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इंदौर सीतलामाता बाजार खरीदी-बिक्री को छोड़कर राजनीति के अखाड़े के लिए अधिक चर्चा में आ चुका है। इसी बाजार में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के मुस्लिम कारीगरों को समर्थन देने और विधायक पुत्र एकलव्य गौड़ के खिलाफ शिकायत के बाद मामला गरमा गया है। इसे लेकर हिंदू संगठन ने दिग्विजय सिंह के पुतले जलाए और उन्हें मुल्ला/मौलाना कहा। अब इसी विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो आया है, जिसमें नाथूराम गोडसे जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं।
यह था आयोजन, ऐसे लगे नारे-
यह आयोजन दिग्विजय सिंह के पोस्टर जलाने के लिए हिंदू महासभा द्वारा आयोजित किया गया था। इसमें गोडसे को वीर गोडसे कहकर संबोधित करते हुए (वीर गोडसे जिंदाबाद के नारे लगे) जिंदाबाद के नारे लगाए गए। साथ ही दिग्विजय सिंह के खिलाफ नारे लगाए गए। गोडसे के पोस्टर, फोटो भी लगाए गए। इसके बाद रैली निकाली गई और मुस्लिमों के संपूर्ण बहिष्कार की बात कही गई।
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क्या बोले रहे आयोजक, व्यापारी
हिंदू महासभा के पदाधिकारी जितेंद्र सिंह कहते हैं कि प्रदर्शन दौरान गोडसे जिंदाबाद का नारा लगाया गया। इसमें कुछ भी नया नहीं है क्योंकि गोडसे हिंदू महासभा के सदस्य थे। हर आयोजन में यह नारा लगाते हैं। उधर सीतलामाता बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमा पंजवानी ने इससे पल्ला झाड़ लिया और कहा कि प्रदर्शन चल रहा था, कुछ व्यापारी वहां उत्सुकता के कारण ऐसे ही खड़े हो गए थे। उधर कांग्रेस के पूर्व महासचिव राकेश यादव ने इसे लेकर पुलिस कमिश्नर को शिकायत की है और साथ ही कहा है कि अब बीजेपी क्यों खामोश है महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे जिंदाबाद के नारे लगाने वालों के खिलाफ बीजेपी एफआईआर कराए या फिर गांधी के नाम पर वोटों की रोटियां सेंकना बंद करें।
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सीतलामाता बाजार के विवाद की कहानी
विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य गौड़ ने बाजार में बैठक कर सभी को हिदायत दी कि वह मुस्लिम कारीगरों, कर्मचारियों को बाहर करें, यह लव जिहादी है। इसके लिए 25 सितंबर तय तारीख थी। इसके बाद कई कर्मचारियों को बाहर कर दिया गया और किराएदारी से भी बाहर किया। इन्होंने राजवाड़ा पर प्रदर्शन भी किया। बता दें कि एकलव्य हिंदरक्षक संगठन के प्रमुख भी हैं।
इसके बाद दिग्विजय सिंह ने विरोध के लिए वहां जाने का कार्यक्रम बनाया लेकिन पुलिस ने रोक दिया और बाद में सराफा थाने में आवेदन दिया और विधायक पुत्र पर केस की मांग की। लेकिन इस दौरान कांग्रेस के नेताओं ने ही दिग्गी से दूरी बना ली।
वहीं एक दिन पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा के साथ प्रतिनिधिमंडल ने संभागायुक्त से मुलाकात की और विधायक पुत्र पर केस की मांग की। उधर पुलिस का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है और न ही हमारे पास कोई शिकायत आई है। उधर दिग्गी का कहना है कि केस नहीं हुआ तो हाईकोर्ट का रुख करेंगे।