मप्र में सीएम बनने के बाद डॉ. मोहन यादव ने सबसे पहला आदेश शोर को लेकर किया था। इसके बाद धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर हटाए गए। अब इंदौर में मस्जिदों पर अजान के लिए एक-एक लाउडस्पीकर लगाने की मांग उठी है। शहर काजी ने इसके लिए तर्क दिया कि अजान की आवाज नहीं आने से लोग नमाज से दूर हो रहे हैं।
34 मौलवियों ने की मांग
इंदौर शहर और ग्रामीण क्षेत्र में करीब 200 मस्जिद हैं। इनमें से करीब 34 मस्जिदों के मौलवियों और मस्जिद कमेटी ने जिला प्रशासन से अजान के लिए एक-एक लाउड स्पीकर लगाने की अनुमति मांगी है। प्रशासन ने सभी आवेदनों को पुलिस में जांच के लिए पहुंचाया है। तय डेसीबल में ही इन लाउडस्पीकर को चलाने की बात कही गई है।
ये खबर भी पढ़ें...
दिल्ली, हरियाणा से महंगी शराब बुलाकर फ्लिपकार्ट से घरों में कर रहे थे डिलीवरी, 11 लाख की शराब पकड़ाई
डीजे और ढोल पर होनी चाहिए कार्रवाई
शहर काजी डॉ. इशरत अली ने कहा कि लाउड स्पीकर हटवाना सही नहीं, उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने यह कहीं नहीं कहा कि आप अपने धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर उतरवाएं। दूसरी बात आम लोगों की शिकायत है कि सड़कों पर तेज आवाज में डीजे बजते हैं उस पर भी रोक लगनी चाहिए। धर्मशाला में जो देर रात तक बाजे बजाते हैं, उस पर रोक लगाना चाहिए। मस्जिदों ने क्या बिगाड़ा है
शहर काजी ने ली थी आपत्ति
इंदौर में मस्जिदों से लाउड स्पीकर हटाने की कार्रवाई पर शहर काजी इशरत अली ने पहले भी आपत्ति ली थी। इसे लेकर उन्होंने समाज जनों के साथ तत्कालीन कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी और वर्तमान कलेक्टर आशीष सिंह से मुलाकात कर अपनी बात रखी थी।
इन इलाकों की मस्जिद कमेटी ने मांगी इजाजत
खजराना, धार रोड, चंपा बाग, आजाद नगर, जिंसी, निपानिया, कड़ाव घाट, महू नाका, कटकटपुरा, बंबई बाजार, चंद्रभागा, हरसिद्धि, श्रीनगर मेन रोड सहित ग्रामीण क्षेत्र देपालपुर की 3 मस्जिदों पर एक-एक लाउड स्पीकर लगाए जाने की मांग एक बार फिर उठी है । मस्जिद कमेटी ने जिला प्रशासन को आवेदन सौंप नियम मुताबिक कम आवाज में लाउड स्पीकर के माध्यम से अजान की अनुमति मांगी है।