मध्य प्रदेश के जबलपुर से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां दो नाबालिग प्रेमी जोड़े ने जबलपुर में आत्महत्या कर ली। दोनों की उम्र महज 17-17 साल थी और दोनों घर से बिना बताए भाग गए थे। बता दें कि आत्महत्या करने वाले दोनों नाबालिग उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के रहने वाले थे। वहीं यह घटना गंभीर समस्या और परिवारों के बीच संवाद की कमी को उजागर करती है।
क्या हुआ था 21 और 22 मार्च को?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 21 मार्च को लड़का अपनी दोस्त के साथ जबलपुर के पनागर थाना क्षेत्र के ग्राम बरोदा स्थित अपने मुंहबोले चाचा के घर पहुंचा। चाचा आकाश ने दोनों को देखा और जब लड़के से पूछा, तो उसने बताया कि वह अपनी दोस्त के साथ भेड़ाघाट घूमने आया है और कुछ दिन रुककर वापस चला जाएगा। चाचा को यह बात कुछ अजीब लगी क्योंकि वह लड़के के माता-पिता से संपर्क रखता था। इसके ठीक अगले दिन यानी 22 मार्च को चाचा के काम पर जाने के बाद दोनों ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। चाचा के घर लौटने पर दरवाजा बंद था। ग्रामीणों और पुलिस को सूचना दी गई और दरवाजा तोड़कर देखा गया तो दोनों फांसी पर लटके मिले।
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आखिर क्यों उठाया आत्महत्या का कदम?
खबरों के मुताबिक, लड़का, लड़की से प्यार करता था और दोनों ने मैहर में शादी कर ली थी। लेकिन घरवाले इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे, जिससे दोनों घर से भाग गए। लड़की ने अपने भाई को फोन पर बताया था, "पापा ने ठीक नहीं किया, आपने मेरे दोस्त के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है, जबकि मैं अपनी मर्जी से उसके साथ आई हूं।"
पुलिस की कार्रवाई
वहीं इस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। लड़की के पास 38 हजार रुपए और उसका मोबाइल मिला, जबकि लड़के के पास भी उसका मोबाइल था। पुलिस ने गुमशुदगी रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू की और दोनों परिवारों को सूचित किया।
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गुमशुदगी और अपहरण का मामला
बता दें कि लड़की के पिता ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, और लड़के के पिता ने भी अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस जांच में पता चला कि दोनों के बीच प्रेम संबंध थे और वे दोनों घर से भाग गए थे।अब यह घटना न केवल एक नाबालिग प्रेमी जोड़े की दुखद मौत की ओर इशारा करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि रिश्तों को पारिवारिक समझ और संवाद से हल करना बहुत जरूरी है। इस तरह की घटनाएं यह सिखाती हैं कि जब परिवार एक-दूसरे के विचारों और इच्छाओं को समझे, तो ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सकता है।
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