नगर निगम के 150 करोड़ के फर्जी बिल घोटाले में मप्र शासन की जांच ठप है और पुलिस को जो भी करना था कर चुकी, इसमें तो अब आधे आरोपियों की जमानत भी हो चुकी है। वहीं आरोपियों के लिए परेशानी अब ED है। ईडी को छापे में मिले दस्तावेज व अन्य जानकारी के बाद इसमें प्रारंभिक तौर पर सभी आरोपियों को लिस्टेड कर विस्तृत मनी ट्रैल की जांच शुरू कर दी है। ईडी अब किसी भी दिन इस मामले में संपत्ति अटैचमेंट करने के साथ ही कुछ आरोपियों की मनी लाण्ड्रिंग एक्ट में गिरफ्तारी की ओर कदम बढ़ाएगी।
कौन है ईडी के निशाने पर
द सूत्र को मिली पुख्ता जानकारी के अनुसार ईडी की जांच में दो दर्जन से ज्यादा आरोपी है। इसमें निगम अधिकारी के साथ ही ठेकेदार शामिल है। लोकायुक्त जांच के बाद पहले से ही ईडी में एक केस में फंसे बेलदार असलम बेलदार का तो पूरा परिवार ही जांच के दायरे में आ गया है।
असलम की भी जांच हो रही है
ईडी ने इस मामले में बेलदार असलम खान के साथ ही राहेला खान, सिदरा खान, बिल्किस खान, रहमीन खान को भी जांच में लिया है। वहीं ठेकेदार भाई एहतेश्याम खान उर्फ काकू तो ही है। यानी असलम के भाई, मां, बेटी परिवार के कई सदस्य जांच में आ गए हैं।
यह सभी जांच में आए
अभय राठौर, समर सिंह परमार, मुरलीधरन, राजकुमार साल्वी, उदय भदौरिया, चेतन भदौरिया, याशु गर्ग, दीप्ति गर्ग, अर्पित जैन, आयुष जैन, मनोज मारू, उषा जैन, इमरान खान, मोहम्मद सिद्दकी, जाकिर, राहुल बढेरा, रेणु बढेरा, मोहम्मद साजिद, राजेद्रं शर्मा, रमेश रूंगटा।
बयानों के बाद अन्य जुड़ेंगे
ईडी इन खातों में गए राशि की मनी ट्रेल देख रही है कि इन् ठेकेदारों ने राशि निकालकर किस-किस को और कितने दी। इसके साथ ही इन सभी के बयान होंगे, जिसमें यह जिनके नाम लेंगे उनकी भी मनी ट्रैल देखी जाएगी।
ईडी मार चुकी है छापे
उल्लेखनी है कि हाल ही में ईडी ने इस मामले में 20 से ज्यादा ठिकानो पर छापे मारकर कैश और और सवा दो करोड़ से ज्यादा की बैंक एफडी, म्युच्युल फंड आदि को सीज किया था। वहीं 150 करोड़ के घोटाले में 47 करोड का भुगतान होने के चलते ईडी इतनी राशि की संपत्तियां सर्च कर अटैच करेगी।।
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