BHOPAL. 12th Fail वाले आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार शर्मा ( IPS Manoj Sharma ) का प्रमोशन हो गया है, अब वो महाराष्ट्र पुलिस में आईजी बन गए हैं ( IPS Manoj Sharma promoted to IG rank ) । इसकी जानकारी मनोज ने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए लोगों को दी है। बता दें, मनोज ने 2005 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी और उसके बाद वो आईपीएस अधिकारी बने थे। उन्हें एएसपी के रूप में पहली पोस्टिंग मिली थी।
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सोशल मीडिया पर लोगों को कहा थैंक्यू
मनोज ( IPS Manoj Sharma promotion ) ने अपने X पर पोस्ट शेयर कर लोगों को धन्यवाद किया। उन्होंने पोस्ट कर लिखा- एएसपी से शुरू हुई यात्रा आज के भारत सरकार के ऑर्डर से आईजी बनने तक जा पहुंची है, इस लंबी यात्रा में साथ देने के लिए मन से सभी का आभार। बता दें, मनोज का डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) से इंस्पेक्टर जनरल (IG) के पद पर प्रमोशन हुआ है।
जानिए मनोज के बारे में...
मुंबई के आईपीएस मनोज शर्मा के जीवन पर आधारित सबसे चर्चित फिल्म 12th फेल उनके जीवन संघर्षों को बताती है। मनोज बचपन में आवारा था, उसका पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लगता था। इसलिए वह 12वीं में फेल हो गए। लेकिन, यहीं से उन्हें ये भी पता चला कि कोई तो अफसर है, जो प्रिंसिपल से भी बड़ा होता है। इसके बाद उन्होंने ठान लिया कि लोक सेवा आयोग की परीक्षा देकर एसपी बनेंगे। बता दें, अनुराग पाठक ने मनोज शर्मी की पूरी कहानी एक किताब ‘ट्वेल्थ फेल’ में लिखी है। इसी कहानी पर विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म बनी है।
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गांव से नहीं निकलता तो रह जाता निठल्ला
मनोज बचपन से ही बहुत सीधा लड़का था। वो शांत बैठा रहता था। उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था, वह दिनभर सिर्फ गांव की गलियों में भटकता रहता था। गांव के लोग उसे निठल्ला कहते थे। किसे पता था कि एक दिन वही लड़का बड़ा अफसर बन जाएगा। मनोज के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। घर से बाहर जाकर पढ़ाई करने के उसके पास पैसे नहीं थे। वह घर पर बैठकर ही ख्वाब बुनता रहता था। समय ऐसा आया कि उसे अपने घर का खर्चा चलाने के लिए आस-पास के लोगों का गेहूं पीसना पड़ा। साथ में वह लोगों के घरों पर सफाई का काम भी करता था। कुछ समय तक उसने टैंपो भी चलाया।
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भिखारियों के साथ फुटपाथ पर भी सोए
UPSC की तैयारी के लिए दिल्ली का मुखर्जी नगर चर्चा में था, इसलिए मनोज दिल्ली पहुंच गए। दिल्ली में उन्होंने नौकरी तलाशना शुरू की, लेकिन उन्हें काम नहीं मिला। काफी दिनों तक वह भिखारियों के साथ फुटपाथ पर भी सोए। फिर उन्हें एक लाइब्रेरी में काम मिला। यहां यूपीएससी की कोचिंग शुरू की और इसी दौरान मनोज को उत्तराखंड के अल्मोड़ा की श्रद्धा जोशी से प्यार हो गया।
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...और यहां पलट गई मनोज की दुनिया
दोनों साथ में पढ़ाई करने लगे। फिर भी मनोज का सिलेक्शन नहीं हो सका, लेकिन श्रद्धा जोशी ने पीसीएस क्वालिफाई कर लिया। श्रद्धा ने मनोज का हौसला बढ़ाते हुए उसे काफी सपोर्ट किया। प्रीलिम्स और मेन क्लीयर कर लिया। किसी ने भी नहीं सोचा था कि एक 12वीं फेल लड़का एक अच्छा अफसर बन पाएगा।