लाड़ली बहनों के बाद अब इनको सरकार का तोहफा, हर माह मिलेंगे 1 हजार रुपए
मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ( Mohan Government ) ने टीबी मरीजों को हर महीने मिलने वाली 500 रुपए की राशि को बढ़ा दिया है। दरअसल पहले टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए एक हजार रुपए मिलने थे। इसे बढ़ाकर अब एक हजार रुपए कर दिया गया है।
मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ( Mohan Government ) ने टीबी मरीजों को हर महीने मिलने वाली 500 रुपए की राशि को बढ़ाकर एक हजार रुपए कर दिया है। दरअसल प्रदेश में टीबी मरीजों की बढ़ती संख्या को कंट्रोल करने के लिए प्रदेश सरकार (State Government ) ने यह कदम उठाया है। सरकार अब तक मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए हर महीने 500 रुपए दे रही थी। अब इस राशि को बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग निरंतर टीबी मरीजों की निगरानी करती है।
प्रदेश सरकार के इस फैसले से टीबी के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया है कि मरीजों को पर्याप्त पौष्टिक आहार मिल सके। इसके अलावा टीबी मरीजों (TB Patients ) की मौत दर में कमी आ सके। इस वजह से सहायता राशि को बढ़ाकर 1 हजार रुपए करने का फैसला लिया है। इससे पहले अक्टूबर तक मरीजों को भत्ते के तौर पर सिर्फ 500 रुपए ही मिलते थे। केंद्र सरकार की ओर से टीबी मुक्त भारत का अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत मरीजों को पोषण भत्ता दिया जाता है।
पांच साल के टीबी मरीजों के आंकड़े 2020 : 2300 2021 : 2715 2022 : 2745 2023 : 2541 2024 : 1821
टीबी मरीजों में पुरुषों की संख्या अधिक
वर्तमान में टीबी मरीजों में पुरुषों की संख्या अधिक है। कुल पॉजिटिव मरीजों में 70 प्रतिशत पुरुष हैं। ये सबसे अधिक इटारसी, नर्मदापुरम सुखतवा, और पिपरिया में सामने आए हैं। जिला समन्वयक विशेष दुबे ने बताया इस वर्ष टीबी पीड़ित 31 लोगों की मौत हुई है। बुजर्गों को टीबी के खतरे से बचाने के लिए सरकार द्वारा टीकाकरण भी किया जा रहा है। जिले में 40 हजार लोगों को एडल्ट बीसीजी टीका ( Adult Bcg Vaccine ) लग चुका है।
FAQ
टीबी मरीजों को मिलने वाली सहायता राशि क्या है?
मध्य प्रदेश सरकार ने टीबी मरीजों को हर महीने मिलने वाली सहायता राशि को 500 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया है, जिसका उद्देश्य उन्हें पौष्टिक आहार प्रदान करना है।
यह निर्णय क्यों लिया गया?
यह निर्णय टीबी मरीजों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने और उनकी मौत दर में कमी लाने के लिए लिया गया है। सरकार का मानना है कि बढ़ी हुई सहायता राशि से मरीजों को बेहतर पोषण मिलेगा।
टीबी मरीजों की संख्या कितनी है ?
वर्तमान में, टीबी मरीजों में 70 प्रतिशत पुरुष हैं। सबसे अधिक मरीज इटारसी, नर्मदापुरम सुखतवा, और पिपरिया में पाए गए हैं।
सरकार टीबी के खिलाफ क्या कदम उठा रही है?
केंद्र सरकार 'टीबी मुक्त भारत' अभियान चला रही है, जिसके अंतर्गत टीबी मरीजों को पोषण भत्ता दिया जा रहा है। सरकार बुजुर्गों के लिए टीकाकरण भी कर रही है, और 40,000 लोगों को एडल्ट बीसीजी टीका लगाया गया है।