चोर को पकड़ने पुलिस ने लगवाए गुमशुदगी के पोस्टर, ऐसे किया गिरफ्तार
जबलपुर में चोरी के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने पोस्टर का सहारा लिया। एक दुकान में चोरी की घटना के बाद पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर चोर की पहचान कर उसे गुमशुदा बताकर शहर में उसके पोस्टर लगवा दिए थे। जानें क्या है पूरा मामला इस लेख में...
जबलपुर में चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस की अनोखी तरकीब काम कर गई है, जहां एक दुकान में चोरी की घटना के बाद पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर चोर की पहचान कर उसे गुमशुदा बताकर शहर में उसके पोस्टर लगवा दिए थे। वहीं, इनाम के लिए चोरों की मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और चोरी की रकम को भी बरामद किया है।
जबलपुर में लार्डगंज थाना अंतर्गत रानीताल चौकी क्षेत्र में चोरी की घटना का मामला सामने आया था, जिसमें आशीष कंप्यूटर नाम की दुकान में बीते दिनों लगभग 1.5 लाख रुपए और एक मोबाइल फोन की चोरी हो गई थी।जिसके बाद दुकान के कर्मचारी सूर्य नारायण मिश्रा ने घटना की जानकारी पुलिस को देते हुए बताया कि 1 जनवरी की रात 10:00 बजे दुकान बंद कर दी गई थी और जब अगली सुबह दुकान खोली गई तो देखा कि एल ड्रॉप (दरवाजे की कुंडी) कटा हुआ है और अंदर का रखा सामान बिखरा पड़ा है।
शिकायत के बाद लार्डगंज थाना पुलिस ने मौके पर निरीक्षण किया तो पाया गया की दुकान के अंदर लगे सीसीटीवी में आरोपियों की चेहरे दिख रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर आरोपियों की तस्वीर को लेकर गुमशुदा की तलाश के पोस्टर शहर में लगवाए। इसके साथ ही 10 हजार का इनाम भी रखा गया, जिसके बाद पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी।
लार्डगंज थाना प्रभारी हरिकिशन आटनेरे ने बताया है कि आरोपियों के खिलाफ बी एन एस की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया था। शहर में लगाए गए चोरों के गुमशुदा की तलाश के पोस्टर और फ्लेक्स में 10 हजार रुपए के इनाम की वजह से चोरों की जानकारी पुलिस को मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी मनीष यादव को कंचनपुर से गिरफ्तार किया। वहीं पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपने दो अन्य साथियों मोनू राजपूत और सरजू दुबे का नाम बताया, जिन्हें गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर चोरी की गई रकम में से 1.18 हजार रुपए बरामद कर लिए हैं और आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।