संभागायुक्त रहते आकाश त्रिपाठी ने प्रतिबंधित किए थे लोहामंडी में ट्रक, लेकिन फिर कलेक्टर से मिलती रही छूट

इंदौर में हुए हालिया भयावह ट्रक हादसे के बाद पुलिस और जिला प्रशासन ने भारी वाहनों की नो एंट्री व्यवस्था को सख्ती से लागू करना शुरू किया। हालांकि यह कदम ट्रांसपोर्टरों को अखर रहा है

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Sanjay Gupta
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इंदौर के भयावह ट्रक हादसे (इंदौर ट्रक हादसा ) के बाद भारी वाहनों की नो एंट्री को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन ने सख्ती शुरू की है। जो ट्रांसपोर्टर को अखर गई है और एक बार फिर उन्होंने वही किया जो वह साल 2019 से कर रहे हैं। माल की बुकिंग और डिलीवरी बंद करने की घोषणा कर दी है। इस मामले में हाईकोर्ट में केस भी चल रहा है। इसमें प्रतिबंध से केवल सौ चुनिंदा लोहा व्यापारियों को ही माल परिवहन की छूट मिली हुई है, लेकिन इसी आड़ में हर दिन ट्रांसपोर्टर के करीब 5 हजार ट्रक लोहा मंडी एरिया में घुसते हैं।

संभागायुक्त त्रिपाठी ने लगाई थी रोक

इस मामले में तत्कालीन संभागायुक्त आईएएस आकाश त्रिपाठी ने 14 फरवरी 2019 को तत्कालीन कलेक्टर आईएएस लोकेश कुमार जाटव और डीआईजी इंदौर, एएसपी ट्रैफिक को आदेश दिए थे कि लोहामंडी एरिया अग्रसेन चौराहे से जूनी इंदौर में भारी माल वाहनों को प्रतिबंधित किया जाता है। इसके कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इन्हें स्कीम 78 में आईडीए द्वारा प्लॉट दिए जा चुके हैं। इन्हें वहां शिफ्ट किया जाए।

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इसके बाद कलेक्टर ने यह किया

इस पर व्यापारी इसमें हाईकोर्ट चले गए। एमपी हाईकोर्ट ने केवल उन व्यापारियों को अंतरिम राहत दी जिन्हें इंदौर आईडीए से स्कीम 78 में प्लॉट नहीं मिले थे। ऐसे करीब 100 कारोबारी थे। लेकिन ट्रांसपोर्टर को इसमें कोई राहत नहीं थी जो बुकिंग, माल डिलीवरी के लिए प्रतिबंधित थे। लेकिन फिर माल बुकिंग बंद करने की चेतावनी दी गई और इसके बाद तत्कालीन एडीएम के आदेश से दोपहर 12 से चार बजे तक और रात साढ़े आठ से सुबह 6 बजे तक माल परिवहन की छूट दे दी गई। यह आदेश तीन अप्रैल 2019 को जारी हुआ।

यही आदेश बन गया गले की हड्डी

प्रशासन द्वारा तीन अप्रैल 2019 को जारी हुआ छूट का यही आदेश अब उनके गले की हड्डी बन गया है। जब भी भारी वाहन प्रतिबंधित किए जाते हैं। एसोसिएशन इसी आदेश का हवाला देकर फिर छूट मांगती है।

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आशीष सिंह ने भी लगाई थी रोक

समय-समय पर इसमें तत्कालीन कलेक्टर आईएएस निशांत वरवड़े और आशीष सिंह के समय भी ट्रक को प्रतिबंधित करने की मुहिम चली और आदेश जारी हुए। लेकिन इसमें फिर ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन ने मुलाकात की और इसके बाद फिर इनकी दोपहर की छूट को चालू कर दिया गया।

जोगी, रेड्डी भी लगा चुके प्रतिबंध

इंदौर जिस तेजी से बढ़ा है उसी के साथ समय, परिस्थिति के अनुसार पूर्व कलेक्टर द्वारा भारी वाहनों को प्रतिबंधित किया गया है। तत्कालीन कलेक्टर अजीत जोगी ने हाथीपाला को प्रतिबंधित किया था, तो गोपाल रेड्डी ने अपने कार्यकाल के दौरान राजवाड़ा क्षेत्र में भारी वाहन प्रतिबंधित किए थे। अब ट्रक हादसे के बाद पूरे शहर में नो एंट्री आदेश पर जोर है। बता दें कि अभी आईएएस शिवम वर्मा इंदौर के कलेक्टर हैं।

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