इंदौर में BJP पार्षद के पिता ने जोन के मुख्य निरीक्षक को दी गालियां, बोले चार जूते मारूंगा, फिर मच गया हंगामा

इंदौर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को बीजेपी की पार्षद रूपाली पेंढारकर के पिता अरुण पेंढारकर ने गालियां और धमकी दी। शिकायत के बाद देर रात अरुण पेंढारकर पर एफआईआर दर्ज की गई।

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Sanjay gupta
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इंदौर नगर निगम की सफाई के लिए जुटे रहने वाले मैदानी अधिकारी, कर्मचारियों को अपने ही पार्षदों के परिजन से गालियां सुनने को मिल रही हैं। अब ताजा मामला बीजेपी की 59 वार्ड की पार्षद रूपाली पेंढारकर के पिता अरुण पेंढारकर का है। इन्होंने जोन 12 के मुख्य निरीक्षक को फोन पर जमकर गालियां दी और चार जूते मारने की धमकी दी। निगम सफाई कर्मचारियों के एकजुट होने के बाद आखिरकार देर रात अरुण पेंढारकर पर एफआईआर हो गई। 

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यह हुई घटना

पेंढारकर ने सहायक मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक जोन 12 हरसिद्धी में पदस्थ लाखनसिंह पिता रतनलाल लोधी को सरकारी नंबर पर फोन किए, वह फोन नहीं उठा पाए फिर उन्होंने शाम 4.45 बजे उन्हें फोन किया। पेंढारकर ने कहा कि वह नंदलालपुरा से गणेश पंडाल से पाइप नहीं उठे हैं, जेसीबी भेज दो। लोधी ने कहा कि जेसीबी तो दूसरे वार्ड में गई है, इस पर पेंढारकर नाराज हुए, इस पर लोधी ने कहा कि पाइप उठाने का काम हमारा नहीं है, आप जेडओ को बोल दीजिए। इसी बात पर पेंढारकर भड़क गए और बोले चार जूते आकर मारूंगा और साथ ही गालियां देना शुरू कर दिया। 

पेंढारकर पर एफआईआर

फिर शुरू हुई राजनीति

इसके बाद सभी स्वास्थ्य कर्मचारी नाराज हो गए और कचरा वाहन खड़े कर दिए। उनकी मांग थी कि पेंढारकर पर केस दर्ज कराया जाए, लेकिन पुलिस ने आनाकानी की। बीजेपी नेताओं की ओर से भी दबाव आया कि केस दर्ज नहीं किया जाए। इस पर देर रात तक सभी स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी पंढरीनाथ थाने पर जमा हो गए। देर रात तक हंगामा हुआ। आखिर में पेंढारकर पर केस हुआ।

इन धाराओं में हुआ केस

पेंढारकर पर पुलिस ने बीएनएस दारा 351(2) के तहत केस दर्ज किया है। दो धमकाने के मामले की होती है और इसमें दो साल तक की सजा, जुर्माने का प्रावधान है। यानी कुल मिलाकर इसमें मामूली धारा लगाकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया।  

हमने सफाई के लिए मेहनत की, अब कोई नहीं सुनता

कार्रवाई में ढिलाई को लेकर सफाईकर्मी बेहद नाराज है। इनका कहना है कि हम लगातार मेहनत करते हैं और जनप्रतिनिधि के परिवार वाले ही धमकाते हैं और गंदा व्यवहार करते हैं। हमरी मेहनत से नंबर वन बनते हैं और अवार्ड लाते हैं फिर हम सभी को भुला दिया जाता है।

sanjay gupta

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