जबलपुर के स्कूल में छात्राओं को दिया गया डेट रेप ड्रग! दो छात्राओं की हालत बिगड़ी

जबलपुर के खमरिया क्षेत्र के सेंट फ्रांसिस स्कूल में मंगलवार को हड़कंप मच गया। खबर थी कि स्कूल की पानी की टंकी में पाउडर मिलाया गया था। इससे दो छात्राओं की तबीयत बिगड़ी। सीएमएचओ ने घटना की पुष्टि की। कोई जहरीला पदार्थ नहीं था।

author-image
Neel Tiwari
New Update
jabalpur-school-students
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

JABALPUR. जबलपुर के खमरिया क्षेत्र के सेंट फ्रांसिस स्कूल में मंगलवार को हड़कंप मच गया। खबर आई कि स्कूल की पानी की टंकी में पाउडर मिलाया गया है। इस बीच दो छात्राओं की तबीयत अचानक बिगड़ने से अभिभावकों और स्कूल प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई।

CMHO ने कहा- दो छात्राएं पीड़ित

जबलपुर के CMHO डॉ. संजय मिश्रा ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि स्कूल में जहरीले पदार्थ का सेवन नहीं हुआ है। केवल दो छात्राओं की तबीयत बिगड़ी, जिन्हें अस्पताल भर्ती कराया गया।

ये भी पढ़ें...केंद्रीय कर्मचारियों को आठवां वेतनमान, एमपी में 7वें आयोग की सिफारिशों से दूर हैं कर्मचारी

डेट रेप ड्रग के इस्तेमाल की आशंका

जांच में यह नई और गंभीर बात सामने आई है कि पानी की टंकी में कुछ मिलाने का दावा तो किया जा रहा है। लेकिन, वास्तविक रूप से यह मामला डेट रेप ड्रग के उपयोग से जुड़ा हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में पाया गया कि दोनों छात्राओं ने किसी संदिग्ध पेय या पानी में घुला पदार्थ पिया था। इसके सेवन के बाद उन्हें चक्कर, घबराहट और उल्टी की शिकायत हुई। स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि यह लक्षण किसी सिडेटिव या नशीले रसायन (डेट रेप ड्रग) के प्रभाव जैसे हैं।

ये भी पढ़ें...फटकार के बाद जागा स्वास्थ्य विभाग: अब 4728 नर्सिंग और अस्पताल सहायकों की भर्ती तय

जांच एजेंसियों के सामने नए सवाल

जांच दल अब यह पता लगाने में जुटा है कि क्या यह पदार्थ स्कूल परिसर के अंदर मिलाया गया था या बाहर से लाया गया? क्या किसी व्यक्ति ने जानबूझकर इन छात्राओं को निशाना बनाया? यह “डेट रेप ड्रग” था या किसी प्रकार का सामान्य नशा था। फॉरेंसिक लैब से पानी और छात्रों के ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

ये भी पढ़ें...MP Top News : मध्य प्रदेश की बड़ी खबरें

पुलिस ने शुरू की जांच

स्कूल प्रशासन ने इस घटना पर कहा कि वह पूर्ण सहयोग कर रहा है और बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। वहीं खमरिया पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि सभी एंगल से जांच की जा रही है। किसी भी संभावना को नकारा नहीं जा सकता।

पैरेंट्स में नाराजगी

घटना के बाद अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि अगर बच्चों की सुरक्षा पर इतनी बड़ी चूक हुई है, तो यह गंभीर अपराध है। कई पैरेंट्स ने मांग की है कि पूरे मामले की स्वतंत्र और पारदर्शी जांच की जाए, ताकि यह साफ हो सके कि वास्तव में इन बालिकाओं के साथ क्या हुआ।

सुरक्षा पर सवालिया निशान

जबलपुर पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट अब इस पूरे रहस्य पर से पर्दा उठाएगी कि आखिर दो मासूम छात्राओं की तबीयत क्यों बिगड़ी। क्या यह वाकई टंकी का पानी था या डेट रेप ड्रग का सुनियोजित इस्तेमाल था? जवाब जो भी हो, यह घटना एक बार फिर स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी प्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।

यह घटना दोपहर की है। देर शाम तक बयान सामने नहीं आए। घटना को दबाने की कोशिश की गई। लेकिन जब मामला अस्पताल तक पहुंचा, सारी कोशिशें फेल हो गईं।

ये भी पढ़ें...मौसम पूर्वानुमान (5 नवंबर) : मध्यप्रदेश में हल्की तो उत्तर-पश्चिमी भारत में तेज बारिश की चेतावनी

जानिए क्या है डेट रेप ड्रग? 

डेट रेप ड्रग्स वे दवाइयां हैं जो किसी को बेहोश करने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। इनका इस्तेमाल आमतौर पर यौन उत्पीड़न के लिए किया जाता है। ये ड्रग्स किसी के खाने या पीने में मिलाए जाते हैं। जब किसी को इनका सेवन कराया जाता है, तो वह अपने शरीर और दिमाग पर नियंत्रण खो देता है। इस स्थिति में व्यक्ति को कुछ भी याद नहीं रहता और वह पूरी तरह से बेहोश होता है। यह अवैध और खतरनाक है। इसका शिकार होने वाला व्यक्ति खुद को बचा नहीं सकता।

मध्यप्रदेश डेट रेप ड्रग जबलपुर जबलपुर पुलिस स्वास्थ्य विभाग
Advertisment