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जबलपुर पुलिस ने पश्चिम बंगाल से गौतम डे नाम के 59 वर्षीय जालसाज को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी तब हुई जब नर्मदा नगर के व्यापारी आदित्य अग्रवाल ने पुलिस को शिकायत दी कि गौतम ने व्यापारिक कॉन्ट्रैक्ट का झांसा देकर उनसे करीब 20 लाख रुपए की ठगी की। यह मामला नवंबर 2021 का है, जब आदित्य ने अपनी कंपनी सन टफ प्राइवेट लिमिटेड में मैनेजर पद के लिए इंटरव्यू आयोजित किया था। इस दौरान इंटरव्यू में आए दयाराम भार्गव ने आदित्य को कोलकाता स्थित कंपनी जीके इंटरनेशनल मैन्युफैक्चरिंग और इसके मालिक गौतम डे के बारे में बताया। इसी के जरिए गौतम और आदित्य के बीच संपर्क स्थापित हुआ।
ग्लास वाशिंग मशीन के नाम पर हुई ठगी
दयाराम भार्गव ने गौतम डे से बातचीत करते हुए आदित्य को उनके व्यवसाय और प्रोडक्ट्स की जानकारी दी। गौतम ने व्हाट्सएप पर अपनी कंपनी के दस्तावेज, कैटलॉग, और व्यापारिक प्रस्ताव भेजे। आदित्य ने इन दस्तावेजों पर भरोसा करते हुए 30 लाख रुपए के अनुबंध के तहत ग्लास वाशिंग मशीन का ऑर्डर दिया। इसके बाद उन्होंने दिसंबर 2021 में गौतम के खाते में दो किस्तों में 19.44 लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर किए। लेकिन गौतम डे ने न तो मशीन डिलीवर की और न ही पैसे लौटाए।
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पश्चिम बंगाल से ठग को पकड़कर जबलपुर लाई पुलिस
आदित्य की शिकायत पर जबलपुर पुलिस ने गोरखपुर थाने में धारा 420 (धोखाधड़ी) और 409 (आपराधिक विश्वासघात) के तहत मामला दर्ज किया। तत्कालीन एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच के निर्देश दिए। इस कार्रवाई की अगुवाई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) समर वर्मा और नगर पुलिस अधीक्षक (गोरखपुर) एचआर पांडे ने की। थाना प्रभारी प्रसन्न कुमार शर्मा और चौकी प्रभारी रामपुर प्रभात सिंह परिहार के नेतृत्व में एक टीम को चौबीस परगना, पश्चिम बंगाल भेजा गया। कई दिनों की पतासाजी और स्थानीय पुलिस के सहयोग से गौतम डे को बेलघोरिया क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। उसे ट्रांजिट रिमांड पर जबलपुर लाया गया।
सावधानी बरतने की है जरूरत
यह घटना व्यापारिक लेन-देन में सावधानी बरतने का सबक देती है। पुलिस ने भी जनता से अपील की है कि किसी भी प्रकार के व्यावसायिक अनुबंध में उचित दस्तावेजों को अच्छी तरह जरूर जांचें। ठगों द्वारा डिजिटल माध्यम से शेयर किए गए दस्तावेजों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। इसके अलावा, किसी भी प्रकार की बड़ी रकम के लेन-देन से पहले संबंधित व्यक्ति या कंपनी की साख की पूरी जांच करें।
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