संघ के पूर्व प्रचारकों की जनहित पार्टी लोकसभा में उतारेगी प्रत्याशी, इंदौर से अभय जैन मैदान में

संघ के पूर्व प्रचारकों की जनहित पार्टी ने इंदौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। RSS से किनारा कर राष्ट्रीय जागरण मंच बनाने वाले संघ के पूर्व प्रचारक अभय जैन ने बीजेपी और कांग्रेस के सामने चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान किया है....

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Sandeep Kumar
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इंदौर लोकसभा सीट से जनहित पार्टी ने ठोकी ताल

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संजय गुप्ता @ INDORE. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ( RSS ) के पूर्व प्रचारकों की पार्टी जनहित पार्टी ( Janhit Party ) ने विधानसभा के बाद अब लोकसभा में प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर ली है। इंदौर संसदीय सीट से बीजेपी के शंकर लालवानी ( Shankar Lalwani ) और कांग्रेस के अक्षय कांति बम ( Akshay Kanti Bom ) के सामने जनहित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय जैन मैदान में होंगे। 

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इन सीटों पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी

इंदौर से अभय जैन का नाम तय हो चुका है। जनहित पार्टी सागर, विदिशा, भिंड से भी प्रत्याशी उतारने पर विचार कर रही है। हालांकि अभी इन जगहों से प्रत्याशी के नाम घोषित नहीं किए गए हैं। वहीं झारखंड की गोड्‌ड़ा सीट से भी पार्टी प्रत्याशी उतार रही है, यहां के लिए विशाल बिंदल का नाम तय किया गया है। 

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धनबल और बाहुबल के खिलाफ हैं हम

पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सुभाष बारोड़ ने कहा कि जिस तरह से देश में धनबल और बाहुबल का राज चल रहा है, उसका विरोध जरूरी है और हम इसी मुद्दे के साथ मैदान में उतर रहे हैं। आम आदमी का पैसा है लेकिन जाता अमीरों की जेब में हैं। साल 2021-22 में जीएसटी से 97 फीसदी आय, मध्यम व निम्न वर्ग वालों से हुई थी लेकिन दस फीसदी अमीरों से केवल 3 फीसदी जीएसटी मिला था। 20 साल में अमीरों का धन 16 गुना बढ़ गया है औऱ् गरीबों का केवल 1.4 गुना बढ़ा है।  देश में 0.7 फीसदी अमीर परिवारों के पास देश की 80 फीसदी दौलत है। यह सभी सरकार की नीतियों के कारण है और हम इसी के खिलाफ है। 

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इंदौर एक से विधानसभा चुनाव लड़ चुके जैन

जैन एनआईटी भोपाल से एमटेक छोड़कर 1986 में समाजसेवा में आ गए थे। मध्य भारत प्रांत में सक्रिय रहे। राम मंदिर आंदोलन में भी जुड़े रहे। साल 2008 में भारत हितरक्षा अभियान शुरू किया। इन्होंने साल 2023 का मप्र विधानसभा चुनाव भी लड़ा। इंदौर एक से बीजेपी के कैलाश विजयवर्गीय, कांग्रेस के संजय शुक्ला के सामने जैन भी उतरे थे, हालांकि उन्हें कुल डले 2.63 लाख वोट में से मात्र 396 वोट ( 0.15 फीसदी ) ही मिले थे। 

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जनहित पार्टी विधानसभा चुनाव के पहले बनी थी

संघ के पूर्व प्रचारकों ने विधानसभा चुनाव 2023 के पहले यह पार्टी बनाई थी। मप्र में 17 सीटों पर इनके प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। इंदौर में चार सीटों पर तो ग्वालियर में दो सीट पर, साथ ही छिंदवाड़ा, शाजापुर, मंधाता व अन्य सीट से भी प्रत्याशी उतारे थे। हालांकि सभी जगह पर इनकी जमानत जब्त हुई थी।

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