लेक व्यू रेसिडेंसी अगले साल 31 मार्च से होगा बंद, जानें क्या है इसकी वजह?

भोपाल के श्यामला हिल्स में स्थित लेक व्यू रेसिडेंसी 31 मार्च 2026 से बंद हो जाएगा। यह फैसला मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम ने लिया है। इसका कारण राजस्व की कमी और कानूनी समस्याएं हैं।

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Sandeep Kumar
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BHOPAL. भोपाल के श्यामला हिल्स पर स्थित लेक व्यू रेसिडेंसी का संचालन 31 मार्च 2026 से बंद हो जाएगा। मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम ने यह निर्णय लिया है। राजस्व के जंगल और कानूनी समस्याओं ने इसे प्रभावित किया है। टेंडर ( रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल- आरएफपी ) की शर्तों में कई संशोधन किए गए हैं। टेंडर जमा करने की अंतिम तारीख 18 अक्टूबर तय की गई है। निगम का कहना है कि अब सभी समस्याएं हल हो चुकी हैं।

क्या आ रही परेशानी

होटल परिसर में छोटा जंगल है, जो भारतीय वन अधिनियम में राजस्व का जंगल है। निवेशकों को चिंता थी कि सुप्रीम कोर्ट की नई गाइडलाइन से समस्या हो सकती है। निगम ने जांच की और पाया कि 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने संशोधन किया था। फिर भी निगम ने शर्त जोड़ी कि फॉरेस्ट एक्ट की समस्याओं का निवेशक को ही सामना करना  होगा।

इसका मतलब यह हुआ कि निवेशक जमीन को बेच या गिरवी नहीं रख सकता, इससे बैंक से लोन लेना मुश्किल होगा। इसके बाद निगम ने एक नया विकल्प दिया, इसमें राज्य पर्यटन विकास निगम बड़ा हिस्सेदार है।

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बदला गया था नाम

लेक व्यू अशोका होटल का संचालन भारतीय पर्यटन विकास निगम करता था। लंबे समय से घाटे में चलने के बाद मप्र पर्यटन विकास निगम ने इसे अपने अधीन लिया। नाम बदलकर इसे लेक व्यू रेसिडेंसी कर दिया था। होटल की आर्थिक स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ। फिर भी यह निगम के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा था। सरकार ने तीसरी बार इसे निजी हाथों में सौंपने की योजना बनाई। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद निगम ने इसी साल मार्च में इसके लिए RFP जारी की थी।

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क्या बोले पर्यटन विकास निगम के एमडी

मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के एमडी, डाॅ इलैयाराजा टी. ने कहा कि टेंडर की तारीख बढ़ाने का कारण कानूनी और व्यवाहरिक समस्याएं थीं। इन्हें सुलझाने में समय लगा। निगम नहीं चाहता कि होटल को डेवलेप करने वाली एजेंसी को कोई समस्या हो। इससे निगम को हर साल बढ़ता हुआ रेवेन्यू मिलेगा। टेंडर जमा करने की तारीख अब आगे नहीं बढ़ाई जाएगी।

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लेक व्यू अशोका की खासियत...

👉यह शहर के सबसे खूबसूरत स्थान पर स्थित है।

👉होटल की न्यूनतम दर 150 करोड़ रुपए तय की गई है।

👉इसे डीबीएफओटी मोड पर 60 वर्षों के लिए निवेशकों को सौंपा जाएगा।

👉बाद में 10 साल की अवधि बढ़ाई जा सकती है।

👉इसमें 42 कमरे, भोपाल एक्सप्रेस रेस्टोरेंट, किनारा रेस्टोरेंट, रूफटॉप रेस्टोरेंट, बैंकेट हॉल, ड्राइव इन थिएटर, स्पा, जिम और स्वीमिंग पूल हैं।

ओबेरॉय, रामाडा सहित एक दर्जन समूह इसमें रुचि दिखा चुके हैं।

भोपाल मध्यप्रदेश मध्य प्रदेश पर्यटन लेक व्यू रेसिडेंसी डाॅ इलैयाराजा टी. सुप्रीम कोर्ट
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