सौरभ शर्मा को पकड़ने लोकायुक्त पुलिस की सर्चिंग शुरू, जज ने मंगाई केस डायरी

पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के सरेंडर की अफवाह के बीच लोकायुक्त पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए सर्चिंग शुरू कर दी है। सोमवार को दोपहर बाद शुरू हुए इस ड्रामे के बाद लोकायुक्त पुलिस की टीमें सभी संदिग्ध जगहों पर दबिश दे रही हैं।

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Sandeep Kumar
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Lokayukta police Saurabh Sharma
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पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के सरेंडर की अफवाह के बीच लोकायुक्त पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए सर्चिंग शुरू कर दी है। सोमवार को दोपहर बाद शुरू हुए इस ड्रामे के बाद लोकायुक्त पुलिस की टीमें सभी संदिग्ध जगहों पर दबिश दे रही हैं। अपने सोर्स को खंगाल रही हैं, उधर सौरभ की पत्नी राधिका का आवेदन मिलने के बाद प्रथम जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश रामप्रताप मिश्र ने इस मामले की केस डायरी अपने पास मंगवाई है। अब इस मामले में दो संभावनाएं जताई जा रही हैं। या तो रात तक लोकायुक्त पुलिस सौरभ को गिरफ्तार कर लेगी या फिर कल किसी भी वक्त सौरभ कोर्ट में सरेंडर कर देगा। 

फिर सही साबित हुई Thesootr की खनक, सिर्फ हमने बताया सौरभ शर्मा के सरेंडर का सच

दिनभर मचा रहा हंगामा    

तीन घंटे से ज्यादा दौड़ी अफवाह देखें टाइम लाइन

सोमवार को सौरभ शर्मा के सरेंडर को लेकर इस तरह चला घटनाक्रम…
2:00 बजे : जानकारी सामने आई कि सौरभ ने 1 बजे कोर्ट पहुंचकर सरेंडर कर दिया। कोर्ट में मीडिया की भीड़ लग गई। इसी के साथ ब्रेकिंग न्यूज की दौड़ भी मच गई। 
3:15 बजे : लोकायुक्त डीएसपी वीरेंद्र सिंह टीम के साथ कोर्ट पहुंचे। उन्होंने मीडिया से कहा- थोड़ा इंतजार कीजिए, सब साफ हो जाएगा। लोकायुक्त टीम करीब आधे घंटे बाद रवाना हो गई। 
3:24 बजे : thesootr ने पुख्ता जानकारी के साथ बताया कि सौरभ शर्मा ने कोई सरेंडर नहीं किया है। यह सिर्फ अफवाह है। हालांकि सौरभ की पत्नी राधिका जरूर कोर्ट पहुंची है। 
3:30 बजे: thesootr में खबर आते ही बड़े मीडिया समूह भी अपनी खबर को पलटने लगे। किसी ने सौरभ के सरेंडर की हैडलाइन पर ? लगाया तो किसी ने द सूत्र को कॉपी करके खबर ही बदल दी।
4:00 बजे : सौरभ कहां है, इसके बारे में स्थिति साफ नहीं हुई। मीडियाकर्मी कोर्ट परिसर में जुटे रहे। आधिकारिक तौर पर किसी ने पुष्टि नहीं की है कि सौरभ कोर्ट पहुंचा या नहीं।

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क्यों सरेंडर करना चाहता है Saurabh Sharma

दरअसल 19 नवंबर के छापे के बाद से ही Saurabh Sharma अपनी पत्नी राधिका के साथ फरार था। उसके दुबई में होने की खबरें सामने आ रही थीं। इसी बीच सौरभ ने एक आवेदन देकर अपनी जान को खतरा बताया था। दरअसल यह पूरा मामला ही हाई प्रोफाइल होने के कारण कई बड़े नेता, आईएएस और आईपीएस स्तर के अफसरों के नाम इससे जुड़े हुए हैं। ऐसे में कभी भी सौरभ पर हमला हो सकता है। आगर लोकायुक्त पुलिस उसे गिरफ्तार करती है तो उसे डर है कि पुलिस कस्टडी में उसके ऊपर हमला हो सकता है। ऐसे में सबसे सुरक्षित रास्ता कोर्ट के सामने सरेंडर का ही बचता है। इस स्थिति में सौरभ कोर्ट से खुद के लिए सुरक्षा की मांग कर सकेगा। 

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क्या है पूरा मामला

परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक Saurabh Sharma के खिलाफ लोकायुक्त ने 19 दिसंबर, गुरुवार को अरेरा कॉलोनी स्थित उसके घर पर छापा मारा था। इस रेड में सौरभ के घर से 1.15 करोड़ रुपए कैश मिले थे। वहीं, आधा किलो से ज्यादा सोना मिला, जो 50 लाख रुपए से ज्यादा का है। इसके अलावा प्रॉपर्टी के कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं। इसी के साथ उसके साथी चेतन सिंह गौर के ठिकाने से 1 करोड़ 70 लाख रुपए मिले हैं। दोनों के घर से मिले सामान और गाड़ियों की कीमत 2 करोड़ रुपए आंकी गई है। 

बता दें कि सिर्फ सात साल की मामूली नौकरी में ही सौरभ शर्मा ने करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर लिया। उसने अनुकंपा नियुक्ति से नौकरी पाई और फिर चंद सालों में सिस्टम को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते हुए रसूखदार बिल्डरों और नेताओं के साथ सांठगांठ कर ली। एक साल पहले उसने वीआरएस लेकर खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन उसका खेल यहीं खत्म नहीं हुआ। सौरभ ने भोपाल के शाहपुरा इलाके में एक बड़े स्कूल की फ्रेंचाइजी, एक होटल और अवैध प्रॉपर्टी डीलिंग में निवेश किया। वह अभी जहां रहता है, उस मकान को अपने साले का बताता है। हालांकि लोकायुक्त टीम सभी पहलुओं की जांच कर रही है। 

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    Thesootr खुलासा- फर्जी दस्तावेजों से पाई थी नौकरी

     Thesootr को मिले दस्तावेजों से साफ है कि सौरभ शर्मा ने फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाई थी। ग्वालियर के एडवोकेट अवधेश सिंह तोमर के अनुसार Saurabh Sharma के पिता स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत थे और उसका भाई रायपुर में डिप्टी कमिश्नर फाइनेंस के पद पर पोस्टेड है। ऐसे में सौरभ शर्मा किसी भी स्थिति में नौकरी की पात्रता नहीं रखता था। बावजूद इसके उसने फर्जी दस्तावेजों के सहारे RTO में नौकरी पाई। एडवोकेट अवधेश सिंह तोमर ने इस मामले में RTI भी लगाई है, मगर अब तक उन्हें विभाग ने कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई है। 

अब तक क्या-क्या हुआ

आयकर विभाग 19 दिसंबर - कार से मिला था 52 किलो गोल्ड

52 किलो सोना, कीमत 41.60 करोड़ रुपए
11 करोड़ कैश
टोटल वैल्यू: 52.60 करोड़ रुपए
ईडी 27 दिसंबर - फर्म-कंपनियों के जरिए निवेश का खुलासा

4 करोड़ का बैंक बैलेंस
6 करोड़ की एफडी
23 करोड़ की संपत्ति
टोटल वैल्यू: 33 करोड़
ईडी ने सौरभ शर्मा, उसके दोस्तों, परिजनों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी में यह जानकारी सामने आई।

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