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INDORE. कुछ दिन पहले इंदौर में 24 किन्नरों ने एक साथ फिनाइल पीकर जान देने की कोशिश की थी। इस घटना ने पूरे किन्नर समाज को हिला कर रख दिया है। इसमें अलग-अलग गुट बन गए हैं। ये गुट जमकर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। ताजा मामला किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी और महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के बीच का है। दोनों ही एक-दूसरे को घेर रही हैं।
किन्नर जगतगुरु सखी ने यह किया हमला
संघ से जुड़ी किन्नर जगतगुरु हिमांगी सखी ने पक्ष रखते हुए कहा कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी विवाद का मजा ले रही हैं। साथ ही, स्थिति को और बिगाड़ रही हैं। त्रिपाठी ने किन्नर समुदाय को बदनाम करने के लिए वकील के जरिए 5 लाख रुपए दिलवाए, ताकि वह विवादित बयान दे सके।
इसके पहले सखी ने बयान दिया था कि इंदौर में गद्दी को लेकर जंग छिड़ी हुई है। एक सनातनी किन्नर को जेल भेज दिया गया। एसआईटी का गठन कर यह भी पता लगाया जाना चाहिए कि इन्हें भारत में कौन सपोर्ट कर रहा है।
सभी किन्नरों की मेडिकल और दस्तावेजों की जांच की जानी चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर इसकी जांच की मांग करूंगी। साथ ही हिमांगी ने यह भी मांग की है कि जिहादी किन्नरों के मुद्दे पर प्रशासन जांच करे।
महामंडलेश्वर लक्ष्मी त्रिपाठी ने यह कहा
महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने इन आरोपों को लेकर कहा कि वह सनातनी व्याख्यान दे रही हैं। उनका किन्नर समाज से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने सचिन सोनकर से पांच लाख रुपए लिए हैं और उनके खिलाफ बयान दिया है।
त्रिपाठी ने मांग की है कि हिमांगी को किन्नर समाज में बोलने से रोका जाए। उनके पास हिमांगी को लेकर पूरे सबूत मौजूद हैं। उन्होंने सपना हाजी से फोन पर बात की थी और 5 लाख रुपए लेने के बाद वीडियो बनाया।
नंदलालपुरा की गद्दी पर आए किन्नरों ने माफीनामा लिखकर बयान दिया है। साथ ही, कलेक्टर, कमिश्नर को स्टांप पर नोटरी कराकर भेजा है।
इधर महामंडलेश्वर के बयान से वकील भड़के
उधर इस बयान में महामंडलेश्वर के जरिए वकीलों को घसीटने से वे नाराज हुए हैं। वहीं इसे मानहानि वाला बयान बताया है। उन्होंने कहा कि त्रिपाठी यदि यह साबित कर दें कि उनके अकाउंट से सपना दीदी और हिमांगी के खाते में 5 लाख रुपए ट्रांसफर हुए हैं, तो वे खुद 50 लाख रुपए देने को तैयार हैं।
हाईकोर्ट एडवोकेट अनिल नायडू, मनीष गडकर और संजय शर्मा की लीगल टीम अब कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
फिनाइल पीने के साथ शुरू हुआ विवाद
विवाद तब शुरू हुआ जब कुछ दिन पहले नंदलालपुरा के 24 किन्नरों ने सामूहिक रूप से फिनाइल पीकर जान देने की कोशिश की। इस मामले में किन्नर समुदाय की प्रमुख सपना गुरु, राजा हाशमी, अक्षय कुमायु और पंकज जैन के खिलाफ धमकाने और वसूली करने के आरोप में एफआईआर दर्ज हुई थी। साथ ही, सपना को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं, राजा, अक्षय और पंकज पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
गुटों के बीच विवाद महीनों पुराना
किन्नर सपना गुरु, किन्नर पायल और अन्य किन्नरों के बीच विवाद पुराना रहा है। 30 मई 2025 को सपना के कमरे का ताला तोड़कर पायल और उसके साथी किन्नरों ने सामान चुराया था। इसकी शिकायत पंढरीनाथ थाने में दर्ज की गई, लेकिन मामले में खात्मे को लेकर प्रतिवेदन बना दिया गया था। फिर मामले में एसआईटी गठित की गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ जबकि एसआईटी तत्कालीन डीसीपी ऋषिकेश मीणा के निर्देशन में थी।
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बीजेपी भी आ चुकी आगे
बीजेपी नेताओं ने भी विवाद से इंदौर की खराब होती छवि का हवाला देकर सीपी सिंह से मुलाकात की थी। मामले में टेरर फंडिंग, धर्मांतरण और सीमा-पायल की पिछले एक साल की कॉल डिटेल व बैंक डिटेल की जानकारी एसआईटी के जरिए निकलवाने की बात कही।