सिंहस्थ 2028 को लेकर एक्शन में CS जैन, कहा- इस साल तक हो काम पूरा
चीफ सेक्रेटरी अनुराग जैन के द्वारा 2028 के सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियों की मंत्रालय में समीक्षा की गई। इस बैठक का खास ध्यान ऐसे कामों पर रहा जिनमें 3 साल या उससे ज्यादा का समय लगेगा।
मध्य प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी अनुराग जैन के द्वारा 2028 के सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियों की शुक्रवार को मंत्रालय में समीक्षा की गई। इस बैठक का खास ध्यान ऐसे कामों पर रहा जिनमें 3 साल या उससे ज्यादा का समय लगेगा। सीएस ने इस दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि लंबी अवधि के महाकुंभ वाले काम हर हाल में सितंबर 2027 तक पूरे किए जाएं।
मुख्य सचिव ने मंत्रालय में नगरीय प्रशासन, परिवहन, ऊर्जा, पीडब्ल्यूडी, वन, जल संसाधन, पीएचई समेत दूसरे विभागों के साथ महाकुंभ के कामों की समीक्षा की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि अधिकारी निर्माणाधीन इंदौर-उज्जैन 6 लेन एक्सप्रेस-वे पर होने वाले खर्च की योजना बनाएं।
जल संसाधन की ओर से प्रभारी सचिव जॉन किंग्सले ने प्रेजेंटेशन दिया। हालांकि, उन्होंने शिप्रा पर बन रहे कई बैराज और अन्य कार्यों को शुरू करने में हो रही देरी पर नाराजगी जताई है।
उज्जैन में बनेंगे सभी के आश्रम
मुख्यमंत्री यादव की ओर से कहा गया है कि सरकार ने साधु-संतों, महामंडलेश्वर को उज्जैन में स्थायी रूप से जगह देने की योजना बनाई है।अब सिंहस्थ के अलावा भी साधु संतों और भक्तों को आम दिनों में आने-जाने और कथा, भागवत करने में समस्या आती है। सभी को भूखंड की आवश्यकता होती है। हरिद्वार हमारी आदर्श धर्म नगरी है, उसी के तर्ज पर हम उज्जैन विकास प्राधिकरण के माध्यम से सभी साधु-संतों, महामंडलेश्वर, महंतों और अखाड़ों के प्रमुखों को आंमत्रित कर उज्जैन में उनके आश्रम बनें, इस पर प्रयास करेंगे। साधु संतों के आश्रम के बाद हम सभी समाजों की धर्मशालाओं के निर्माण की योजना भी बनाएंगे।
साथ ही उन्होंने कहा कि किसान अगर साधु संतों को जमीन देना चाहे तो उज्जैन विकास प्राधिकरण के माध्यम से दे सकेंगे| इसके साथ ही सिंहस्थ क्षेत्र में अगर कोई सामाजिक रूप से धर्मशाला, हॉस्पिटल, कॉलेज, स्कूल का निर्माण करना चाहता है तो उन्हें भी अवसर दिया जाएगा, लेकिन पहला अधिकार साधु-संतों का होगा। हमारा प्रयास है कि 12 साल में होने वाले सिंहस्थ का एहसास सदैव बना रहे।
FAQ
2028 सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियों की मुख्य प्राथमिकता क्या है?
लंबी अवधि के कार्यों को सितंबर 2027 तक हर हाल में पूरा करना।
मुख्यमंत्री ने साधु-संतों के लिए क्या योजना बनाई है?
उज्जैन में साधु-संतों और महामंडलेश्वरों के स्थायी आश्रम बनाने की योजना।
अधिकारियों को किस परियोजना के खर्च की योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं?
निर्माणाधीन इंदौर-उज्जैन 6-लेन एक्सप्रेसवे।
जल संसाधन विभाग से संबंधित मुख्य मुद्दा क्या रहा?
शिप्रा नदी पर बैराज और अन्य कार्यों में हो रही देरी पर नाराजगी जताई गई।
सिंहस्थ के अलावा साधु-संतों को उज्जैन में क्या सुविधाएं मिलेंगी?
साधु-संतों और भक्तों को कथा-भागवत और अन्य धार्मिक आयोजन करने के लिए स्थायी स्थान उपलब्ध कराए जाएंगे।