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मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंगलवार को इंदौर में होने जा रही मुख्यमंत्री मोहन यादव की कैबिनेट बैठक से पहले सोशल मीडिया पर सीएम को सीधे कटघरे में खड़ा कर दिया। पटवारी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए मुख्यमंत्री से पांच तीखे और नैतिकता आधारित सवाल पूछे। इस पोस्ट के जरिए उन्होंने प्रशासन, विकास और शासन की दिशा पर गंभीर सवाल उठाए।
मां अहिल्या के नाम पर आदर्श शासन की बात, लेकिन मंत्री बर्खास्त क्यों नहीं?
जीतू पटवारी ने कहा कि इंदौर में मां अहिल्या की 300वीं जयंती वर्ष पर कैबिनेट का आयोजन स्वागत योग्य है। लेकिन आदर्श शासन की मिसाल मां अहिल्या के नाम पर अगर सरकार चल रही है, तो फिर विवादों में रहे मंत्री विजय शाह को क्यों नहीं हटाया गया? क्या सरकार आदर्श शासन का पालन करेगी?
इंदौर मास्टर प्लान पर चुप्पी, भूमाफिया पर सरकार मेहरबान?
पटवारी ने इंदौर में निवेशकों के समिट की चर्चा को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इंदौर का मास्टर प्लान आज भी अधर में है, जबकि सुनियोजित विकास की बात की जाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भूमाफिया का बोलबाला बढ़ता जा रहा है, और सरकार का इसमें संरक्षण नजर आता है।
नगर निगम में 2 हजार करोड़ का घोटाला, फिर भी चुप्पी क्यों?
देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में पहचाने जाने वाले इंदौर के नगर निगम में भ्रष्टाचार की गंदगी पर पटवारी ने सीधे वार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि एमआईसी मेंबर्स द्वारा किए गए दो हजार करोड़ रुपए के घोटाले पर मुख्यमंत्री चुप क्यों हैं? क्या नकली फाइलों के जरिए आर्थिक अपराधों को दबाया जा रहा है?
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इंदौर ने जिताया, फिर भी ट्रैफिक जाम से जनता बेहाल
पटवारी ने भाजपा को इंदौर से लगातार सांसद, विधायक और महापौर मिलने की बात कहते हुए शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि कैबिनेट बैठक से क्या इंदौर की जनता यह उम्मीद कर सकती है कि कोई ठोस कार्ययोजना ट्रैफिक सुधार को लेकर सामने आएगी?
“मैं ठाकुर हूं, हाथ बंधे हैं” वाला मंत्री कैसे लाएंगे बदलाव?
नगरीय प्रशासन मंत्री के एक पुराने बयान पर तंज कसते हुए पटवारी ने पूछा कि जब मंत्री खुद को ‘शोले का ठाकुर’ बता रहे हैं, तो वे व्यवस्था में बदलाव कैसे लाएंगे? उन्होंने कहा कि यदि मंत्री खुद को विवश मानते हैं और इंदौर को नशे का गढ़ बताते हैं, तो फिर आम जनता क्या करे? कैबिनेट बैठक से किसी ठोस सुधार की उम्मीद की जा सकती है या नहीं?
बैठक से पहले सियासी गर्मी
बता दें मंगलवार 20 मई को इंदौर के राजवाड़ा में होने जा रही एमपी की कैबिनेट बैठक से पहले पटवारी के सवालों ने सियासी पारा बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि ये सवाल वे इंदौर की जनता की तरफ से पूछ रहे हैं और उन्हें पूरा भरोसा है कि मुख्यमंत्री नैतिकता के आधार पर इनका जवाब जरूर देंगे।
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