/sootr/media/media_files/2025/09/02/indore-mys-hospital-2025-09-02-23-45-26.jpg)
इंदौर के एमवाय अस्पताल में चूहों द्वारा दो नवजात के हाथ व कंधा कुतरे जाने के मामले में बड़ी खबर सामने आई है। जिन दो बच्चों को चूहों ने कुतरा था उनमें से एक बच्चे की मंगलवार को मौत हो गई। वहीं, दूसरे बच्चे की हालत भी गंभीर बताई जा रही है।
इस मामले में एमजीएम डीन ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को सस्पेंड किया है और एक कर्मचारी को हटा दिया है। साथ ही पेस्ट कंट्रोल करने वाली कंपनी पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इधर, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बच्चों की मौत चूहे के काटने से नहीं, बल्कि गंभीर चिकित्सकीय समस्याओं के चलते हुई है।
चूहों ने कुतर दिए थे दो नवजात के हाथ
इंदौर के एमवाय अस्पताल के NICU में चूहों ने दो नवजातों के हाथ कुतर दिए थे। दोनों को कुछ दिन पहले जन्म के तुरंत बाद NICU में शिफ्ट किया गया था। रविवार को जब नवजात को चूहे ने काटा था तो डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू कर दिया था। सोमवार को दूसरी घटना के बाद स्टाफ ने सीनियरों को सूचना दी। दरअसल, पूरे अस्पताल में ही चूहों की भरमार है। बताया जाता है कि इसमें NICU में तो एक बड़ा चूहा कई दिनों से सक्रिय है। खुद स्टाफ उसे देखकर सहम जाते हैं।
अस्पताल प्रबंधन यह बता रहा कारण
डॉक्टर के अनुसार, बच्चे की मौत का कारण सेप्टिसीमिया (इन्फेक्शन) बताया जा रहा है। दूसरा बच्चे का पेट का ऑपरेशन किया गया है। वह अभी स्थिर है और वेंटिलेटर पर है और उसकी हालत अभी ठीक है।
इन पर हुई कार्रवाई
- मारग्रेट जोजफ, नर्सिंग सुपरिटेंडेंट को हटाया।
- आकांक्षी बेंजामिन, नर्सिंग ऑफिसर को सस्पेंड किया।
- श्वेता चौहान नर्सिंग ऑफिसर को सस्पेंड किया।
- कलावती बलावी सहायक प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर (NICU) को शोकाज नोटिस दिया।
- प्रवीणा सिंह प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर (PICU) को शोकाज नोटिस दिया।
- डॉ. मनोज जोशी प्रभारी व प्राध्यापक (पीडियाट्रिक सर्जिकल) को शोकाज नोटिस दिया।
- एजाइल कंपनी पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया।
हाई लेवल जांच कमेटी गठित
डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने 5 डॉक्टरों और एक नर्सिंग अधिकारी की उच्च स्तरीय जांच समिति बनाई है। यह एक सप्ताह में रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर और कड़ी कार्रवाई होगी।
स्वास्थ्य आयुक्त का नोटिस
चिकित्सा स्वास्थ्य आयुक्त ने एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन को नोटिस जारी कर तत्काल स्पष्टीकरण मांगा है। नोटिस में लिखा गया है कि NICU में चूहों द्वारा नवजातों को कुतरना गंभीर लापरवाही और गैरजिम्मेदारी को दर्शाता है।
ये भी पढ़ें...MP राज्य पुलिस सेवा में बड़ा बदलाव : 25 अधिकारियों की नई पदस्थापना, देखें लिस्ट
अस्पताल प्रशासन के तर्क
हर 15 दिन में पेस्ट कंट्रोल होता है, रजिस्टर मेंटेन है।
हाल की बारिश से अस्पताल परिसर में जलभराव हुआ, जिससे चूहे बढ़े।
डीन का दावा: “पूरे अस्पताल में चूहे नहीं, केवल पिछले कुछ दिनों से NICU में सक्रियता देखी गई।”
परिजन और स्टाफ में दहशत
स्टाफ के मुताबिक, NICU में एक बड़ा चूहा कई दिनों से घूम रहा था। इसे देखकर स्टाफ भी सहम जाता था। घटनाओं के बाद अस्पताल प्रशासन ने पेस्ट कंट्रोल के त्वरित आदेश दिए हैं।
मौत पर उठे सवाल, डीन ने दी सफाई
अस्पताल के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने बताया कि मृतक नवजात का वजन मात्र 1.2 किलो था, हीमोग्लोबिन बेहद कम था और जन्म से ही कई जटिलताएं थीं। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। डीन ने स्पष्ट किया कि “चूहे के काटने का घाव बहुत छोटा था, मौत का कारण सेप्टिसीमिया (इन्फेक्शन) और जन्मजात समस्याएँ हैं। डीन ने कहा कि चूहों की सक्रियता की जानकारी समय पर न देने और सतर्कता में चूक के चलते कंपनी व स्टाफ पर कार्रवाई की गई।
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧