INDORE. इंदौर नगर निगम में एक साल पहले सामने आए 150 करोड़ के फर्जी बिल घोटाले में आरोपी कंपनी के और फर्जी बिल मिले हैं। यह कंपनी है नींव कंसट्रक्शन की जिसके प्रोपराइटर मोहम्मद साजिद है। यह पहले से ही इस घोटाले में आरोपी है। अब ताजा माले में नगर निगम के सहायक लेखापाल आशीष तायडे की शिकायत पर एमजी रोड पुलिस ने धोखाधड़ी का एक और केस दर्ज किया है।
11 करोड़ की हेराफेरी में लगाए 169 फर्जी बिल
नगर निगम द्वारा लगातार बिलों की जांच की जा रही है। इसमें सामने आया कि नींव कंसट्रक्शन के मोहम्मद साजिद द्वारा भुगतान के लिए 185 बिल लगाए जिसमें से 169 बिल फर्जी थे। इनके जरिए वह निगम से 11 करोड़ का भुगतान लेने की कोशिश में था।
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पहले से ही कंपनी ब्लैकलिस्टेड, फिर कैसे आ रहे बिल
यह कंपनी बिल घोटाले के बाद पहले ही ब्लैकलिस्ट हो चुकी है। ऐसे में कंपनी के बिल कैसे लग रहे हैं यह भी बड़ा सवाल है। क्या इसे अभी भी ठेके मिल रहे हैं और क्या बिल बन रहे हैं। यह भी एक जांच का विषय है, जिस पर निगम फिलहाल चुप है।
पांच फर्मों से खुली थी घोटाले की फाइल
नगर निगम को शुरूआत में पांच फर्मों के बिलों से इसकी आशंका हुई थी और इसकी जांच की गई थी। इसके बाद जाह्नवी इंटरप्राइजेस के राहुल बडेरा, मैसर्स क्षितिज इंटरप्राइज की रेणु बडेरा, मैसर्स किंग कंस्ट्रक्शन के मो.जाकिर और मैसर्स नींव कंस्ट्रक्शन के मो. साजिद, ग्रीन कंस्ट्रक्शन के मोम्मद सिद्दकी के नाम सामने आए। इसके बाद फिर बेलदार असलम खान के भाई काकू और उनकी फर्मों के साथ अन्य फर्मों तक यह घोटाला फेल गया और इसमें मुख्य आरोपी इंजीनियर अशोक राठौर सामने आए। साथ लेखा विभाग, कम्प्यूटर शाखा व अन्य कर्मचारी, अधिकारी भी निगम के लिप्त पाए गए। इन सभी पर केस हुआ और गिरफ्तारियां हुई।
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