संजय गुप्ता, INDORE. मप्र की निजी जमीन पर टाउनशिप के संभवत: सबसे बड़े 3000 करोड़ के घोटाले की दूसरी किश्त में हम आपको बता रहे हैं कि इन प्रोजेक्ट में किन बड़े लोगों का ऑन रिकार्ड और कुछ ऑफ रिकार्ड किस तरह से बड़ा धन लगा है। प्रोजेक्ट ( Pinnacle Project ) के लिए सीए के जरिए फर्जी इंट्री तक ली गई। भूमाफिया हो शहर का नामचीन डॉक्टर हो, रियल एस्टेट कारोबारी हो, RSS से जुड़ा नेता हो या हत्याकांड का आरोपी कोई भी इस प्रोजेक्ट से अछूता नहीं रहा। किसी ने सीधे निवेश किया, किसी ने लोन दिया, किसी ने परिचित के जरिए निवेश कराया यानी ब्लैक मनी खपाई तो किसी ने कंपनियों के जरिए निवेश किया।
प्रोजेक्ट में सीए दांगी से ली गई फर्जी एंट्री
प्रोजेक्ट के लिए सीए हेमंत दांगी की दो डमी कंपनियों से प्रोजेक्ट के कर्ताधर्ता JSM DEVCONS INDIA PVT LTD में फर्जी इंट्री ली गई। इसमें एक एक्सलेंट इन्फ्राबिल्ड है, जिससे 3.48 करोड़ रुपए लिए गए तो एक ओमकार ट्रेड है, जिससे 97.90 लाख रुपए की एंट्री ली गई। आयकर विभाग में यह दोनों कंपनियां डमी कंपनी के रूप में चिन्हित है। दांगी वही सीए है, जिन्हें आयकर विभाग ने मुंबई से गिरफ्तार किया था। यह डिजियाना ग्रुप में फर्जी इंट्री देने के आरोपी थे।
भूमाफिया चंपू अजमेरा की डमी कंपनी के 36 करोड़
इस घोटाले में भूमाफिया चंपू अजमेरा, जो उस समय जमकर जमीन घोटाले कर रहा था, उसने अपने कर्मचारियों के नाम पर गोल्ड टेरेस कंपनी बनाई हुई थी। इस कंपनी के जरिए प्रोजेक्ट में 36.57 करोड़ रुपए का कॉर्पोरेट लोन दिया गया। साथ ही गोल्ड टेरेस के नाम से पिनाकल ड्रीम प्रोजेक्ट में 4.54 करोड़ रुपए का माल (प्रॉपर्टी) भी बुक किया गया। नेशनल कंपनी ला ट्रिब्यूनल (NCLT) ने अब इस 36.57 करोड़ लोन में से केवल 20.26 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। वहीं प्रॉपर्टी बुकिंग में 3.35 करोड़ रुपए का क्लैम स्वीकार किया है। उल्लेखनीय है कि चंपू पर सेटेलाइट और फिनिक्स कॉलोनी में लोगों की राशि नहीं देने का केस हाईकोर्ट में चल रहा है और वह जमीन धोखाधड़ी के केस में सुप्रीम कोर्ट से सशर्त जमानत पर है। कुल लोन राशि 68.16 करोड रुपए फंसी थी, जिसमें से कंपनी ट्रिब्यूनल में 49 करोड़ मंजूर किए हैं।
संदीप तेल और उसके मर्डर के आरोपी शेटी दोनों का निवेश
कुछ साल पहले कारोबारी संदीप तेल की गोली मारकर इंदौर में विजयनगर चौराहे पर हत्या हुई थी। इस मामले में रोहित सेठी आरोपी बना और वह लंबे समय तक जेल में रहा। कुछ समय पहले ही जमानत हुई है। रोहित शेटी का भी पिनाकल ड्रीम प्रोजेक्ट में 1.79 करोड़ का निवेश है और फ्लैट बुक किए हुए हैं। वहीं संदीप तेल का मुख्य निवेश निपानिया के पिनाकल ग्रांड प्रोजेक्ट में हिस्सा रहा है। जब यह प्रोजेक्ट आया तो जेएसएम ग्रुप में संदीप अग्रवाल उर्फ तेल की हिस्सेदारी 63 फीसदी, उसके ही खास संदीप गुप्ता की 35 फीसदी की हिस्सेदारी और एक अन्य पार्टनर राजेश मोटलानी की हिस्सेदारी 2 फीसदी की थी। यानी कंपनी तेल की ही थी। यह प्रोजेक्ट संजय अग्रवाल की 8.991 हेक्टेयर जमीन पर लांच हुआ था। इस प्रोजेक्ट ग्रांड में 105 प्लाट बुक किए गए।
पिनाकल ग्रांड में लगा 85 करोड़ ब्लैक मनी
पिनाकल ग्रांड में इंदौर के कई नामी गिरामी हस्तियों ने प्लाट बुकिंग की। इसमें शहर के कई प्रमख डॉक्टर शामिल है। इसमें प्लाट बुकिंग 940 रुपए प्रति वर्गफीट बताई, लेकिन असल कीमत 2250 रुपए प्रति वर्गफीट थी। आयकर विभाग इन सभी को नोटिस देकर टैक्स डिमांड निकाल चुका है। जेएसएम ने संजय अग्रवाल से जमीन का सौदा केवल 19 करोड़ का बताया, जो असल में 82 करोड़ रुपए का था। इस जांच में कई लोग उलझे हैं, जिसमें पूर्व सीएम कमलनाथ के करीबी भी शामिल है। आयकर विभाग के हिसाब से यहां पर 4.18 लाख वर्गफीट माल बेचकर प्रोजेक्ट में केवल 8.97 करोड़ कमाई बताई गई, लेकिन असल में 94 करोड़ रुपए का माल बिका था। यानी जिन्होंने प्लाट खरीदे उन्होंने अपना 85 करोड़ की ब्लैक मनी इस सौदे में लगाई। अब यह सभी आयकर जांच मे भी उलझे हैं और उधर अभी तक प्रोजेक्ट भी ठंडे बस्ते में हैं। यह भी मामला अब कंपनी ला ट्रिब्यूनल में लगा है।
झंवर की केसीएल कंपनी, महावीर जैन व अन्य का भी निवेश
पिनाकल के पिनाकल ड्रीम प्रोजेक्ट में कुल 412 लोगों का 308 करोड़ रुपए लगा है। कंपनी ला ट्रिब्यूनल में इसमें से 402 लोगों का कुल 200 करोड़ का क्लैम मंजूर किया है। बाकी 71 करोड़ का क्लैम जांच में हैं, बाकी निरस्त हो गए हैं। यहां पर मोहन झंवर, मनन झंवर की कंपनी KCL इन्फ्रा का भी भारी निवेश है, कंपनी के नाम पर आठ फ्लैट बुक है तो वहीं खुद मोहन, मनन और मनीष झंवर के नाम पर भी 6 फ्लैट है। जिनकी कीमत 7 करोड़ से ज्यादा है। संघ से जुड़े रहे पदाधिकारी महावीर जैन जो हाल ही में राकेश दुबे के 1.50 करोड़ फ्राड विवाद में शिकायत से चर्चा में आए के भी दो फ्लैट के जरिए 2.25 करोड़ रुपए लगे हुए हैं। वह रियल एस्टेट काराबोरी है। इसके साथ ही वास्तु डेवलपर्स, रेड स्कावयर रियलिटी सहित कुल 412 लोगों के 308 करोड़ रुपए लगे हैं।
बॉलीवुड स्टार में ऋतिक रोशन, शत्रुघन सिन्हा परिवार का इतना निवेश
पिनाकल के खासकर पिनाकल ड्रीम प्रोजेक्ट में कई बॉलीवुड सितारों का पैसा लगा हुआ है। यहां ऋतिक रोशन ने ग्रुप को 9.54 करोड़ रुपए का लोन दिया है। इसमें से कंपनी ट्रिब्यूनल ने उनका 7.54 करोड़ रुपए का ही क्लेम मंजूर किया है। राजा मुराद का यहां पर 30 लाख लगा है जो क्लेम मंजूर हो गया है। वहीं शत्रुघन सिन्हा परिवार का भी काफी पैसा इसमें लगा है। उनकी पत्नी पूनम सिन्हा का 1.10 करोड़ का क्लैम है, जो मंजूर नहीं हुआ। बेटी और फिल्म सितारा सोनाक्षी सिन्हा का 15.89 करोड़ का एक क्लैम और एक 1.10 करोड़ का दूसरा क्लैम है, यानी 17 करोड़ रुपए यहां उलझे हुए हैं। लेकिन दोनों ही क्लेम कंपनी ट्रिब्यूनल में प्रस्ताव पास होने के बाद आए, इसलिए इन्हें मंजूर नहीं किया गया।
पत्रिका, भास्कर ने दी सर्विस, पैसा नहीं मिला
पिनाकल ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए गुड्स व सर्विस की सप्लाय राजस्थान पत्रिका और डीबी कार्प (दैनिक भास्कर ग्रुप) ने भी की थी। इसमें से डीबी कार्प का क्लेम 2.41 करोड़ रुपए बनता है जिसे मंजूर किया गया है, लेकिन पत्रिका के 94.50 लाख का क्लैम अभी वैरीफिकेशन में है, मंजूर नहीं हुआ है।
(अगली किश्त 3 में पढ़िए प्रोजेक्ट का बंटाधार बैठाने वाले दास, बढेरा के साथ उनसे जुड़े लोगों की करतूत, जिससे हजारों लोग इसमें उलझ गए और उलझे हुए सभी के सभी इंदौर के बड़े लोग क्योंकि यह उस समय का सबसे हाईप्रोफाइल व बड़ा प्रोजेक्ट था जो आम व्यक्ति की क्षमता से बाहर की बात थी)