इंदौर पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट से ठगी करने वाली गुजरात की गैंग को पकड़ा

डिजिटल अरेस्ट कर ऑनलाइन ठगी करने वाली एक और गैंग को इंदौर पुलिस ने पकड़ा है। शहर के ही एक सीनियर सिटीजन के साथ 40 लाख की धोखाधड़ी इनके द्वारा की गई थी। जानें कैसे हुआ गैंग का खुलासा इस लेख में।

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Sanjay gupta
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इंदौर पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट के नाम से ऑनलाइन ठगी करने वाली एक और गैंग को पकड़ा है। शहर के ही एक सीनियर सिटीजन के साथ 40 लाख की धोखाधड़ी इनके द्वारा की गई थी। इसी की जांच में यह गैंग का खुलासा हुआ है। 

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यह है मामाल

इंदौर क्राइम ब्रांच द्वारा संचालित NCRP पोर्टल पर रिटायर्ड 71 वर्ष इंदौर निवासी फरियादी ने डिजिटल अरेस्ट के नाम से ऑनलाइन ठगी की शिकायत की थी। फरियादी की शिकायत पर क्राइम ब्रांच इंदौर थाने में अपराध धारा 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2), 3(5) BNS का पंजीबद्ध किया गया। इंदौर क्राइम ब्रांच के द्वारा गुजरात राज्य से आरोपी (1) हिम्मत भाई पिता वालजी भाई देवानी उम्र 58 निवासी सूरत (गुजरात), (2) अतुल गिरी गोस्वामी पिता ईश्वर गिरी गोस्वामी उम्र 46 साल निवासी –  जिला कच्छ (गुजरात) को गिरफ्तार किया गया है। 

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आरोपियों ने कबूली वारदात

आरोपियों के द्वारा ऑनलाइन ठगी के लिए गैंग को बैंक खाते प्रोवाइड करने का कार्य करना कबूला एवं उक्त फर्जी डिजिटल अरेस्ट प्रकरण में इंदौर क्राइम ब्रांच के द्वारा आरोपियों का पुलिस रिमांड प्राप्त कर गैंग के अन्य सदस्यों एवं अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु पूछताछ की जा रही है ।

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फरियादी की शिकायत के अनुसार 03/10/2024 को सुबह 10 बजे व्हाट्सप्प कॉल आया और उन्होंने कहा की आपने मुंबई में केनरा बैंक से 2 करोड़ 60 लाख का रि–ट्रांसक्शन किया है और मैं बांद्रा पुलिस स्टेशन से बात कर रहा हूं। पता चला है कि 2 करोड़ 60 लाख के री–ट्रांजेक्शन के बदले में 15 प्रतिशत कमीशन आपके खाते में ट्रांसफर हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आर्डर की फर्जी कॉपी दिखाई और अरेस्ट करने की बात कही। कहा कि पुलिस और CBI अरेस्ट करने आ रही है। फरियादी ने बताया कि वह इससे डर गए। उन्होंने बोला अगर आप इस केस से निकलना चाहते हैं तो आप हमारे CBI ऑफिसर से रिक्वेस्ट करें वो केस को इन्वेस्टीगेट करेंगे, आपको इनोसेंट पाए जाने पर आपको केस से दोषमुक्त कर देंगे। उन्होंने CBI ऑफिसर का नाम आकाश कुलकर्णी बताया। आकाश कुलकर्णी से उनके फोन नंबर से कॉन्फ्रेंस कॉल पर ले लिया और आकाश कुलकर्णी ने मेरे से मेरे बैंक खातों की जानकारी मांगी जो मेने उन्हें दे दी। उसके बाद आकाश कुलकर्णी ने बोला कि आपके कमीशन के पैसे की जानकारी निकलने के लिए आप RBI के बैंक खातों में आपके खातों से पूरी राशि जमा कर दो। हमारी टीम उसे चेक कर, उस राशि को वेरिफाई कर लेगी और अगर उसमें कोई फ्रॉड नहीं होगा तो आपके पूरे पैसे वापिस करवा देंगे। मेरे बैंक खाते में पड़े रुपए सहित कई बार में कुल 40 लाख 70 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद मेरे खाते में कोई पैसा वापिस नहीं आया और समझ आया कि फ्रॉड हुआ है।

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