Kubereshwardham में कुंभ जैसी तैयारियां, 3 लाख श्रद्धालु पहुंचे

सीहोर के कुबेरेश्वरधाम (Kubereshwardham) में रुद्राक्ष महोत्सव Rudraksha Festival और शिव महापुराण कथा (Shiva Mahapuran Katha) प्रारंभ हो गई है। पूरा आयोजन पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) के सानिध्य में किया जा रहा है।

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BP shrivastava
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सीहोर स्थित कुबेरेश्वरधाम।

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SEHORE.सीहोर के कुबेरेश्वरधाम ( Kubereshwardham) में रुद्राक्ष महोत्सव Rudraksha Festival और शिव महापुराण कथा ( Shiva Mahapuran Katha) प्रारंभ हो गई है। पूरा आयोजन पंडित प्रदीप मिश्रा ( Pandit Pradeep Mishra ) के सानिध्य में किया जा रहा है। गुरुवार से शुरू हुआ महोत्सव 13 मार्च तक चलेगा। इसके लिए कुबेरेश्वरधाम में कुंभ की तरह तैयारियां की गई हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सभी जरूरतों के हिसाब से इंतजाम किए गए हैं।

होटल, गेस्ट हाउस,धर्मशाला सब फुल

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महोत्सव में शामिल होने के लिए देशभर से भक्त पहुंच रहे हैं। ज्यादातर श्रद्धालु बिहार‎ और महाराष्ट्र से पहुंचे हैं। साढ़े 4 लाख स्क्वायर‎ फीट में लगे 5 डोम बुधवार रात में ही फुल हो गए। दो से तीन लाख से अधिक भक्तों के सीहोर पहुंचने से यहां के सभी होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशाला फुल हो गए हैं। धाम के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग श्रद्धालुओं को किराए पर कमरा दे रहे हैं।

भोपाल-इंदौर स्टेट हाईवे के पास होने से सबसे ज्यादा दिक्कत ट्रैफिक जाम की होती है। हालांकि, इस बार दावा किया जा रहा है कि पूरी व्यवस्थाएं कुंभ की तर्ज पर की गई हैं इसलिए कोई परेशानी नहीं होगी। वहीं, पुलिस-प्रशासन ने 7 दिन के लिए पूरा ट्रैफिक रूट डायवर्ट कर दिया है। 

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समितियां संभाल रहीं व्यवस्था, एक हजार से ज्यादा सेवादार तैनात

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तैयारियों को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि रुद्राक्ष महोत्सव कई वर्षों से लगातार हो रहा है। हमारे क्षेत्र का तेजी से विकास हो रहा है, देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं के कारण हम विश्वभर में प्रसिद्ध हो गए हैं। कुबेरेश्वर धाम पर हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने से रोजगार के कई अवसर भी मिले हैं। हमारे क्षेत्रवासी यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं, इसलिए हम सभी के सहयोग से इस तरह के भव्य आयोजन करते आ रहे हैं।

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आधुनिक रसोई, चार स्थानों पर भोजन की व्यवस्था

उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की व्यवस्था के लिए इस बार शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में समितियों को जिम्मेदारी सौंपी है। शहर में समिति के द्वारा चार स्थानों पर श्रद्धालुओं के निशुल्क भोजन की व्यवस्था की गई है। धाम पर आधुनिक रसोई घर का उद्घाटन हो चुका है। मात्र आधा घंटे के अंदर 70 हजार से अधिक लोगों के लिए खाना बनाने वाली मशीनें हैं। एक हजार से अधिक सेवादारों को भोजन और पेयजल आदि की व्यवस्था के लिए तैनात किया गया है। धाम आने वाले भक्तों से जरूरी दवाएं, पानी, ओढ़ने-बिछाने का सामान साथ में रखने को कहा है। वहीं, कीमती सामान, जेवर आदि पहनकर नहीं आने की अपील की है।

7 दिवसीय कार्यक्रम, 1 करोड़ से अधिक रुद्राक्ष होंगे‎ अभिमंत्रित

पंडित मिश्रा ने बताया कि सनातन धर्म में रुद्राक्ष को अत्यंत पवित्र माना जाता है। रुद्राक्ष भगवान शिव का ही एक स्वरूप है। हम इसे चाहे औषधि में लें या पानी में चढ़ाकर आचमन करें या गले में पहन लें या पूजा स्थल पर रखकर पूजा कर लें। इसके धारण करने या पूजा करने से कोई हानि नहीं है बल्कि भक्ति का मार्ग ही प्रशस्त होता है।

 महोत्सव में एक करोड़ से अधिक रुद्राक्ष अभिमंत्रित होंगे, वितरण बाद में

आयोजन की मुख्य सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि गुरुवार से पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में रुद्राक्ष महोत्सव के सात दिवसीय कार्यक्रमों का श्रीगणेश हो गया है। सुबह रुद्राक्ष से बनाए गए शिवलिंग का अभिषेक किया गया। इसके बाद कथा का आयोजन किया गया।  रात में सांस्कृतिक-धार्मिक कार्यक्रमों होंगे। इस बार रुद्राक्ष महोत्सव में एक करोड़ से अधिक रुद्राक्षों को अभिमंत्रित किया जाएगा। हालांकि, इस बार‎ आयोजन के समय इनका वितरण नहीं होगा। रुद्राक्ष ‎वितरण के लिए बाद में दिन और समय तय किया‎ जाएगा।‎

गांववालों ने घरों को होटल-धर्मशाला में बदला

कथास्थल पर लगे डोम के साथ ही शहर के सभी होटल, धर्मशाला और भवन फुल हो चुके हैं। श्रद्धालु गांव में अपना ठिकाना ढूंढ रहे हैं। यही वजह है कि ग्रामीणों ने अपने घरों को होटल-धर्मशाला की तरह बना लिया है। जहां जगह खाली बची, वहां पार्किंग बनाई गई है। सीहोर आने वाली सारी ट्रेनें और बसें श्रद्धालुओं से फुल हैं।

हाईवे से लेकर मंदिर के बाहर तक लगी दुकानें

  • हाईवे से लेकर मंदिर के बाहर तक दुकानें ही दुकानें सज गई हैं। यहां पर एक सप्ताह के लिए कई लोगों ने किराए से दुकान ली है। इसके लिए 50 ‎हजार रुपए चुकाए हैं। यहां जो भी खाली जगह थी, जमीन मालिक ने किराए पर दे दी हैं।

    21 हजार स्क्वायर फीट से अधिक हिस्से में आधुनिक रसोई घर
  • मंदिर परिसर के करीब 50 एकड़ से अधिक हिस्से में गौशाला, शिवलिंग का निर्माण सहित अन्य निर्माण कार्य जारी हैं। 21 हजार स्क्वायर फीट से अधिक हिस्से में आधुनिक रसोई घर बनाया गया है। इस बार यहां अत्याधुनिक और आटोमैटिक किचन का शुभारंभ किया गया है।
  • देश की सबसे अत्याधुनिक किचन में एक वक्त में 50 हजार से अधिक लोगों के लिए भोजन प्रसादी तैयार करने की व्यवस्था की गई है। एक दिन की क्षमता की बात करें तो तीन लाख श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी परोसी जाएगी।
  • आधुनिक किचन में भाप से भोजन तैयार होगा, ये ऑटोमोडेड किचन है। बड़े-बड़े वैजल्स हैं, जिसमें दाल, चावल, सब्जियों के लिए टाइमर सेट कर दिया जाता है। चपाती ऑटोमेटिक मशीन से बनकर निकलती है। कोल्ड स्टोरेज भी बनाया है। किचन के एक तरफ डिश वॉशर भी इंस्टॉल किया गया है।
  • यहां बनी भोजनशाला में एक लाख से अधिक लोग एक साथ भोजन कर सकेंगे। रसोई घर में सब्जी काटने, आटा गूंथने, छानने से लेकर दाल-चावल, सब्जी पकाने का काम ऑटोमैटिक तरीके से हो रहा है।

कुबेरेश्वर धाम परिसर में 10 बिस्तरों का ICU सेंटर

कुबेरेश्वर धाम परिसर में 10 बेड का आईसीयू तैयार किया गया है, जिसमें सभी तरह की आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा हेल्थ कैंप भी लगाए गए हैं। कैंप में 24 घंटे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को तैनात किया गया है। 24 घंटे एंबुलेंस भी उपलब्ध है।

व्यवस्था के लिए 1200 पुलिस जवान तैनात

रुद्राक्ष महोत्सव के लिए 1200 पुलिस‎ जवान तैनात किए गए हैं। इनमें से 70 ‎फीसदी अमला फोरलेन की व्यवस्था ‎के अलावा वाहनों को व्यवस्थित करने में लगा है। बाकी ‎का 30 प्रतिशत अमला कथा स्थल की व्यवस्था देख रहा है। श्रद्धालुओं के परिजन के बिछड़ने की सूचना के प्रसारण के लिए चार खोया-पाया केंद्र बनाए हैं। इन केंद्रों में 24 घंटे कर्मचारी तैनात रहेंगे। इसके अलावा जिला प्रशासन ने भी एक दर्जन से अधिक विभागों के आला अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है।

पेयजल व्यवस्था के लिए PHE विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी

पेयजल के लिए जगह-जगह प्याऊ की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा पेयजल आपूर्ति के लिए पंचायत से टैंकरों की व्यवस्था भी है। सांची दुग्ध संघ से भी टैंकर बुलाए गए हैं। पेयजल व्यवस्था के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (PHE) विभाग की ओर से अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है

भोपाल-इंदौर और सीहोर-आष्टा हाईवे पर ट्रैफिक डायवर्ट

रुद्राक्ष महोत्सव को देखते हुए प्रशासन ने ट्रैफिक व्यवस्था‎ को पूरी तरह बदल दिया है।‎ भोपाल से इंदौर और‎ इंदौर से भोपाल जाने वाले ‎‎वाहनों को डायवर्ट किया जा रहा है। ‎‎कुबेरेश्वरधाम केवल वही वाहन ‎जा रहे हैं, जो श्रद्धालुओं को‎ लेकर आ रहे हैं। इसके लिए कुबेरेश्वर धाम के समीप ‎‎भोपाल-इंदौर रोड को बैरिकेड्स‎ से बंद कर दिया गया है।‎ सीहोर-आष्टा हाईवे को भी डायवर्ट किया गया है। केवल कुबेरेश्वर धाम जाने वाले वाहन ही हाईवे से जाएंगे।

 सूचनाओं के बोर्ड और फ्लैक्स लगाए गए

कुबेरेश्वर धाम आने वाले श्रद्धालुओं को वाहन पार्किंग से लेकर कथा स्थल तक पहुंचने में कोई परेशानी ना हो, इसके लिए जगह-जगह फ्लैक्स और बोर्ड लगाए गए हैं। इंदौर, भोपाल जाने वाले वाहनों के लिए मुख्य मार्ग पर डायवर्सन के फ्लैक्स लगाए गए हैं।

किराया तय: रेलवे स्टेशन से 25, बस स्टैंड या शहर से 20 रुपए 

जिला परिवहन अधिकारी रितेश तिवारी ने बताया कि कुबेरेश्वर धाम से बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन जाने के लिए यात्री वाहनों का किराया तय कर दिया गया है। रेलवे स्टेशन से कुबेरेश्वर धाम जाने के लिए प्रति ‎यात्री 25 रुपए, जबकि शहर या बस स्टैंड से कुबेरेश्वर ‎धाम जाने के लिए प्रति यात्री 20 रुपए किराया देना होगा। यदि कोई भी ऑटो चालक या अन्य‎ वाहन चालक इससे ज्यादा किराया वसूले तो परिवहन अधिकारी कार्यालय के‎ मोबाइल नंबर 9479925182 पर सीधे शिकायत कर सकते हैं। जिला परिवहन ‎अधिकारी रितेश तिवारी ने बताया कि निर्धारित किराया से अधिक वसूल करने वाले‎ चालकों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाएगी।‎

बाइक‎-कार पार्किंग के साथ हैलिपेड भी‎

श्रद्धालुओं के लिए वाहन पार्किंग खेतों में बनाई गई है। इस ‎बार 150 की जगह 300 एकड़ में वाहन पार्क होंगे। पार्किंग शुल्क भी निर्धारित कर दिया गया है। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने कथा स्थल ‎का निरीक्षण करने के बाद पार्किंग‎ शुल्क निर्धारित करने को कहा था। ‎उन्होंने बस की पार्किंग के लिए‎ 100 रुपए, बाइक के लिए ‎5, कार के लिए 30 और ऑटो के‎ लिए 10 रुपए किराया तय किया है।‎ कार्यक्रम स्थल के समीप हेलीपैड बनाया जा रहा है, ताकि अति विशिष्ट व्यक्तियों के आगमन के समय किसी तरह का कोई व्यवधान ना हो। इसके लिए दो वैकल्पिक मार्ग भी बनाए गए हैं। इससे मुख्य मार्ग से श्रद्धालुओं के आवागमन में कोई दिक्कत नहीं आए।

कलेक्टर के निर्देश: बिना परमिट-फिटनेस नहीं चलेंगे वाहन‎

कलेक्टर प्रवीण सिंह ने बस ऑपरेटरों और ऑटो‎ चालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वाहनों के फिटनेस, ‎परमिट की वैधता जांच करें। बगैर फिटनेस, परमिट वाले वाहनों‎ का संचालन नहीं करें। जो बसें कुबेरेश्वर धाम के लिए संचालित की जाएं, उन पर स्पष्ट रूप‎ से बैनर  (रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड से कुबेरेश्वर धाम ) लगाना ‎जरूरी है। सभी ड्राइवर को आई-कार्ड, बैच लगाने के निर्देश‎ दिए गए हैं। बसों तथा ऑटो में निर्धारित संख्या से अधिक ‎सवारी नहीं बैठाने के निर्देश दिए गए हैं।‎ कोई भी वाहन चालक नशा कर वाहन नहीं चलाए।

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इंटरसिटी और ओवर नाइट एक्सप्रेस का सीहोर में हॉल्ट

  • रेलवे ने महाशिवरात्रि पर उज्जैन और सीहोर में आने वाली ‎भीड़ को देखते हुए उज्जैन से संत हिरदाराम नगर‎ ( बैरागढ़ ) और उज्जैन से भोपाल के बीच दो ‎स्पेशल ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया है।‎ डॉ.‎ अंबेडकर नगर-भोपाल‎ इंटरसिटी एक्सप्रेस का भी‎ अस्थाई हॉल्ट सीहोर में किया‎ है।
  • 5 से 17 मार्च तक डॉ.‎ अंबेडकर नगर से चलकर ‎भोपाल की ओर जाने वाली ट्रेन ‎क्रमांक 19323 सुबह 9.40‎ बजे सीहोर रुकेगी। जबकि‎ वापसी में भोपाल से चलकर‎ डॉ. अंबेडकर नगर जाने वाली‎ ट्रेन क्रमांक 19324 शाम‎ 17.56 बजे सीहोर रुकेगी।
  • इंदौर-जबलपुर ओवर‎नाइट एक्सप्रेस क्रमांक 22191‎ भी 5 से 17 मार्च तक सीहोर में ‎रात 22.17 बजे रुकेगी। वहीं, ‎जबलपुर से इंदौर की ओर ‎चलने वाले ट्रेन क्रमांक ‎22192 भी 6 से 18 मार्च तक ‎सुबह 6.08 बजे सीहोर में ‎रुकेगी।‎

कुबेरेश्वर धाम के लिए दो स्पेशल ट्रेनें भी

  • रेलवे के अनुसार ट्रेन क्रमांक 09305 उज्जैन-संत‎ हिरदाराम नगर को 5 से 17 मार्च तक चलाया‎ जाएगा। यह ट्रेन उज्जैन से सुबह 10 बजे चलेगी ‎और सीहोर दोपहर 12.33 बजे पहुंचकर संत‎ हिरदाराम नगर में दोपहर 13.30 बजे पहुंचेगी। यहां ‎से ट्रेन क्रमांक 09306 दोपहर 13.50 बजे चलकर ‎दोपहर 14.30 बजे सीहोर और दोपहर 15.30 बजे ‎वापस उज्जैन पहुंच जाएगी। यह ट्रेन 6 मार्च से 18‎ मार्च तक चलाई जाएगी।
  • ट्रेन क्रमांक‎ 09307 उज्जैन-भोपाल 5 से 17 मार्च तक चलेगी। ‎यह ट्रेन उज्जैन से रात 20.32 बजे चलेगी, जो सीहोर ‎में 22.33 बजे पहुंचकर रात 23.55 बजे भोपाल ‎पहुंचेगी। वापसी की ट्रेन क्रमांक 09308 ‎भोपाल-उज्जैन स्पेशल ट्रेन 6 मार्च से 18 मार्च तक ‎चलाई जाएगी। यह ट्रेन रात 00.30 बजे भोपाल से‎ चलकर रात 1.27 बजे सीहोर और सुबह 4.25‎ बजे उज्जैन पहुंचेगी।‎

अवैध वसूली रोकने के लिए बनी खुफिया टीम

कुबेरेश्वर धाम में आने वाले श्रद्धालुओं से किसी तरह की कोई अवैध वसूली न की जाए, इसके लिए खुफिया दल पूरे परिसर में घूम-घूम कर यह देखेगा कि कहीं कोई दुकानदार किसी सामग्री का निर्धारित मूल्य से अधिक तो नहीं ले रहा है या पार्किंग स्थल पर निर्धारित शुल्क से अधिक राशि वसूल तो नहीं की जा रही है। अगर ऐसा करते पाया जाएगा तो संबंधित दुकानदार अथवा व्यक्ति के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की होगी।

Sehore Pandit Pradeep Mishra पंडित प्रदीप मिश्रा रुद्राक्ष महोत्सव Kubereshwardham Shiva Mahapuran Katha कुबेरेश्वरधाम