/sootr/media/media_files/2025/04/04/l6V5IiG18kqcJavW0dS7.jpg)
मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां इलाज के नाम पर एक नाबालिग किशोरी को धर्म परिवर्तन के लिए बहकाने और दबाव बनाने का आरोप एक होम्योपैथिक डॉक्टर पर लगा है। तिलवारा थाना क्षेत्र में संचालित क्लीनिक के संचालक डॉक्टर खालिद खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। कोर्ट के आदेश से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इस मामले ने शहर में धार्मिक भावनाओं को झकझोर दिया है और कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं।
इलाज की जगह बनी धर्मांतरण का अड्डा!
जानकारी के मुताबिक, तिलवारा क्षेत्र के क्रेशर बस्ती में स्थित एक होम्योपैथिक क्लीनिक में डॉक्टर खालिद खान मरीजों का इलाज करता है। इसी क्लीनिक में अगस्त 2024 के आसपास इलाके में रहने वाली 17 वर्षीय एक किशोरी इलाज के लिए पहुंची थी। किशोरी का शारीरिक स्वास्थ्य खराब होने के कारण उसका इलाज लंबा चला और वह बार-बार डॉक्टर के पास जाने लगी।
आरोप है कि इस दौरान डॉक्टर खालिद ने न सिर्फ किशोरी की मानसिक स्थिति का फायदा उठाया बल्कि उसके साथ भावनात्मक नजदीकियां बनाकर उसे अपने धर्म में परिवर्तित होने के लिए प्रेरित करने लगा। किशोरी को विशेष किताबें दी गईं और धार्मिक बातें समझाने के नाम पर उस पर लगातार दबाव बनाया गया।
परिजनों की सतर्कता से खुला राज
किशोरी के व्यवहार में अचानक आए बदलावों ने परिजनों को चिंतित कर दिया। उन्होंने किशोरी से पूछताछ की तो सच्चाई सामने आई। किशोरी ने डरते-डरते बताया कि डॉक्टर उसके साथ कैसा व्यवहार कर रहा है और कैसे वह लगातार धर्म परिवर्तन के लिए मानसिक दबाव बना रहा है। यह सुनते ही परिजन सकते में आ गए और उन्होंने बिना देर किए बुधवार की रात तिलवारा थाना जाकर पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। तिलवारा पुलिस ने तुरंत मामला गंभीरता से लिया और मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की संबंधित धाराओं के तहत डॉक्टर खालिद खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।
बजरंग दल ने किया थाने का घेराव
यह मामला जैसे ही सामने आया, हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया। बीते दिनों बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस घटना को लेकर तिलवारा थाना परिसर का घेराव किया। कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रशासन से मांग की कि आरोपी डॉक्टर को तत्काल गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाए। उनका कहना था कि यह मामला केवल एक किशोरी का नहीं, बल्कि सामाजिक सुरक्षा और धार्मिक अस्मिता से जुड़ा है। बजरंग दल की ओर से ज्ञापन भी सौंपा गया, जिसमें ऐसे मामलों में फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग की गई।
गिरफ्तारी के बाद जेल भेजा गया आरोपी
थाने के घेराव और परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने शुक्रवार 4 अप्रैल को डॉक्टर खालिद खान को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को उसी दिन न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि किशोरी के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और मामले की जांच अभी जारी है। आरोपी होम्योपैथी का डॉक्टर था भी या नहीं इस बारे में भी पुलिस जांच करेगी।
यह भी पढ़ें: हिंदू संगठन ने पकड़ी आदिवासियों से भरी बस, धर्मांतरण के लिए मंडला से आ रहे थे जबलपुर
यह भी पता लगाया जाएगा कि वह सिर्फ होम्योपैथी की ही प्रेक्टिस कर रहा था या एलोपैथी का भी इलाज दे रहा था। उसके बाद पता लग पाएगा की असलियत में यह होम्योपैथी का डॉक्टर था या फर्जी प्रैक्टिस कर रहा था। यह भी देखा जा रहा है कि क्या आरोपी अकेले यह कृत्य कर रहा था या इसके पीछे कोई संगठित गिरोह काम कर रहा है। धर्मांतरण से जुड़े मामलों में पुलिस साइबर जांच और कॉल डिटेल्स भी खंगालने की तैयारी में है।
thesootr links
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें