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29 मई 2025 को इंदौर में कोविड-19 के चार नए मामले दर्ज किए गए, जिससे शहर में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि एक मरीज की यात्रा यूके से और एक अन्य की मुंबई से जुड़ी है। सभी मरीज स्थिर हैं और उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। 22 लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग चल रही है, जिनमें से एक का टेस्ट परिणाम अभी आना बाकी है। पिछले पांच दिनों में इंदौर में कुल 11 मामले सामने आए हैं।
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उज्जैन में एक सक्रिय मामला
उज्जैन में कोविड का एक सक्रिय मामला सामने आया है। एक महिला JN.1 वेरिएंट से पीड़ित है। जिसका टेस्ट इंदौर की एक निजी लैब में किया गया जो पॉजिटिव आया। मरीज का इलाज उज्जैन के जिला अस्पताल में चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है। स्वास्थ्य विभाग ने उज्जैन में टेस्टिंग और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तेज कर दी है। महाकाल मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों पर भीड़ को देखते हुए मास्क और सैनिटाइजेशन के नियमों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। उज्जैन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से भीड़भाड़ वाली जगहों पर सावधानी बरतने की अपील की है।
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भोपाल में स्थिति नियंत्रण में
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कोविड-19 की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। भोपाल के सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने 29 मई 2025 को पुष्टि की कि शहर में कोई नया कोविड-19 मामला नहीं मिला है।
उन्होंने कहा, "हम नियमित रूप से RT-PCR टेस्टिंग और निगरानी कर रहे हैं। भोपाल में स्थिति स्थिर है, लेकिन सावधानी जरूरी है।"
एम्स भोपाल के डॉ. केतन मेहरा ने बताया कि एम्स में कोई कोविड मरीज भर्ती नहीं है। उन्होंने कहा, "हमारी सभी सुविधाएं तैयार हैं, लेकिन अभी कोई गंभीर मामला नहीं आया।"
कोविड-19 से बचाव के उपाय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोविड-19 से बचने के लिए निम्नलिखित हैं:
- मास्क पहनें: मंदिरों, बाजारों या बसों जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क का उपयोग करें।
- हाथों को लगातार साबुन और सैनेटाइजर से धोएं।
- वैक्सीनेशन: जिन्होंने बूस्टर डोज नहीं ली, वे तुरंत वैक्सीन लगवाएं।
- लक्षणों पर ध्यान: बुखार, खांसी, गले में खराश या सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत RT-PCR टेस्ट करवाएं।
ये सावधानी बरतें -
- सार्वजनिक जगहों पर मास्क का इस्तेमाल करें।
- लक्षण दिखने पर टेस्टिंग में देरी न करें।
- खारे पानी से नाक धोने या अप्रमाणित दवाओं पर भरोसा न करें।
- अनावश्यक रूप से भीड़भाड़ वाली जगहों की यात्रा से बचें।
मध्यप्रदेश की सतर्कता रणनीति
इंदौर में बढ़ते मामलों के कारण स्वास्थ्य विभाग ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग तेज कर दी है। उज्जैन में धार्मिक स्थलों पर सैनिटाइजेशन और मास्क के नियम लागू किए गए हैं। भोपाल में शून्य मामलों के बावजूद निगरानी और जागरूकता अभियान जारी हैं।
सरकार ने सभी अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। लोगों से अनुरोध है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें।