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इंदौर में अमीर भिक्षुकों का मिलने का सिलसिला जारी है। कुछ दिन पहले ही एक महिला भिक्षुक के पास करीब 75 हजार रुपए मिले थे, जो उन्होंने 10-15 दिन की कमाई बताई थी। अब रेस्क्यू टीम को एक और महिला भिक्षुक मिली है जिसके पास 45 हजार रुपए पाए गए।
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मस्जिदों के बाहर बैठती है यह भिक्षुक
26 दिसंबर को दिनेश मिश्रा, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी की टीम ने हाई कोर्ट के आगे स्थित मस्जिद के पास एक महिला को भिक्षावृत्ति करते हुए पकड़ा। जब रेस्क्यू दल ने इस महिला की जांच की तो सभी दंग रह गए। महिला ने अपने बैग के अंदर कम से कम 30 से 40 अलग-अलग पर्स रखे हुई थी। सभी में पैसे थे और सभी को इकट्ठा कर जब गिना गया तो यह राशि 45 हजार के करीब मिली। यह महिला लगातार मस्जिदों के पास में रहती है और भिक्षावृत्ति करती है महिला के संबंध में और जानकारी प्राप्त की जा रही है।
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रेस्क्यू कर सेवा धाम भेजा जा रहा है
कलेक्टर आशीष सिंह ने आदेश जारी किया हुआ है कि एक जनवरी से भिक्षा मांगने एवं देने दोनों स्थितियों में FIR कराई जाएगी एवं इंदौर को भिक्षा वृत्ति मुक्त शहर घोषित किया जाएगा। इसी तारतम में महिला बाल विकास विभाग के दल प्रतिदिन लगातार रेस्क्यू अभियान चला रहे हैं। रेस्क्यू कर इन्हें उज्जैन में सेवाधाम में पहुंचाया जाता है। इस अभियान में लगातार इस तरह के केस आ रहे हैं। इससे भिक्षा मांगना जरूरत की जगह धंधे में पनपता दिख रहा है।
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