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जबलपुर में भ्रष्टाचार की जड़ें सरकारी विभागों में कितनी गहरी हैं, इसका ताजा उदाहरण शाहपुरा भिटोनी तहसील कार्यालय से सामने आया है। जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने एसडीएम के ड्राइवर सुनील कुमार पटेल को रिश्वत (bribe) लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी ड्राइवर ने आवेदक संग्राम सिंह से एसडीएम द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस को रफा-दफा करने के लिए 3 लाख रुपए की मांग की थी। जांच और सत्यापन के बाद लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार 17 दिसंबर को धनवंतरी नगर चौक पर ड्राइवर को पहली किस्त के रूप में 1.5 लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार किया गया। इधर, लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद अपर कलेक्टर ने आरोपी चालक को निलंबित कर दिया है।
बासमती धान भंडारण से जुड़ा मामला
आवेदक संग्राम सिंह के अनुसार, उनके रिश्तेदार की ग्राम खामदेही के मेन रोड पर स्थित एक एकड़ जमीन पर आसपास के किसानों द्वारा बासमती धान का भंडारण किया जाता है। इस जमीन पर 28 अक्टूबर 2024 को तहसीलदार शाहपुरा ने मौके का निरीक्षण किया और पंचनामा तैयार किया। इसके बाद, एसडीएम कार्यालय शाहपुरा से आवेदक को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। नोटिस में इस जमीन पर भंडारण को लेकर जवाब मांगा गया था।
इस नोटिस के बाद आवेदक ने मामले को हल करने के लिए एसडीएम कार्यालय से संपर्क किया। वहीं, ड्राइवर सुनील कुमार पटेल ने यह दावा किया कि वह इस नोटिस को खत्म करवा सकता है, लेकिन इसके लिए 3 लाख रुपए की रिश्वत देनी होगी। इस डिमांड के बाद आवेदक संग्राम सिंह ने मामले में शिकायत लोकायुक्त पुलिस से कर दी।
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लोकायुक्त ने की शिकायत के बाद किया ट्रैप
रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने इसकी गहनता से जांच शुरू की। शिकायत का सत्यापन किया गया, जिसमें रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हुई। सत्यापन के बाद लोकायुक्त ने मंगलवार 17 दिसंबर को आरोपी को पकड़ने के लिए ट्रैप की योजना तैयार की। इसके बाद आवेदक और आरोपी के बीच मुलाकात के लिए धनवंतरी नगर चौक पर समय और स्थान तय किया गया। आवेदक को निर्देश दिए गए कि वह आरोपी को रिश्वत की पहली किस्त 1 लाख 50 हजार रुपए दे। जैसे ही आरोपी ने पैसे लिए, लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
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लोकायुक्त ने गिरफ्तार कर शुरू की कार्रवाई
लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी सुनील कुमार पटेल को गिरफ्तार कर रिश्वत की रकम जब्त कर ली है। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। लोकायुक्त टीम ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
सुनील पटेल को किया गया निलंबित
एसडीएम का ड्राइवर सुनील कुमार पटेल भृत्य के पद पर पदस्थ था। जबलपुर अपर कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद भृत्य सुनील पटेल को तत्काल प्रभाव से अपनी सेवाओं से निलंबित कर दिया है। जबलपुर अपर कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए सुनील कुमार पटेल भृत्य तहसीलदार कार्यालय शहपुरा को मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 (1) के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
ट्रैप ऑपरेशन में शामिल थी यह टीम
इस कार्रवाई में लोकायुक्त पुलिस की टीम ने पूरी सतर्कता और सूझबूझ का परिचय दिया। ट्रैप दल का नेतृत्व उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरवड़े ने किया। टीम में निरीक्षक कमल सिंह उईके, निरीक्षक नरेश बेहरा और अन्य अधिकारी शामिल थे। लोकायुक्त पुलिस की इस सफल कार्रवाई से सरकारी कार्यालयों में फैले भ्रष्टाचार पर एक बड़ा संदेश गया है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ बढ़ती जागरूकता
इस घटना ने एक बार फिर सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया है। आवेदक संग्राम सिंह ने कहा कि यदि उन्होंने लोकायुक्त से शिकायत नहीं की होती, तो रिश्वत देने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता। उन्होंने लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई की सराहना की और अन्य नागरिकों से भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की।
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