो विषयों पर होगा पूरा फोकस
इस दो दिवसीय रणनीतिक सेमिनार में शामिल होने के लिए रक्षा मंत्री मंगलवार शाम को इंदौर एयरपोर्ट पहुंचकर सड़क मार्ग से महू जाएंगे और आर्मी वॉर कॉलेज के विशेष सत्र में शामिल होंगे। कार्यक्रम का मुख्य फोकस रहेगा—
ऑपरेशन सिंदूर से मिले सबक
उभरती प्रौद्योगिकियां और युद्ध पर उनका प्रभाव
युद्ध की रणनीति और दिशा पर होगी चर्चा
सेमिनार दो प्रमुख उप-विषयों पर केंद्रित होगा—
उभरती प्रौद्योगिकियां और भविष्य के युद्ध पर प्रभाव
प्रौद्योगिकीय सक्षमता को उत्प्रेरित करने के लिए संस्थागत प्रशिक्षण में सुधार
इस दौरान थल, नौसेना और वायुसेना के अधिकारी हालिया संघर्षों, नई तकनीकों के इस्तेमाल, विध्वंसकारी हथियारों, अंतरिक्ष युद्ध और साइबर युद्ध के बदलते परिदृश्यों पर मंथन करेंगे।
वैश्विक भागीदारी और लाइव प्रसारण
रण संवाद में न केवल भारतीय सेना के शीर्ष अधिकारी, बल्कि रक्षा उद्योग विशेषज्ञ, शिक्षाविद और अंतरराष्ट्रीय भागीदार भी शामिल होंगे। सेना ने कार्यक्रम के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और लाइव प्रसारण की व्यवस्था की है। ताकि इच्छुक लोग सीधे इस रणनीतिक संवाद से जुड़ सकें।
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
महू को कार्यक्रम के दौरान नो-फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। ड्रोन कैमरों के उपयोग पर रोक रहेगी। इंदौर से महू तक पुलिस बल तैनात किया गया है और आर्मी क्षेत्र में बड़ी संख्या में सैनिक भी सुरक्षा में मुस्तैद हैं।