JABALPUR. संस्कारधानी जबलपुर में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। यह मध्यप्रदेश में स्थापित होने वाली मेजर ध्यानचंद की पहली प्रतिमा है। जबलपुर में मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा स्थापित होना इसलिए भी खास है क्योंकि जबलपुर से उनका पुराना नाता है। 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद का 119वां जन्मदिन है और उनके जन्मदिवस को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप मनाया जाता है। प्रतिमा को शासकीय ललित कला निकेतन महाविद्यालय के निदेशक डॉ. मनीष कोष्टा ने बनाया है।
मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा की खासियत
रेज़िन मटेरियल से बनाई गई मेजर ध्यानचंद की आवक्ष (बस्ट) प्रतिमा की ऊंचाई तीन फुट है। इस प्रतिमा का वजन लगभग ढाई से तीन क्विंटल है। प्रतिमा के निर्माण में मूर्तिकार डॉ. मनीष कोष्टा ने मेजर ध्यानचंद के व्यक्तित्व और गरिमा को भी दिखाने का पूरा प्रयास किया है।
1975 में मध्य प्रदेश आए थे मेजर ध्यानचंद
साल 1975 में मध्य प्रदेश विद्युत मंडल के आमंत्रण पर मेजर ध्यानचंद अखिल भारतीय विद्युत क्रीड़ा नियंत्रण मण्डल हॉकी प्रतियोगिता का उद्घाटन करने जबलपुर आए थे। यह मध्यप्रदेश में उनकी अंतिम यात्रा थी। 1975 में मेजर ध्यानचंद पचपेड़ी में विश्वविद्यालय के सामने विद्युत मंडल के ब्लेग डॉन रेस्ट हाउस में ठहरे थे।
जबलपुर में बीता था बचपन
मध्यप्रदेश के जबलपुर से हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का गहरा नाता है। उनका बचपन जबलपुर में ही बीता था। उनके पिता का नाम रामेश्वर सिंह था जो ब्राह्मण रेजीमेंट में सूबेदार थे। यह रेजीमेंट उस समय उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में तैनात थी। कुछ समय बाद इस रेजिमेंट का ट्रांसफर जबलपुर में हो गया। इसके कारण रामेश्वर सिंह जबलपुर आ गए और उनके साथ जबलपुर आए 4 साल के ध्यानचंद।
जबलपुर से ये भी है नाता
ध्यानचंद का जबलपुर से एक और नाता है। उनकी बहन सुरजा देवी की शादी साल 1940 में जबलपुर के किशोर सिंह चौहान से हुई थी। इसके अलावा ध्यानचंद के बेटे राजकुमार का विवाह भी जबलपुर में जीके सिंह के परिवार में हुआ था।
मेजर ध्यानचंद की जबलपुर यात्राएं
मेजर ध्यानचंद की 16 मार्च 1953 में भी जबलपुर आए थे। उस समय जबलपुर जिला हॉकी एसोसिएशन के तत्वावधान में ध्यानचंद का नागरिक सम्मान किया गया था। इसके बाद मेजर ध्यानचंद जून 1964 में महिला हॉकी टीम को प्रशिक्षण देने मध्यप्रदेश के जबलपुर में आए थे।
यहां होगा विशेष कार्यक्रम
एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी की केंद्रीय क्रीड़ा एवं कला परिषद के तत्वावधान में प्रतिमा के अनावरण का कार्यक्रम किया जाएगा। राष्ट्रीय खेल दिवस के पहले 28 अगस्त को दोपहर 12.00 बजे मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा का अनावरण होगा। जानकारी के अनुसार परिषद के रामपुर स्थित मशाल परिसर में प्रतिमा का अनावरण मेजर ध्यानचंद के पुत्र ओलंपियन अशोक कुमार द्वारा किया जाएगा। समारोह के विशिष्ट अतिथि एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन व प्रशासन एवं केंद्रीय क्रीड़ा एवं कला परिषद के महासचिव राजीव गुप्ता होंगे।
thesootr links
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें